नई दिल्ली, 4 अक्टूबर : महिला टी20 विश्व कप 2024 यूएई में खेला जा रहा है. 10 टीमों के बीच हो रही इस खिताबी जंग में एक टीम ऐसी है, जिसका सामना करना बाकी अन्य 9 टीमों के लिए आसान नहीं होता. वो टीम कोई और नहीं बल्कि ऑस्ट्रेलिया है, जिसने पिछले लंबे समय से इस मेगा इवेंट में अपनी बादशाहत कायम रखी है. हालांकि अब समय आ गया है बदलाव का क्योंकि वैश्विक मंच पर कई टीमें इस दौर का अंत करने के लिए प्रतिबद्ध है, खास तौर पर भारतीय महिला टीम से दुनिया को बहुत उम्मीदें हैं.
महिला टी20 विश्व कप का अब तक 9 बार आयोजन किया जा चुका है जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने छह बार खिताब जीता है जबकि, पिछली तीन बार उसने लगातार खिताब जीता. मौजूदा दौर में भारत, दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड ऐसी टीमें है जो ऑस्ट्रेलिया को पराजित करने का माद्दा रखती है, लेकिन यह इतना आसान नहीं होने वाला. यह भी पढ़ें: Ireland vs South Africa 2nd ODI Key Players To Watch: दूसरे वनडे मुकाबले में साउथ अफ्रीका कड़ी टक्कर देने के लिए उतरेगी आयरलैंड, इन खिलाड़ियों पर होगी सबकी निगाहें
भारत ने पहले भी ऑस्ट्रेलिया को हराने के संकेत दिए हैं. पिछले साल मुंबई में एकमात्र टेस्ट जीतना या इस साल की शुरुआत में नवी मुंबई में पहले टी20 मैच में नौ विकेट से जीत हासिल करना. जब दोनों टीमें 13 अक्टूबर को शारजाह में अपने ग्रुप ए मैच में भिड़ेंगी, तो यह दोनों दिग्गज टीमों के बीच एक बड़ी जंग होगी. लेकिन अगर भारत अंत तक जाने की योजना बनाता है, तो उसे ऑस्ट्रेलिया की बाधा को पार करना होगा.
मेग लैनिंग के संन्यास के बाद अब एलिसा हीली की कप्तानी वाली ऑस्ट्रेलिया हमेशा से ही बड़े मुकाबलों में भारत की दुश्मन रही है. इस बार, भारत और ऑस्ट्रेलिया पाकिस्तान, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के साथ ग्रुप ए में हैं - जिसमें केवल दो टीमें सेमीफाइनल में आगे बढ़ने वाली हैं.
इस टूर्नामेंट के महिला टी20 विश्व कप का सर्वश्रेष्ठ संस्करण बनने का एक और कारण यह है कि इसमें खेल के लिए समान परिस्थितियां हैं. यूएई एक न्यूट्रल वेन्यू है और चुनौतियां सभी टीमों के लिए समान है.