नयी दिल्ली, 14 फरवरी: पश्चिम घाट की तलहटी में रहने वाले एक खास तरह के मेंढक ने वैज्ञानिकों को चौंका दिया है. इस मेंढक के शरीर के बायीं तरफ एक अजीब सी गांठ देखने को मिली, जो करीब से जांचने पर मशरूम निकली! यह अब तक का पहला मामला है, जिसमें किसी जीवित उभयचर प्राणी (जैसे मेंढक) पर मशरूम उगते देखा गया है.
इस खोज के बारे में हाल ही में "रेप्टाइल्स एंड एम्फीबियंस" नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया है. शोधकर्ताओं की एक टीम ने पिछले साल जून में कर्नाटक के कारकला में इस अनोखे नजारे को देखा था. इस टीम में विश्व वन्यजीव कोष (WWF) के शोधकर्ता भी शामिल थे.
कुछ रोचक तथ्य:
- यह खास किस्म का मेंढक "राव्स इंटरमीडिएट गोल्डन बैक्ड फ्रॉग" कहलाता है.
- ये प्रजाति खासकर पश्चिम घाट के कर्नाटक और केरल क्षेत्र में पाई जाती है.
- शोधकर्ताओं ने तालाब में लगभग 40 ऐसे ही मेंढक देखे थे, लेकिन सिर्फ एक पर ही खूंब उगा था.
जिनमें से एक मेंढक पर कुछ असामान्य दिखने पर गौर किया गया. करीब से देखने पर पता चला कि उसके बायीं तरफ एक मशरूम उग आया है. बताया जा रहा है कि यह मशरूम "माइसेना स्पीशीज" नामक प्रजाति का है, जो आम तौर पर सड़ चुकी लकड़ी पर पाया जाता है. ये सैप्रोट्रॉफ़ होते हैं, यानी वो मृत कार्बनिक पदार्थों पर पनपते हैं.
हैरानी की बात यह है कि मशरूम उगने के बावजूद मेंढक जिंदा और स्वस्थ है. वैज्ञानिक अब इस रहस्य को सुलझाने में जुट गए हैं कि आखिर इस मेंढक पर मशरूम कैसे उग आया और इसका उस पर कोई असर तो नहीं पड़ रहा. शोधकर्ताओं का कहना है कि इस खोज से उभयचर प्राणियों और फंगस के बीच अज्ञात संबंधों को समझने में मदद मिल सकती है.
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