नई दिल्ली, 5 मई : कोविड के बढ़ते मामलों के कारण इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2021 को मंगलवार को स्थगित किए जाने के बाद अब भारत में इस साल अक्टूबर नवंबर में होने वाले टी 20 विश्व कप (T20 World Cup) पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं. देश भर में कोविड मामलों की बढ़ती संख्या के बावजूद आईपीएल बायो बबल अभेद्य होना चाहिए था. हालांकि, आईपीएल की आधी टीमों में पॉजिटिव मामलों के सामने आने से भारतीय क्रिकेट बोर्ड की सुरक्षित बायो सिक्योर क्षमता पर सवालिया निशान लग गए हैं. हालांकि भारत में होने वाले टी 20 विश्व कप को शुरू होने में अभी पांच महीने है और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को लगता है कि अभी भी समय है. बोर्ड का मानना है कि टूर्नामेंट के जबरन निलंबन की संभावना कम ही है.
आईसीसी की टीम आईपीएल के दौरान भारत का दौरा करने वाली थी, लेकिन महामारी के कारण उसने अपना कार्यक्रम रद्द कर दिया था. पिछले हफ्ते बीसीसीआई के एक शीर्ष अधिकारी ने पुष्टि की थी कि टी 20 विश्व कप के लिए यूएई को स्टैंडबाय स्थल के रूप में रखा गया है. बीसीसीआई के खेल विकास के महाप्रबंधक धीरज मल्होत्रा ने बीबीसी को दिए साक्षात्कार में कहा था, " इसका (आयोजन स्थल) यूएई होगा. हमें उम्मीद है कि यह बीसीसीआई द्वारा इसका आयोजन किया जाएगा. इसलिए यह टूनामेंट यहीं होगा और इसे बीसीसीआई द्वारा किया जाएगा." टी 20 विश्व कप का आयोजन अक्टूबर नवंबर में भारत में होना है. लेकिन देश में इस समय कोरोना की दूसरी लहर चल रही है और पिछले कुछ दिनों से 3.5 लाख केस आ रहे हैं और करीब 3000 लोगों की मौत हो रही है. यह भी पढ़ें : IPL 2021 के ससपेंड होने के बाद तीसरे देश जा सकते है ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी
यदि स्थिति में सुधार नहीं होता है, तो यह पहली बार होगा जब भारत किसी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट या सीरीज का देश के बाहर मेजबानी करेगा. बीसीसीआई ने इससे पहले दो बार विदेशों में आईपीएल की मेजबानी की है. इसमें 2009 में दक्षिण अफ्रीका में और 2020 में यूएई में. यूएई में 2014 के आईपीएल संस्करण का भी आयोजन किया गया था. इस साल यूएई में भी आईपीएल आयोजित करने के लिए बातचीत हुई थी, लेकिन बीसीसीआई का एक वर्ग इसके लिए सहमत नहीं हुआ और इसके बजाय भारत में इसकी मेजबानी करने का फैसला किया था.