गूगल ने बुधवार को यूरोपीय संघ (EU) द्वारा लगाए गए 1.49 बिलियन यूरो ($1.66 बिलियन) के एंटीट्रस्ट जुर्माने के खिलाफ एक बड़ी कानूनी जीत हासिल की. यह जुर्माना 2019 में गूगल की ऑनलाइन विज्ञापन गतिविधियों से जुड़े अनुचित व्यापार व्यवहार के लिए लगाया गया था. AP की रिपोर्ट के अनुसार, यूरोपीय संघ की जनरल कोर्ट ने इस जुर्माने को खारिज कर दिया है.
मामला क्या था?
यूरोपीय आयोग, जो कि यूरोपीय संघ का शीर्ष एंटीट्रस्ट प्रवर्तक है, ने गूगल पर आरोप लगाया था कि उसने अपनी विज्ञापन सेवाओं में कुछ ऐसी शर्तें जोड़ी थीं, जिनसे गूगल के प्रतिस्पर्धियों के विज्ञापनों को दिखाने पर रोक लगाई गई थी. यह शर्तें गूगल के विज्ञापनों को तीसरे पक्ष की वेबसाइट्स पर प्रदर्शित करने से संबंधित थीं. आयोग का दावा था कि गूगल ने अपनी अनन्य शर्तों के जरिए वेबसाइट मालिकों और विज्ञापनदाताओं की पसंद को सीमित किया, जिससे विज्ञापन की कीमतें बढ़ सकती थीं और यह अंततः उपभोक्ताओं को प्रभावित करता.
कोर्ट का फैसला
जनरल कोर्ट ने आयोग की जांच में कई "त्रुटियों" का हवाला देते हुए इस जुर्माने को रद्द कर दिया. कोर्ट ने कहा कि आयोग यह साबित करने में असफल रहा कि गूगल की अनन्य शर्तों से नवाचार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, उपभोक्ताओं को नुकसान हुआ या गूगल की ऑनलाइन सर्च विज्ञापन बाजार में प्रमुख स्थिति और मजबूत हुई. कोर्ट ने माना कि आयोग का आकलन त्रुटिपूर्ण था. हालांकि, इस निर्णय को केवल कानूनी आधारों पर EU की सर्वोच्च अदालत में चुनौती दी जा सकती है.
Google Wins Court Battle Over $1.66 Billion EU Antitrust Fine On Ad Practices
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— TIMES NOW (@TimesNow) September 19, 2024
गूगल की प्रतिक्रिया
गूगल ने इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि कोर्ट ने आयोग के मूल निर्णय में हुई गलतियों को पहचाना है. गूगल ने पहले ही 2016 में विवादित अनुबंध शर्तों को हटा दिया था. दूसरी ओर, यूरोपीय आयोग ने कहा कि वह कोर्ट के निर्णय का ध्यानपूर्वक अध्ययन करेगा और आगे के कदमों पर विचार करेगा.
अन्य कानूनी चुनौतियां
यह जीत गूगल के लिए एक महत्वपूर्ण राहत है, खासकर तब जब एक हफ्ते पहले ही कंपनी को EU के एक अन्य एंटीट्रस्ट मामले में हार का सामना करना पड़ा था, जो उसकी शॉपिंग तुलना सेवा से जुड़ा था. पिछले एक दशक में गूगल पर लगभग 8 बिलियन यूरो का जुर्माना लगाया गया है.
भले ही गूगल ने इस केस में जीत हासिल की हो, लेकिन कंपनी अब भी कई एंटीट्रस्ट जांचों का सामना कर रही है. वर्तमान में गूगल अमेरिकी न्याय विभाग और यूके के प्रतिस्पर्धा नियामकों द्वारा डिजिटल विज्ञापन बाजार में अपनी प्रमुख स्थिति के दुरुपयोग के आरोपों का सामना कर रही है. इसके अलावा, EU प्रवर्तक गूगल के प्रतिस्पर्धा संबंधी चिंताओं को हल करने के लिए कंपनी के विभाजन पर भी विचार कर रहे हैं.
गूगल की यह जीत यूरोपीय संघ द्वारा लगाए गए एंटीट्रस्ट फाइन के खिलाफ एक महत्वपूर्ण फैसला है, लेकिन कंपनी के लिए यह कानूनी लड़ाई का अंत नहीं है. गूगल को आने वाले दिनों में और भी कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, खासकर जब विभिन्न देशों के नियामक उस पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं.