नई दिल्ली, 9 मई : ग्राहकों के अपने पुराने फोन छोड़कर महंगे फोन खरीदने से एक साल पहले की तुलना में इस साल की पहली तिमाही में देश में स्मार्टफोन की बिक्री संख्या के हिसाब से आठ प्रतिशत और मूल्य के मामले में 18 बढ़ी है. काउंटरप्वाइंट रिसर्च की गुरुवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि तिमाही के दौरान बिकने वाले हर 100 स्मार्टफोन में 71 प्रतिशत 5जी स्मार्टफोन थे.
देश के समग्र स्मार्टफोन बाजार में प्रीमियम सेगमेंट की हिस्सेदारी अब तक के अपने उच्चतम स्तर 20 प्रतिशत (मूल्य के आधार पर 51 प्रतिशत) पर पहुंच गई है.वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक शिल्पी जैन ने कहा, "भारत का स्मार्टफोन बाजार पहली तिमाही में अपने उच्चतम मूल्य पर पहुंच गया. लोग प्रीमियम फोन ज्यादा खरीद रहे हैं. इससे स्मार्टफोन बाजार में राजस्व बढ़ा है." मध्य-स्तर के उपभोक्ताओं में से एक-तिहाई से ज्यादा प्रीमियम सेगमेंट में अपग्रेड करने के इच्छुक हैं. यह भी पढ़ें: हरियाणा में राजनीतिक संकट: जजपा ने राज्यपाल को पत्र लिखकर ‘तत्काल शक्ति परीक्षण’ की मांग की
उन्होंने आगे कहा कि इस ट्रेंड के पीछे के कारकों में किफायती फाइनेंसिंग योजनाएं, ट्रेड-इन के लिए बेहतर मूल्य और बंडल योजनाएं शामिल हैं. साथ ही एआई, गेमिंग और इमेजिंग एन्हांसमेंट्स जैसी टॉप फीचर्स की मांग भी शामिल है. पहली बार, विवो ने एक ही तिमाही में वॉल्यूम के मामले में बाजार का नेतृत्व किया.
सैमसंग ने कुल बाजार वैल्यू के एक-चौथाई से अधिक पर कब्जा करने के बाद वैल्यू के मामले में बाजार का नेतृत्व किया. सैमसंग का औसत विक्रय मूल्य (एएसपी) भी देश में अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. रिपोर्ट के अनुसार, "हमें उम्मीद है कि 2024 में देश का स्मार्टफोन बाजार मजबूत प्रीमियम की ओर बढ़ते हुए 5जी अपनाने और पोस्ट-कोविड अपग्रेड के कारण सिंगल डिजिट में बढ़ेगा."