Ravindra Jadeja Replacement: मौजूदा टी20 विश्व चैंपियन भारत ने हरारे में खेले गए अंतिम टी20 मैच में जिम्बाब्वे को हराकर सीरीज 4-1 से जीत ली. वॉशिंगटन सुंदर गेंदबाजी विभाग में सीरीज में आठ विकेट लेकर भारत के लिए सबसे सफल गेंदबाज साबित हुए. पूरी सीरीज में अपने शानदार प्रदर्शन के दम पर सुंदर को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया. वेस्टइंडीज में टी20 विश्व कप जीतने के तुरंत बाद भारत को पांच मैचों की सीरीज के पहले मैच में जिम्बाब्वे के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा था. मेन इन ब्लू के शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन के बावजूद बल्ले से उनका प्रदर्शन उम्मीद से कम रहा और वे 116 रनों के लक्ष्य का पीछा नहीं कर सके. जिसमे वॉशिंगटन सुंदर ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया और अंत तक अकेले संघर्ष किया, लेकिन भारत को जीत नहीं दिला पाए. यह भी पढ़ें: रविंद्र जडेजा के टी20 से सन्यास के बाद टीम इंडिया में धाकड़ ऑलराउंडर की कमी, इन युवा खिलाड़ियों के कंधें पर बढ़ेगा भार
विराट कोहली, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा जैसे दिग्गजों के संन्यास के बाद भारतीय क्रिकेट इस फॉर्मेट में सुरक्षित हाथों में है. सुंदर लंबे समय से चयन रडार पर हैं. जब से जडेजा ने सबसे छोटे फॉर्मेट से सन्यास की घोषणा की तो ऐसा लग रहा था कि रविंद्र जडेजा का रिप्लेसमेंट ढूंढना आसान नहीं होगा. लेकिन वाशिंगटन ने इस जगह को भुनाने के लिए पूरी तरफ से तैयार है. आइए तीन संभावित कारणों पर एक नज़र डालते हैं कि सुंदर टी 20 प्रारूप में जडेजा के लिए आदर्श प्रतिस्थापन क्यों हैं.
हर परिस्तिथि में गेंदबाजी करने का कौशल: खेल के किसी भी चरण में गेंदबाजी करने की सुंदर की क्षमता उन्हें इस प्रारूप में किसी भी कप्तान के लिए एक बेहतरीन गेंदबाज बनाती है. वह पावरप्ले में भी छाप छोड़ सकते हैं. उन बहुत कम स्पिनरों में से हैं जिनके पास तीस गज के घेरे के बाहर सिर्फ दो क्षेत्ररक्षकों के साथ गेंदबाजी करने का कौशल और स्वभाव है.
जडेजा की तरह परिस्तिथि के अनुकूल बल्लेबाजी में माहिर: बल्ले के साथ क्षमता एक और बड़ी खूबी सुंदर को एक बेहतरीन टी20 खिलाड़ी बनाती है, वह उन बल्लेबाज़ों में से नहीं हैं जो बैटिंग ऑर्डर में बाद में आते हैं. वह तकनीकी रूप से मज़बूत बल्लेबाज़ हैं. हमने खेल के सबसे लंबे फ़ॉर्मेट में उनके कौशल को देखा है. वह किसी भी शीर्ष श्रेणी के गेंदबाज़ से बेख़बर हैं. किसी भी स्थिति में बल्लेबाज़ी कर सकते हैं. कभी-कभी अपनी फ़्रैंचाइज़ी और घरेलू क्रिकेट में ओपनिंग भी की है. वह मध्य क्रम में भी बल्लेबाज़ी करते हैं और फ़िनिशर की भूमिका बखूबी निभाते हैं.
फिल्ड पर कमाल की चुस्ती: जब आप भारतीय टीम में रवींद्र जडेजा जैसी क्षमता वाले किसी खिलाड़ी की जगह लेते हैं, तो आप सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी के बारे में ही नहीं सोचते हैं. आप अब तक के सबसे महान फील्डरों में से एक की जगह भी लेते हैं. खेल के सभी प्रारूपों में अकेले फील्डर के तौर पर जडेजा ने जो हासिल किया है, वह वाकई चौंका देने वाला है. हालांकि सुंदर जडेजा जितने शानदार नहीं हैं, लेकिन वे निश्चित रूप से भारतीय टीम के बेहतरीन फील्डरों में से एक हैं. वे एक सुरक्षित कैचर हैं. एक अच्छे ग्राउंड फील्डर भी हैं.