
India National Cricket Team vs England National Cricket Team: भारतीय राष्ट्रीय क्रिकेट टीम बनाम इंग्लैंड राष्ट्रीय क्रिकेट टीम तीन मैचों की वनडे सीरीज(ODI Series) का दूसरा मुकाबला 09 फरवरी(शनिवार) से कटक(Cuttack) के बाराबती स्टेडियम(Barabati Stadium) में खेला जाएगा. कटक का बाराबाती स्टेडियम भारत का एक ऐतिहासिक क्रिकेट मैदान है, जिसकी स्थापना 1958 में हुई थी. यह स्टेडियम 45,000 दर्शकों की क्षमता वाला है और इसे महाानदी रिवर एंड तथा पवेलियन एंड से पहचाना जाता है. भारतीय टीम और ओडिशा क्रिकेट टीम का यह घरेलू मैदान कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मुकाबलों की मेजबानी कर चुका है. यह स्टेडियम आधुनिक सुविधाओं से लैस है और यहां फ्लडलाइट्स की व्यवस्था भी है, जिससे डे-नाइट मैच आयोजित किए जा सकते हैं. अपनी ऐतिहासिक विरासत और शानदार माहौल के कारण यह भारत के प्रमुख क्रिकेट स्टेडियमों में से एक माना जाता है. यह भी पढ़ें: विराट कोहली की वापसी से बदल जाएगी टीम इंडिया की विनिंग कॉम्बिनेशन? दूसरे वनडे से बाहर होंगे ये दिग्गज, यहां देखें भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन
बाराबाती स्टेडियम वनडे क्रिकेट में प्रदर्शन और आंकड़े
कुल एकदिवसीय मैच: बाराबाती स्टेडियम, कटक में अब तक कुल 27 वनडे मुकाबले खेले जा चुके हैं. यह मैदान भारत के प्रमुख क्रिकेट स्टेडियमों में से एक है और कई यादगार मुकाबलों का गवाह रहा है.
पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम द्वारा जीते गए मैच: इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों ने 11 मौकों पर जीत हासिल की है। इससे पता चलता है कि यह पिच शुरुआत में बल्लेबाजों के लिए अनुकूल होती है, लेकिन बाद में गेंदबाजों को भी मदद मिलने लगती है।
दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने वाली टीम द्वारा जीते गए मैच: 16 मौकों पर लक्ष्य का पीछा करने वाली टीमों ने जीत दर्ज की है. इसका मतलब है कि यह मैदान बाद में बल्लेबाजी करने के लिए भी अच्छा रहता है, लेकिन दूसरी पारी में स्पिनरों को थोड़ी मदद मिल सकती है.
पहली पारी का औसत स्कोर: इस मैदान पर पहली पारी का औसत स्कोर 229 रन रहा है, जो बताता है कि यहां बल्लेबाजी के लिए संतुलित परिस्थितियां रहती हैं. बड़े स्कोर के लिए बल्लेबाजों को धैर्यपूर्वक खेलना जरूरी होता है.
दूसरी पारी का औसत स्कोर: दूसरी पारी का औसत स्कोर 201 रन है, जो दर्शाता है कि पीछा करने वाली टीमों के लिए रन बनाना थोड़ा चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर अगर पिच धीमी हो जाए या गेंद रुककर आने लगे.
हाईएस्ट स्कोर: इस मैदान पर सबसे बड़ा वनडे स्कोर 381/6 है, जो भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ 50 ओवरों में बनाया था. यह स्कोर दर्शाता है कि जब पिच बल्लेबाजों के अनुकूल होती है, तो यहां बड़े स्कोर बन सकते हैं.
सबसे कम स्कोर: इस मैदान पर सबसे कम वनडे स्कोर 77 रन है, जो दक्षिण अफ्रीकी महिला टीम ने इंग्लैंड महिला टीम के खिलाफ बनाया था. यह इंगित करता है कि अगर पिच में नमी या गेंदबाजों को अतिरिक्त मदद मिलती है, तो बल्लेबाजों को परेशानी हो सकती है.
सबसे बड़ा सफल चेस: भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 316 रनों का लक्ष्य सफलतापूर्वक हासिल किया था. यह साबित करता है कि इस मैदान पर लक्ष्य का पीछा किया जा सकता है, बशर्ते बल्लेबाज धैर्य से खेलें और साझेदारियां बनाएं.
सबसे कम स्कोर का बचाव: भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 189 रनों के स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव किया था. यह दर्शाता है कि अगर गेंदबाज अच्छी लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी करें, तो छोटे स्कोर को भी डिफेंड किया जा सकता है.
बाराबाती स्टेडियम में वनडे क्रिकेट के प्रमुख व्यक्तिगत रिकॉर्ड
बेस्ट गेंदबाजी: ईशांत शर्मा ने नवंबर 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 34 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे, जो इस मैदान पर अब तक का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन है. भारत ने उस मैच में 363 रन बनाए थे, जिसमें अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन ने शतक जमाए थे, जबकि सुरेश रैना ने अर्धशतक लगाया था. इसके बाद ईशांत शर्मा की घातक गेंदबाजी ने श्रीलंका को 169 रनों से हार का स्वाद चखा दिया था.
मोस्ट रन: मोहम्मद अजहरुद्दीन ने इस मैदान पर 153 रन की पारी खेली थी, जो इस मैदान पर किसी भी बल्लेबाज द्वारा बनाया गया सबसे बड़ा स्कोर है. हालांकि, युवराज सिंह ने भी इस मैदान पर 150 रन की शानदार पारी खेली थी, जो अजहरुद्दीन के स्कोर के बेहद करीब है.
हाईएस्ट व्यक्तिगत स्कोर: मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अप्रैल 1998 में जिम्बाब्वे के खिलाफ 150 गेंदों में नाबाद 153 रन बनाए थे. यह इस मैदान पर अब तक का सबसे बड़ा व्यक्तिगत स्कोर है. भारत ने उस मैच में कुल 301 रन बनाए थे और 32 रनों से जीत दर्ज की थी. अजहरुद्दीन की इस पारी में शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन देखने को मिला था, जिसमें उन्होंने अपनी क्लासिक टाइमिंग और तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल किया था.
मोस्ट विकेट: इस मैदान पर अजित आगरकर, रविचंद्रन अश्विन और ईशांत शर्मा ने सबसे ज्यादा विकेट लिए हैं. आगरकर ने 3 मैचों में, अश्विन ने 2 मैचों में और ईशांत शर्मा ने 1 मैच में 4-4 विकेट चटकाए हैं. यह तीनों गेंदबाज इस मैदान पर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से टीम इंडिया को सफलता दिलाई है.