नई दिल्ली, 18 सितम्बर: सेलुलर उद्योग का औसत राजस्व प्रति यूजर्स (ARPU) टैरिफ वृद्धि के बिना भी बढ़ सकता है. क्योंकि पिछले 1 से 2 वर्षों में डेटा उपयोग और पैठ में वृद्धि हुई है. इंडिया रेटिंग्स एंड रिसर्च (इंड-रा) के अनुसार, स्लाइडिंग वॉयस टैरिफ, बढ़ते डेटा टैरिफ, प्रति ग्राहक डेटा उपयोग में वृद्धि और पिछले एक साल में समग्र ग्राहक आधार में डेटा सब्सक्राइबर बढ़ने से संकेत मिलता है कि प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व उद्योग शुल्क वृद्धि के बिना भी बढ़ सकता है. यह भी पढ़े: दूरसंचार, वाहन कंपनियों के शेयरों में जबर्दस्त लिवाली से सेंसेक्स, निफ्टी का नया रिकॉर्ड
इसके अलावा, रेटिंग एजेंसी ने हवाला दिया कि उद्योग-व्यापी ग्राहक आधार जून 2021 में महीने-दर-महीने के आधार पर 4 मिलियन ग्राहकों की वृद्धि के साथ 1,181 मिलियन ग्राहक हो गए, जबकि मई 2021 में 6.3 मिलियन ग्राहकों की तेज गिरावट के मुकाबले है. ब्रॉडबैंड ग्राहक आधार भी जून 2021 में 11.7 मिलियन ग्राहकों से बढ़कर 769 मिलियन ग्राहकों तक पहुंच गया. एजेंसी ने कहा, हालांकि, विजि़टर लोकेशन रजिस्टर सब्सक्राइबर बेस, जो सक्रिय ग्राहकों को दिखाता है, ने जून 2021 में 1.3 मिलियन सब्सक्राइबर्स मॉम द्वारा 985 मिलियन सब्सक्राइबर्स की गिरावट दर्ज की.
ब्रॉडबैंड ग्राहकों के संदर्भ में, इसने आधिकारिक आंकड़ों का हवाला दिया, जिसमें जून 2021 में कुल वायरलेस ग्राहकों की संख्या में 65.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जो मई 2021 में 64.4 प्रतिशत और मार्च 2019 में 47 प्रतिशत थी. जून 2021 में, ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या में 11.7 मिलियन की वृद्धि हुई, समग्र ग्राहक आधार के प्रतिशत के रूप में ब्रॉडबैंड की पहुंच जारी रही. इसके अतिरिक्त, प्रति यूजर्स उपयोग किए जाने वाला औसत डेटा भी तेजी से बढ़ रहा है.