पाकिस्तान 43 दिन बाद इंटरनेशनल मीडिया को लेकर पहुंचा बालाकोट, भारत ने यहीं एयरस्ट्राइक कर जैश के ठिकाने को किया था बर्बाद
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और आतंकी हाफिज सईद (Photo Credits: PTI)

बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद पूरी दुनिया में पाकिस्तान की जमकर किरकिरी हुई. इसके साथ ही भारत की ताकत का लोगों ने लोहा मान लिया. लेकिन इसके बावजूद पाकिस्तान झूठ बोलता रहा कि इस एयर स्ट्राइक में कोई नुकसान नहीं बल्कि जंगल में किया गया. लेकिन भारत ने कई सबूत पेश कर दिया है. वहीं एक बार फिर पाकिस्तान सेना 43 दिन बाद अंतरराष्ट्रीय मीडियाकर्मियों के एक टीम और विदेशी राजनयिकों को मदरसे और उसके आस-पास के इलाके का दौरा कराया. एयरस्ट्राइक के बाद पाक ने काफी दिनों तक यहां पर पत्रकारों के आने पर रोक थी.

बता दें कि भारत का दावा है कि उसने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के ठिकाने पर हमला कर 'बड़ी संख्या में आतंकी मार गिराए थे. पाकिस्तान का कहना है कि इस हमले में कुछ पेड़ों को नुकसान पहुंचने के अलावा एक आदमी को चोटें आई थीं. कोई मारा नहीं गया था. पाकिस्तान सरकार ने मीडिया को आश्वस्त किया था कि वह उसे उस जगह ले जाएगी जहां भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया है. हालांकि, बाद में वह इससे पीछे हट गई.

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बीबीसी की हिंदी वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, उसका संवाददाता भी मीडियाकर्मियों के उस दल में शामिल था जिसने 'हवाई हमले की जगह' का दौरा किया. भारत का दावा है कि उसने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद के ठिकाने पर हमला कर 'बड़ी संख्या में आतंकी मार गिराए थे. पाकिस्तान का कहना है कि इस हमले में कुछ पेड़ों को नुकसान पहुंचने के अलावा एक आदमी को चोटें आई थीं। कोई मारा नहीं गया था.

पाकिस्तान सरकार ने मीडिया को आश्वस्त किया था कि वह उसे उस जगह ले जाएगी जहां भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करने का दावा किया है। हालांकि, बाद में वह इससे पीछे हट गई. इस्लामाबाद से एक हेलीकाप्टर से ले जाए गए बीबीसी हिंदी संवाददाता ने बताया कि वे मनसेरा के पास की एक जगह पर उतरे। इसके बाद करीब डेढ़ घंटा वह कठिन पहाड़ी रास्तों से गुजरे. भारत ने जिस मदरसे को नष्ट करने का दावा किया है, उस तक जाने के दौरान मीडिया टीम को तीन अलग-अलग जगहें दिखाई गईं. उन्हें बताया गया कि भारतीय वायुसेना ने यहां पर पेलोड गिराए थे. संवाददाता ने कहा कि वहां केवल कुछ गड्ढे और कुछ जड़ से उखड़े पेड़ देखे.

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बता दें कि भारतीय वायुसेना ( IAF) के लड़ाकू विमानों (Air strike on Terrorist Camp)ने मंगलवार तड़के पाकिस्तान में जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर हमला किया. इस आतंकी हमले में वायुसेना ने 200 से 300 आतंकियों को मौत के घाट उतार उन्हें जहन्नुम भेज दिया था.

गौरतलब हो कि भारतीय वायुसेना की यह कार्रवाई 14 फरवरी को जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के काफिले पर एक आत्मघाती हमले के बाद हुई है. इस आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हुए. पाकिस्तान समर्थित जेईएम ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. उधर भारतीय हमले के बाद पाकिस्तान में बौखलाहट का माहौल है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने आपात बैठक बुलाई थी. ( इनपुट आईएएनएस )