India National Cricket team vs Australia National Cricket Team: ऑस्ट्रेलिया राष्ट्रीय क्रिकेट बनाम भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम 5 मैचों के टेस्ट सीरीज( Test Series) का दूसरा मुकाबला 06 दिसम्बर( शुक्रवार) से एडिलेड(Adelaide) के एडिलेड ओवल(Adelaide Oval) में खेला जाएगा. पहले टेस्ट में करारी हार झेलने के बाद, ऑस्ट्रेलिया की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) 2024-25 के आगामी दूसरे टेस्ट में वापसी करना चाहेगी. बहुप्रतीक्षित दूसरा टेस्ट गुलाबी गेंद से खेला जाएगा. टीम इंडिया पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे चल रही है. यह भी पढ़ें: एडीलेड में खेला जाएगा भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा टेस्ट मुकाबला, यहां जानें हेड टू हेड रिकार्ड्स, मिनी बैटल, स्ट्रीमिंग समेत सभी डिटेल्स
दूसरे टेस्ट से पहले, मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने अपनी प्लेइंग XI की घोषणा की जिसमें चोटिल जोश हेज़लवुड की जगह स्कॉट बोलैंड को टीम में शामिल किया गया. हेजलवुड को साइड स्ट्रेन की समस्या है, जिसके कारण वे भारत के खिलाफ एडिलेड टेस्ट से बाहर हो गए हैं. ऑलराउंडर मिशेल मार्श ने पर्थ में पहले टेस्ट में पीठ में अकड़न के बावजूद प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बरकरार रखी है. अनुभवी तेज गेंदबाज पैट कमिंस टीम की अगुआई करना जारी रखेंगे. इससे पहले पहले टेस्ट में भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम ने मेजबान ऑस्ट्रेलिया को 295 रनों के बड़े अंतर से हराया था. मैच में आठ विकेट लेने वाले जसप्रीत बुमराह को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, जबकि विराट कोहली और यशस्वी जायसवाल ने शतक बनाए थे.
एडिलेड ओवल की पिच रिपोर्ट(Adelaide Oval Pitch Report): एडिलेड ओवल के पिच क्यूरेटर ने पुष्टि की है कि भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरे टेस्ट के पहले दिन मैदान पर घास (6 मिमी) की एक समान परत होगी. गुलाबी गेंद तेज गेंदबाजों के लिए बहुत मददगार होती है. लाल गेंद की तुलना में गेंद थोड़ी ज़्यादा हिलती है. गुलाबी गेंद ज़्यादा उछाल भी पैदा करती है. सूर्यास्त के बाद का समय बल्लेबाजों के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण होता है क्योंकि रोशनी और दृश्यता में बदलाव होता है.
तेज गेंदबाज़ों को यह सत्र फ़ायदेमंद लगता है और वे परिस्थितियों का फ़ायदा उठा सकते हैं. बल्लेबाजों को सावधानी से खेलना चाहिए और जमने के बाद, वे मेरिट के हिसाब से शॉट खेल सकते हैं क्योंकि गेंद अच्छी उछाल के साथ आती है. जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ता है, एडिलेड की पिच टूटती जाती है और स्पिनर खेलने लगते हैं.
एडिलेड टेस्ट मैचों से जुड़े खास आंकड़े:
कुल टेस्ट मैच: एडिलेड में कुल 82 टेस्ट मैच खेले गए हैं. यह मैदान दुनिया के ऐतिहासिक क्रिकेट स्थलों में से एक है.
पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम की जीत: 40 बार पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीत दर्ज की है, जो इस मैदान पर बल्लेबाजी की अहमियत को दर्शाता है.
दूसरे बल्लेबाजी करने वाली टीम की जीत: 23 मैच दूसरी बल्लेबाजी करने वाली टीम ने जीते हैं, जो इस बात को दिखाता है कि पिच पर टिककर खेलने से मैच पलट सकता है.
एडिलेड ओवल टेस्ट रिकॉर्ड: एडिलेड ने 82 टेस्ट मैचों की मेज़बानी की है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया का इस मैदान पर 45-18 जीत-हार का प्रभावशाली रिकॉर्ड है. केवल 23.17% टेस्ट ड्रॉ पर समाप्त हुए हैं, यही वजह है कि प्रशंसकों को इस मैच में स्पष्ट विजेता की उम्मीद करनी चाहिए.
ड्रॉ मैच: एडिलेड में 19 टेस्ट ड्रॉ हुए हैं, जो कभी-कभी पिच के अनुकूल होने और मौसम की भूमिका को दर्शाता है.
सर्वोच्च व्यक्तिगत स्कोर: डेविड वॉर्नर ने 2019 में पाकिस्तान के खिलाफ नाबाद 335 रन बनाए थे. यह उनकी गजब की बल्लेबाजी का उदाहरण है.
टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े: 1895 में इंग्लैंड के अल्बर्ट ट्रॉट ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 8 विकेट लेकर 43 रन दिए थे, जो आज भी यादगार प्रदर्शन है.
मैच में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी आंकड़े: 1932 में क्लेरेंस ग्रिमेट ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ 14/199 का शानदार प्रदर्शन किया था.
सर्वोच्च टीम स्कोर: ऑस्ट्रेलिया ने 1948 में भारत के खिलाफ 674 रन बनाए थे. यह टेस्ट क्रिकेट में उनकी गहरी बल्लेबाजी का प्रदर्शन था.
न्यूनतम टीम स्कोर: 2020 में भारत सिर्फ 36 रन पर सिमट गया था, जो भारतीय क्रिकेट के लिए सबसे शर्मनाक पल में से एक है.
सर्वोच्च सफल रन-चेज़: 1902 में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 315/6 रन बनाकर ऐतिहासिक जीत दर्ज की थी.
पहली पारी का औसत स्कोर: एडिलेड में पहली पारी में औसत स्कोर 386 है, जो यहां बल्लेबाजों के अनुकूल पिच को दर्शाता है.
एडिलेड में भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया हेड-टू-हेड: दोनों टीमों के बीच कुल 13 मैच हुए हैं. ऑस्ट्रेलिया ने 8 जीते, भारत ने 2, और 3 ड्रॉ रहे। यह ऑस्ट्रेलिया की इस मैदान पर मजबूत पकड़ दिखाता है.