भोपाल: भारत (India) में खेल जगत में दिए जाने वाले सबसे बड़े सम्मान खेल रत्न पुरस्कार (Khel Ratna Award) को अब मेजर ध्यानचंद (Major Dhyan Chand) के नाम से जाना जाएगा. यह ऐलान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने किया है. प्रधानमंत्री के इस फैसले पर मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा (Vishnu Dutt Sharma) ने उनका आभार माना है. मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि, हॉकी (Hockey) के जादूगर मेजर ध्यानचंद ने अपने अद्भुत खेल से न सिर्फ सारी दुनिया का दिल जीता, बल्कि अपने देश को भी एक अलग पहचान दिलाई. खेल रत्न पुरस्कार मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखना उन्हें सच्ची आदरांजलि है. इस निर्णय के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अभिनंदन करता हूं. Tokyo Olympics 2020: कांस्य पदक से चूकी भारतीय महिला हॉकी टीम ने हारकर भी रचा इतिहास
इसी तरह खेल रत्न का नाम ध्यानचंद के नाम किए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने कहा, हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद जी ने विश्व पटल पर भारत को कई बार गौरवांवित किया है. खेल के क्षेत्र में दिए जाने वाले भारत के प्रतिष्ठित खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश की जनता की ओर से आत्मीय धन्यवाद.
शर्मा ने टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम की सफलता का जिक्र करते हुए कहा, आज जब भारतीय हॉकी टीम 41 वर्ष बाद ओलंपिक में पदक लेकर आई है तो खेल रत्न का नाम बदलकर मेजर ध्यानचंद खेल रत्न रखने का प्रधानमंत्री का यह निर्णय जनता को और भी गौरवान्वित करने वाला है.
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस ट्वीट को भी टैग किया है जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा, देश को गर्वित कर देने वाले पलों के बीच अनेक देशवासियों का ये आग्रह भी सामने आया है कि खेल रत्न पुरस्कार का नाम मेजर ध्यानचंद जी को समर्पित किया जाए. लोगों की भावनाओं को देखते हुए, इसका नाम अब मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार किया जा रहा है. जय हिंद.
प्रधानमंत्री मोदी के इस फैसले से खेल जगत में भी खुशी की लहर है. खिलाड़ियों ने प्रधानमंत्री के इस फैसले का स्वागत किया है.