वॉट्सऐप का मोदी सरकार को जवाब: फेक मेसेज से हम भी चिंतित, अफवाहों को रोकने के लिए मिलकर करना होगा काम
वॉट्सएप (File image)

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने वॉट्सऐप के जरिए फैल रही अफवाहों से हाल में हुईं मॉब लिंचिंग की घटनाओं का संज्ञान लेते हुए वॉट्सऐप से तुरंत कार्रवाई करने को कहा था. इस पर वॉट्सऐप ने जवाब दिया है कि ऐप के दुरुपयोग पर रोक लगाने के उपायों की रूपरेखा पर काम किया जा रहा है. साथ ही आईटी मंत्रालय को दिए गए जवाब में यह भी कहा गया है कि वह ग्रुप में होने वाली चैट में भी तब्दीली कर रहा है ताकि फेक मैसेज को फैलने से रोका जा सके. बता दें कि हाल के दिनों में देश में भीड़ द्वारा अफ्वओं पर यकीन कर हिंसा की घटनाओं पर इजाफा हुआ है. इसमें कई लोगों की जान भी गई है.

इन्ही घटनाओं के बाद सरकार हरकत में आई और उन्होंने वॉट्सऐप को निर्देश दिए थे कि वह 'गैर-जिम्मेदार और विस्फोटक मेसेज' को अपने प्लैटफॉर्म पर फैलने से रोके. सरकार की ओर से यह भी कहा गया था कि वॉट्सऐप इसमें जिम्मेदारी से नहीं बच सकती. जवाब में वॉट्सऐप की ओर से कहा गया है कि वह सरकार की तरह ही हिंसा की इन कृत्यों से वो भी चिंतित है. वॉट्सऐप के माध्यम से कहा गया है कि यह एक चुनौती है. सरकार, नागरिक, समाज और प्रौद्योगिकी कंपनियों को एक साथ मिलकर काम करना होगा.

ज्ञात हो कि हमारे देश में लगभग 20 करोड़ लोग इस ऐप को यूज़ करते हैं. वॉट्सऐप पर कुछ फर्जी अफवाहें फैलने के कारण देश के कई हिस्सों में बेगुनाह लोगों के मारे जाने की घटना सामने आई है. वॉट्सऐप में अफवा तेजी से फैलती है जिससे हिंसा होती है.