गर्व की बात: भारतीय मूल की वनीजा रूपाणी ने दिया नासा के पहले मंगल हेलीकॉप्टर को नाम
नासा के पहले मंगल हेलीकॉप्टर का हुआ नामकरण (Photo Credits: Twitter)

वाशिंगटन: कहते है हर जीवन की एक अलग कहानी होती, लेकिन इन में से चंद ऐसी होती है जो पूरी दुनिया को कुछ ना कुछ सिख दे जाती है. ऐसे अनगिनत लोग है जो अपना ख्वाब पूरा करने के लिए वर्षों तक कठीन म्हणत करते है. हालांकि कुछ ऐसे भी होते हैं जो पहले ही प्रयास में और बेहद कम उम्र में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल कर लेते हैं. इन्हीं होनहारों में से एक 17 वर्षीय भारतीय मूल की वनीजा रूपाणी (Vaneeza Rupani) भी है. वनिजा के द्वारा सुझाया गया नाम नासा (NASA) के पहले मंगल हेलीकॉप्टर (Mars Helicopter) को दिया गया है.

अमेरिकी स्टेट नॉर्थपोर्ट (Northport) के अल्बामा (Alabama) में पढने वाली हाई स्कूल जूनियर वनीजा रूपाणी ने नासा के "नेम द रोवर" (Name the Rover) प्रतियोगिता के लिए अपना निबंध लिखकर भेजा था. जिसके आधार पर मंगल हेलीकॉप्टर का नामकरण किया गया. कोरोना संकट के बीच धरती की तरफ बढ़ रहा एक पिंड, नासा के वैज्ञानिकों ने कहा डरने की जरूरत नहीं

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपने पहले मंगल हेलीकॉप्टर का नाम ‘इंजनुइटी’ (Ingenuity) रखा है. यह नाम वनीजा रूपाणी ने ही सुझाया था. नासा ने मार्च में घोषणा की थी की निबंध के जरिए एजेंसी हेलीकॉप्टर के लिए एक नाम चुनेगी जो रोवर के साथ मंगल पर जाएगा.

नासा ने ट्वीट किया, ‘‘हमारे मार्स हेलीकॉप्टर को नया नाम मिल गया है. मिलिए: इंजनुइटी से. छात्रा वनीजा रूपाणी ने ‘नेम द रोवर’ प्रतियोगिता के दौरान नामकरण किया. ‘इंजनुइटी’ दूसरी दुनिया में पहली यांत्रिक ऊर्जा उड़ान के प्रयास के तहत लाल ग्रह पर ‘पर्सविरन्स’ के साथ जाएगा.’’

नासा के मुताबिक वनीजा रूपाणी ने अपने निबंध में लिखा, ‘‘इंजनुइटी वह चीज है जो अद्भुत चीजें सिद्ध करने में लोगों की मदद करता है. यह ब्रह्मांड के हर कोने में हमारे क्षितिजों को विस्तारित करने में मदद करेगा.’’

अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार रूपाणी के साथ ही अन्य छात्रों द्वारा लिखे 28,000 और निबंध भी मिले थे. वनीजा रूपाणी की मां ने बताया कि उनकी बेटी को बचपन से ही अंतरिक्ष विज्ञान में बहुत रूचि है. मंगल हेलीकॉप्टर को जुलाई महीने में नासा लॉन्च करने वाली है. जो कि अगले साल फरवरी महीने में मंगल ग्रह पर लैंड होगा.