2001 ऑस्ट्रेलिया का भारत दौरा, पहला टेस्ट मुंबई में... टीम इंडिया को मिली करारी शिकस्त. दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया को मिला फॉलो-ऑन और हुआ एक दिग्गज बल्लेबाज का उदय. हैदराबाद के स्टाइलिश बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने मैच की दूसरी पारी में शानदार 281 रन बनाए और फॉलो-ऑन के बावजूद टीम इंडिया मैच जीतने में कामयाब रही. 1 नवंबर 1974 को जन्मे लक्ष्मण ने द्रविड़ के साथ मिलकर वो कारनामा किया जिसे भारतीय क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा गया. लक्ष्मण और द्रविड़ की उस पारी ने न सिर्फ टीम इंडिया को जीत दिलाई बल्कि पुरे देश के करोड़ों लोगों को लड़ना सिखाया.
ऐसा नहीं है कि लक्ष्मण ने उससे पहले कोई बड़ी पारी नहीं खेली थी मगर इस पारी ने उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तो वे हमेशा ही अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते थे. 281 रनों की इस पारी के बाद उन्होंने लगभग 10 सालों में टेस्ट क्रिकेट में कई ऐसी पारी खेली जिसने भारत को कई मैच जीताए. वह टीम इंडिया के लिए संकटमोचक की भूमिका निभाते थे.
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निछले क्रम के बल्लेबाजों के साथ उन्होंने कई टेस्ट मैच बचाए हैं. उन्होंने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में 148 रनों की बेशकीमती पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई थी. एक बार फिर द्रविड़ के साथ साझेदारी से कंगारुओं को उनके घर में मात मिली.
लक्ष्मण ने 134 टेस्ट मैच खेले और 8781 रन बनाए. इस दौरान उन्होंने 17 शतक जड़े. हालांकि वे वनडे क्रिकेट में इतने कामयाब नहीं हो सके. उन्होंने 86 वनडे मैच में 2338 रन बनाए. बहुत कम लोग जानते हैं कि लक्ष्मण पूर्व राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के भतीजे हैं. उन्हें ऑस्ट्रेलिया ने वेरी वेरी स्पेशल का टाइटल दिया था.