Indian Hockey Team Clinch Bronze: भारतीय हॉकी टीम की जीत के बाद ललित उपाध्याय के घर जश्न का माहौल, परिजन हुए भावुक
इस खास मौके पर ललित उपाध्याय के घर जमकर खुशी मनाई गई. एक दूसरे को मिठाई खिलाई और तिरंगा फहराकर अपने जश्न का इजहार किया. परिवार के लोग बेहद भावुक दिखे. यह मौजूदा ओलंपिक में भारत का चौथा मेडल है.
वाराणसी: भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में स्पेन को 2-1 से हराकर कांस्य पदक जीत लिया है. हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई में भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में शानदार खेल दिखाया. कांस्य पदक जीतने के अवसर पर आईएएनएस ने भारतीय हॉकी खिलाड़ी ललित उपाध्याय के परिजनों से बात की. भारत की जीत के बाद ललित उपाध्याय के घर जश्न मनाया गया, एक दूसरे को मिठाई खिलाकर बधाई दी गई और पटाखे चलाए गए.
ललित के पिता ने बताया, "मैच की खुशी शब्दों में नहीं जता सकता हूं. सेमीफाइनल की हार के बाद, मेरा पूरा परिवार चिंता में था. इन लड़कों ने इतनी मेहनत की है कि सेमीफाइनल मैच जीतना चाहिए था. लेकिन हम अब जीत गए हैं और हमारी खुशी बरकरार है. टीम कम से कम खाली हाथ नहीं आ रही है." 'आने वाली पीढ़ियां याद रखेंगी', हॉकी टीम की जीत पर गदगद हुए PM मोदी, राष्ट्रपति ने भी दी बधाई
ललित उपाध्याय की बहन ने कहा, "हमने सेमीफाइनल की हार के बाद उम्मीद खो दी थी. लेकिन अब यह बहुत बड़ी जीत मिली है. यह बहुत रोमांचक मैच था, जिसमें स्पेन को अंतिम क्षणों में भी दो पेनल्टी कॉर्नर मिले. आखिरकार भारत जीत गया."
ललित उपाध्याय के भाई ने कहा, "यह बहुत बड़ी जीत है, जिसमें सबसे बड़ी बात यह है कि भारतीय हॉकी टीम ओलंपिक में लगातार दूसरी बार मेडल लेकर आई है. टीम के साथ एक मेडल आया है, चाहे इसका कलर कुछ भी हो."
ललित उपाध्याय की मां की आंखों से खुशी के आंसू नहीं रुक रहे थे. उन्होंने कहा कि, "सेमीफाइनल मैच में हार के बाद मन बहुत दुखी है. लेकिन अब यह खुशी के आंसू हैं कि भारतीय हॉकी टीम खाली हाथ नहीं आ रही है."
इस खास मौके पर ललित उपाध्याय के घर जमकर खुशी मनाई गई. एक दूसरे को मिठाई खिलाई और तिरंगा फहराकर अपने जश्न का इजहार किया. परिवार के लोग बेहद भावुक दिखे. यह मौजूदा ओलंपिक में भारत का चौथा मेडल है.
मालूम हो कि, भारतीय हॉकी टीम को सेमीफाइनल मैच में जर्मनी के खिलाफ 2-3 से हार मिली थी. यह वही टीम है जिसको भारत ने टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक मैच में हराया था. भारत ने इसके बाद स्पेन के खिलाफ बढ़िया वापसी की और लगातार दूसरा कांस्य पदक जीता. इस मैच के साथ भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश के अंतर्राष्ट्रीय करियर का भी समापन हो गया है. श्रीजेश ने घोषणा की थी वह पेरिस ओलंपिक के बाद हॉकी से संन्यास ले लेंगे.