ब्रिटेन के बर्मिघम में भारत के वाणिज्य दूतावास के बाहर कश्मीर मुद्दे को लेकर पाकिस्तान समर्थक समूहों और कश्मीरी समूहों के बीच झड़पें हुईं. यह घटना तब हुई जब भारत ने अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मनाया. भारत के स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर यह झड़प राजा कादरी और खादिम हुसैन के नेतृत्व वाले ब्रिटिश कश्मीरी समूह और बर्मिघम में पाकिस्तानियों का प्रतिनिधित्व करने वाले पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के शाहनवाज व उनके समर्थकों के बीच हुई. कश्मीर मुद्दे पर भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन के एक वीडियो में दिख रहा है कि शाहनवाज समूह ने कश्मीर समर्थक प्लेकार्ड के साथ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का लोगो लगा रखा है. टकराव तब हुआ जब कश्मीरी राष्ट्रवादी समूहों ने इस पर आपत्ति जताई और 'विदेशी बलों कश्मीर से वापस जाओ' जैसे नारे लगाए.
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) से संबंध रखने वाले ब्रिटिश कश्मीरियों ने पाकिस्तान समर्थक समूहों पर 'स्वदेशी' कश्मीर आंदोलन को पाकिस्तानी रंग देने की कोशिश करने का आरोप लगाया. पाकिस्तान द्वारा कश्मीर पर जबरन कब्जे के खिलाफ भी कश्मीरी समूहों ने आवाज उठाई. ब्रिटेन में कश्मीरी राष्ट्रवादी भारत और पाकिस्तान दोनों से कश्मीर की स्वतंत्रता की मांग करते रहे हैं, जबकि पाकिस्तान समर्थक समूह कश्मीर के पाकिस्तान में विलय की मांग करते हैं.
नाम नहीं छापने की शर्त पर स्वतंत्र स्रोतों ने आईएएनएस को बताया कि यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तानी और कश्मीरी समूहों के बीच टकराव हुआ है. कुछ महीने से दोनों समूह सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे के विरोधी बन गए हैं.
भारत सरकार द्वारा पिछले साल अगस्त में भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत दिए गए जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे को रद्द करने के बाद ब्रिटेन में पाकिस्तानियों द्वारा भारत-विरोधी प्रदर्शन काफी बढ़ गया है.