Shefali Verma: बेटी शेफाली वर्मा का ऐतिहासिक दोहरा शतक देख खुशी से झूम उठे पिता, फोन पर बात कर दी बधाई

भारतीय महिला क्रिकेट की वीरेंद्र सहवाग यानी शेफाली वर्मा ने द. अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में ऐतिहासिक दोहरा शतक ठोका है. इस पारी के दौरान उन्होंने कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए, जिसे देखकर उनके पिता भी काफी खुश हैं.

स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा( Photo Credit: Twitter/@BCCI)

रोहतक, 29 जून: भारतीय महिला क्रिकेट की वीरेंद्र सहवाग यानी शेफाली वर्मा ने द. अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में ऐतिहासिक दोहरा शतक ठोका है. इस पारी के दौरान उन्होंने कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए, जिसे देखकर उनके पिता भी काफी खुश हैं. यह भी पढें: IND-W vs SA-W: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने रचा इतिहास, टेस्ट में बना दिया अब तक का सबसे बड़ा स्कोर

मुंबई में चल रहे भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टेस्ट मैच में शेफाली वर्मा ने महिला क्रिकेट में सबसे तेज दोहरा शतक बनाकर अपने नाम एक बड़ा रिकॉर्ड दर्ज किया.

बेटी का शानदार प्रदर्शन देखकर उनके पिता संजीव वर्मा बहुत खुश हैं. वो भगवान का तो शुक्रिया अदा कर ही रहे हैं, साथ ही जिस एकेडमी में शेफाली वर्मा ने प्रैक्टिस की और जिस कोच ने उनको क्रिकेट के गुर सिखाए, उन सभी का धन्यवाद कर रहे हैं.

शेफाली वर्मा के पिता संजीव वर्मा ने कहा कि वह तो सेंचुरी का इंतजार कर रहे थे, लेकिन शेफाली ने दोहरा शतक लगाकर रिकॉर्ड कायम किया.

शेफाली के पिता ने कहा, "जब शेफाली से मैंने फोन पर बात की तो मैंने शेफाली को बधाई दी और अपने प्रदर्शन को और भी बेहतर करने पर फोकस करने को कहा. शेफाली ने अपने खेल में काफी सुधार किया है. उसने इस शतकीय पारी के दौरान सही शॉट सिलेक्शन किया. मैंने उससे यही कहा है कि बिना किसी डर के अपना नेचुरल गेम खेलने पर फोकस रखो."

सबसे तेज दोहरे शतक लगाने के रिकॉर्ड पर शेफाली के पिता ने कहा कि रिकॉर्ड टूटने के लिए ही बनते हैं और शायद शेफाली आगे चलकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दे.

जब उनसे पूछा गया कि क्या संजीव वर्मा को शेफाली वर्मा के पिता के नाम से जाना जाता है, तो शेफाली के पिता ने कहा, "हां, मुझे ऐसे कई लोग मिलते हैं जो मुझे शेफाली के पिता के नाम से जानते हैं। मेरे लिए यह काफी गर्व की बात है."

महिला टेस्ट के लिए शुक्रवार का दिन ऐतिहासिक रहा. टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एकमात्र टेस्ट के पहले दिन शानदार प्रदर्शन के साथ शुरुआत की. शेफाली वर्मा (205) के दोहरे शतक और स्मृति मंधाना (149) के बेहतरीन शतक तथा उनकी शानदार बल्लेबाजी के दम पर भारतीय टीम ने एक विशाल स्कोर खड़ा किया। भारतीय टीम ने एक दिन में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ दिया, पिछला सर्वश्रेष्ठ स्कोर एक दिन में 431 रन का था.

शेफाली वर्मा खेल की स्टार रहीं. 20 वर्षीय खिलाड़ी ने 205 रन बनाकर महिला टेस्ट क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज दोहरे शतक का रिकॉर्ड तोड़ दिया. उन्होंने केवल 194 गेंदों पर यह उपलब्धि हासिल की और एनाबेल सदरलैंड के 248 गेंदों पर दोहरे शतक के पिछले रिकॉर्ड को तोड़ दिया. शेफाली ने अपनी दोहरी शतकीय पारी में 23 चौके और आठ छक्के लगाए, जबकि मंधाना ने 161 गेंदों में 27 चौके और एक छक्का लगाया.

 

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