मुंबई: एक और चक्रवाती तूफान (Cyclone) ने देश में दस्तक दे दी है. बंगाल की खाड़ी के बाद ये चक्रवाती तूफान देश के पश्चिम तट पर अरब सागर में उठ रहा है. भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) के मुताबिक, अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है, जिसके कारण 3 जून को महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) के समुद्री तट से चक्रवाती तूफान टकराएगा. इसे 'निसर्ग' तूफान का नाम दिया गया है. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, ये काफी असामान्य बात है कि जून माह में महाराष्ट्र के तटीय इलाकों से कोई चक्रवात तूफान टकराएगा.
1891 के बाद पहली बार अरब सागर में महाराष्ट्र के तटीय इलाके के आसपास समुद्री तूफान की स्थिति बन रही है. इससे पहले 1948 और 1980 में दो बार इस तरह का डिप्रेशन बना था और तूफान आने की स्थिति बनी थी लेकिन बाद में स्थिति टल गई थी. मौसम विभाग की मानें तो जिस समय यह चक्रवात जमीन से टकराएगा, उस समय हवा की गति 120 किलोमीटर रहेगी जिससे भारी नुकसान होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने चार जून तक एहतियातन मछुआरों को समुद्र मे नहीं उतरने की सलाह दी है. मौसम विज्ञान विभाग ने रविवार को कहा कि उत्तरी और दक्षिणी गुजरात तटों के पास अरब सागर में गए मछुआरों को आज वापस आ जाना चाहिए और चार जून तक सागर से दूर रहना चाहिए. यह भी पढ़ें- Monsoon 2020 Update: केरल के तट से टकराया मानसून, तिरुवनंतपुरम में झमाझम बारिश, IMD ने नौ जिलों के लिए जारी किया येलो अलर्ट.
बांग्लादेश से मिला 'निसर्ग' नाम
निसर्ग चक्रवात, जो चक्रवातों की नई सूची में नाम है, इसे यह नाम बांग्लादेश से मिला है. बांग्ला भाषा में 'निसर्ग' का मतलब प्रकृति होता है. IMD ने हाल ही में चक्रवातों के नामों की एक नई सूची जारी की थी जो बंगाल की खाड़ी और अरब सागर सहित उत्तर हिंद महासागर में बनेंगे.
आईएमडी द्वारा जारी चक्रवात नामों की नई सूची में 13 सदस्य देशों द्वारा दिए गए 169 नाम हैं. 13 सदस्य देशों में बांग्लादेश, भारत, ईरान, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब, श्रीलंका, थाईलैंड, यूएई और यमन शामिल हैं.