18 साल के भारतीय शतरंज ग्रैंड मास्टर आर प्रज्ञानानंद (R Praggnanandhaa) ने शतरंज की दुनिया में इतिहास रच दिया है! उन्होंने नॉर्वे शतरंज 2024 (Norway Chess 2024) में विश्व नंबर 1 मॅग्नस कार्लसन (Magnus Carlsen)
को पहली बार क्लासिकल गेम में हराया! प्रज्ञानानंद के लिए अपने ही देश में आयोजित इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में दुनिया के सबसे बड़े शतरंज खिलाड़ी के खिलाफ खेलना बेहद चुनौतीपूर्ण था, लेकिन पिछले साल के विश्व कप के उपविजेता ने सभी चुनौतियों का सामना करते हुए कार्लसन को शिकस्त दी.
प्रज्ञानानंद ने मॅग्नस कार्लसन को पहली बार क्लासिकल गेम में हराकर इतिहास रच दिया है! इस 18 साल के शतरंज खिलाड़ी ने पहले भी कार्लसन को रैपिड और प्रदर्शनी गेम में कई बार मात दी है, लेकिन क्लासिकल गेम में यह पहली जीत है.
तीन राउंड के बाद प्रज्ञानानंद 5.5 अंकों के साथ टूर्नामेंट में शीर्ष स्थान पर पहुँच गए हैं. प्रज्ञानानंद ने सफ़ेद मोहरों से खेलते हुए कार्लसन को मात दी, जिसके बाद कार्लसन पॉइंट टेबल में पांचवें स्थान पर खिसक गए.
क्लासिकल शतरंज को धीमी शतरंज भी कहा जाता है. इसमें खिलाड़ियों को अपनी चाल चलने के लिए काफी समय दिया जाता है, आमतौर पर कम से कम एक घंटा.
First classical win for Praggnanandhaa against Magnus Carlsen. What more to say?
This victory marks a significant milestone in Praggnanandhaa's career. Congratulations! 🌟#NorwayChess pic.twitter.com/ZrCHVexis8
— Norway Chess (@NorwayChess) May 29, 2024
इस जीत के साथ प्रज्ञानानंद नॉर्वे शतरंज 2024 में 9 में से 5.5 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर पहुँच गए हैं. मॅग्नस कार्लसन टूर्नामेंट में पाँचवें स्थान पर खिसक गए हैं. प्रज्ञानानंद की जीत भारतीय शतरंज के लिए एक बड़ी उपलब्धि है! उनकी इस शानदार जीत ने पूरे देश में उत्साह और गर्व का माहौल बना दिया है.
अन्य मैचों में अमेरिका के विश्व नंबर दो फैबियानो कारुआना ने चीन के मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरन को हराया. यह हार के बाद लिरन छह खिलाड़ियों के टूर्नामेंट में सबसे नीचे आ गए हैं. अमेरिकी हिकारु नाकामुरा ने फ्रांस के अलीरेज़ा फ़िरौज़ा के खिलाफ अर्मागेडन गेम जीतकर आधा अंक हासिल किया और पॉइंट टेबल में तीसरे स्थान पर पहुँच गए. चौथे राउंड में नाकामुरा का मुकाबला प्रज्ञानानंद से होगा.
आपको बता दें कि नॉर्वे शतरंज एक वार्षिक बंद शतरंज टूर्नामेंट है, जो आम तौर पर हर साल मई से जून की अवधि में होता है. पहला संस्करण 7 मई से 18 मई 2013 तक स्टवान्गर क्षेत्र, नॉर्वे में हुआ था.