19 सितम्बर 2007, इस दिन को भारतीय क्रिकेट प्रेमी कभी भूल नहीं सकते हैं. इसी दिन भारतीय टीम के सबसे स्टाइलिश बल्लेबाज युवराज सिंह ने दक्षिण अफ्रीका में डरबन के किंग्समीड मैदान में इंग्लैंड के स्टार गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को एक ओवर में 6 छक्के जड़े थे. 2007 में हुए 50 ओवरों के विश्व कप में भारत के खाराब प्रदर्शन के बाद तमाम क्रिकेट प्रेमी निराश थे. युवी की इस पारी ने सभी फैंस के मन में आत्मविश्वास जगाया. टीम इंडिया ने धोनी के नेतृत्व में इस पहले टी20 विश्व कप को अपने नाम किया था.
इन 6 छक्कों के पीछे भी एक कहानी है. दरअसल, ब्रॉड की ओवर शुरू होने से पहले युवराज और एंड्र्यू फ्लिंटॉफके बीच बहस हुई थी. इस बहस के बाद युवी ने ब्रॉड को लगातार 6 गेंदों पर 6 छक्के जड़े थे. युवी ने ऑफ और लेग-साइड दोनों में सिक्सर मारे.
इस पारी में युवी ने महज 12 गेंदों पर फिफ्टी लगाई थी. उन्होंने सभी इंग्लिश गेंदबाजों का जमकर समाचार भी लिया था. इंग्लैंड के बाद ऑस्ट्रेलिया के साथ भी युवी ने तूफानी पारी खेली थी. उन्होंने 30 गेंदों में 70 रन बनाए थे.
युवराज सिंग ने 2011 वर्ल्ड कप में भी अहम योगदान दिया था. वे 'मैन ऑफ द सीरीज' थे. उस समय वो कैंसर जैसी घातक बीमारी से जूझ रहे थे मगर फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और गेंद-बल्ले दोनों से योगदान दिया. हालांकि, उसके बाद वो टीम से अन्दर-बाहर होते रहे. 2015 विश्व कप वाली टीम में भी उन्हें जगह नहीं मिली थी. उन्होंने इसी साल 10 जून को क्रिकेट से संन्यास लिया था.