नई दिल्ली, 8 दिसंबर: फिनिश टेलीकॉम गियर बनाने वाली कंपनी नोकिया (Nokia) ने मंगलवार को कहा है कि उसने चेन्नई (Chennai) में अपनी फैक्ट्री में नेक्स्ट-जनरेशन 5जी (5G) उपकरण बनाने शुरू कर दिये हैं. देश में 5जी न्यू रेडियो का निर्माण करने वाली इस पहली कंपनी ने अब नोकिया एयरसेल मैसिव मल्टीपल इनपुट मल्टीपल आउटपुट (एमएमआईएमओ) सॉल्यूशन को लेकर उत्पादन शुरू किया है. मैसिव एमआईएमओ 5जी तकनीक का एक सबसे जरूरी ऐलीमेंट है. यह उपकरण पहले से ही कई देशों को निर्यात किया जा रहा था, जो 5 जी शुरू करने के अंतिम चरणों में हैं.
नोकिया के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और इंडिया मार्केट के प्रमुख संजय मलिक (Sanjay Malik) ने कहा, "हमारी चेन्नई फैक्ट्री भारत की मैन्यूफेक्चरिंग क्षमताओं के लिए एक मानक के रूप में उभरी है, जो भारत और दुनिया के बाकी हिस्सों में ऑपरेटरों के लिए टेलीकॉम टेक्नॉलॉजी की एक पूरी श्रृंखला लेकर आई है. साथ ही यह हमें भारतीय ऑपरेटरों का सपोर्ट करने में भी मदद करेगा क्योंकि वे भी 5 जी लॉन्च करने की तैयारी कर रहे हैं."
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2008 में चेन्नई में आने के बाद से नोकिया ने मैन्यूफेक्चरिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ सुविधाएं विकसित करने में 600 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है. इसकी फैक्ट्री और सेटअप 1.4 लाख वर्ग मीटर में फैला हुआ है. कंपनी ने दावा किया है कि चेन्नई फैक्ट्री ने इन सालों के दौरान टेलीकॉम नेटवर्क उपकरणों की 50 लाख से ज्यादा यूनिट बनाईं हैं. इसी साल अप्रैल में भारती एयरटेल ने देश में नौ सालों में फिनिश मेजर 5 जी-तैयार सॉल्यूशन लगाने के लिए नोकिया के साथ 1 बिलियन डॉलर (लगभग 7,636 करोड़ रुपये) की डील की है.
2022 तक नोकिया भविष्य में उन सर्कल में कई स्पेक्ट्रम बैंड में 3 लाख रेडियो इकाइयों को तैनात करके भविष्य में 5जी कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने में मदद करेगा. नोकिया की नई रिसर्च के मुताबिक 2030 तक 5जी इण्डस्ट्रीज में ग्लोबल जीडीपी में 8 ट्रिलियन डॉलर का योगदान देने की क्षमता है.