चीन: वैज्ञानिकों ने लैब में पैदा किए बंदर की Cells वाले दो हाइब्रिड सूअर

चीन (China) के वैज्ञानिकों ने बंदर जीन से दो अलग तरह के हाइब्रिड सूअर पैदा किए हैं. न्यू साइंटिस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के वैज्ञानिकों ने सूअर के भ्रूण में बंदर के Cells को इंजेक्ट करके 'काइमेरा' पिगलेट (IVF तकनीक से बना शिशु सुअर) पैदा करने में सफलता पाई.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit-Pixabay)

बीजिंग: चीन (China) के वैज्ञानिकों ने बंदर जीन से दो अलग तरह के  हाइब्रिड सूअर पैदा किए हैं. न्यू साइंटिस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन के वैज्ञानिकों ने सूअर के भ्रूण में बंदर के Cells को इंजेक्ट करके 'काइमेरा' पिगलेट (IVF तकनीक से बना शिशु सुअर) पैदा करने में सफलता पाई. जिसके शरीर के तमाम अंगों में बंदर की कोशिकाएं हैं. सूअर के ये दोनों बच्चे स्टेट सेल और प्रजनन जीव विज्ञान की स्टेट प्रयोगशाला में पैदा हुए थे, लेकिन एक सप्ताह से अधिक नहीं जी पाए, इन दोनों की मौत हो गई. न्यू साइंटिस्ट की रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया में पहली बार शोधकर्ता चीनी प्रयोगशाला में सूअर-बंदर हाइब्रिड पैदा करने में सक्षम रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बीजिंग की स्टेट सेल लैब और प्रजनन जीव विज्ञान के वैज्ञानिकों की मानें तो यह पूरी तरह से बंदर-सूअर की पहली रिपोर्ट है. वैज्ञानिकों ने बताया कि पांच दिनों के पिगलेट भ्रूण में बंदर की कोशिकाएं थीं. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों की मौत क्यों हुई. वैज्ञानिकों की माने तो इनकी मौत आईवीएफ प्रक्रिया में किसी तरह की समस्या की चलते हुई होगी. स्पष्ट कारण पता लगाने की वैज्ञानिक कोशिश कर रहे हैं.

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द न्यू साइंटिस्ट की रिपोर्ट के अनुसार तांग हाई और और उनकी टीम ने जुआन कार्लोस की सोच को ही आगे बढ़ाया और आनुवंशिक रूप से संशोधित बंदर कोशिकाओं को 4,000 से अधिक सूअर भ्रूणों के अंदर डाला गया. इसके बाद पैदा हुए सूअर के बच्चों में से केचल दो हाइब्रिड थे. जिनके दिल, जिगर, फेफड़े और त्वचा के टिशु बंदर कोशिकाओं से मिलकर बने थे.

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