IPL 2025 Mega Auction: बीसीसीआई और आईपीएल टीम मालिकों की 31 जुलाई को होगी बैठक, कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद
आईपीएल 2018 मेगा नीलामी के लिए, नीलामी से तीन और अन्य राइट टू मैच कार्ड का उपयोग करक फ्रेंचाइजी को अधिकतम पांच खिलाड़ियों को बनाए रखने की अनुमति थी. लेकिन 2022 में दो नई टीमों गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स की शुरूआत के परिणामस्वरूप मौजूदा टीमों को चार खिलाड़ियों को बनाए रखने की अनुमति दी गई, जिसमें कोई आरटीम कार्ड शामिल नहीं था.
नई दिल्ली: आईपीएल 2025 को लेकर बीसीसीाई और आईपीएल टीमें अब एक्शन में आती नजर आ रही है. जानकारी के अनुसार, 31 जुलाई को बैठक होने वाली है जिसमें आईपीएल टीमें कितनी रिटेंशन कर सकती हैं और आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी से पहले राइट टू मैच (आरटीएम) के विकल्प क्या होंगे, इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी. IPL 2025 Mega Auction: मेगा ऑक्शन से पहले आईपीएल की फ्रेंचाइजियों ने BCCI से रखा मांग, ज्यादा खिलाड़ियों को रिटेन करने की मिले अनुमति- रिपोर्ट
क्रिकबज की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि आईपीएल के सीईओ हेमांग अमीन ने 31 जुलाई को होने वाली बैठक के लिए गुरुवार सुबह फ्रेंचाइजी मालिकों को टेक्स्ट मैसेज भेजे, जिसमें उन्हें यह बताया गया कि जल्द बैठक की जानकारी दी जाएगी.
अमीन ने यह भी संकेत दिया है कि बैठक 31 जुलाई को दोपहर या शाम को होगी. ऐसा माना जाता है कि सभी मालिकों ने बैठक के लिए अपनी उपलब्धता की पुष्टि कर दी है. हालांकि अभी वेन्यू की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन बैठक मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम परिसर में स्थित बीसीसीआई मुख्यालय क्रिकेट सेंटर में होने की उम्मीद है.
आईपीएल 2018 मेगा नीलामी के लिए, नीलामी से तीन और अन्य राइट टू मैच कार्ड का उपयोग करक फ्रेंचाइजी को अधिकतम पांच खिलाड़ियों को बनाए रखने की अनुमति थी. लेकिन 2022 में दो नई टीमों गुजरात टाइटन्स और लखनऊ सुपर जायंट्स की शुरूआत के परिणामस्वरूप मौजूदा टीमों को चार खिलाड़ियों को बनाए रखने की अनुमति दी गई, जिसमें कोई आरटीम कार्ड शामिल नहीं था. रिपोर्ट में बताया गया है कि बीसीसीआई द्वारा रिटेंशन की संख्या पांच या छह रखी जा सकती है.
रिटेंशन को सीमित करने के पीछे तर्क यह है कि अधिक संख्या नीलामी के उत्साह को कम कर सकती है. यदि प्रत्येक टीम आठ खिलाड़ियों को बनाए रखती है, तो दुनिया भर और भारत के शीर्ष 80 खिलाड़ी नीलामी से बाहर हो जाएंगे, जिससे पूरी नीलामी प्रक्रिया फीकी हो सकती है.
राइट टू मैच विकल्प एक विवादास्पद मुद्दा है जिस पर बैठक में बहस हो सकती है, हालांकि यह संभावना है कि बीसीसीआई ने इस मामले पर पहले ही निर्णय ले लिया है.