Maharshi Dayanand Saraswati Jayanti 2022: 19वीं सदी के महान समाज सुधारकों (Great Social Reformers) में शुमार स्वामी दयानंद सरस्वती (Swami Dayananda Saraswati) का नाम आज भी बड़े ही आदर और सम्मान के साथ लिया जाता है. देश में फैले पाखंड, अंधविश्वास और सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले स्वामी दयानंद सरस्वती ने पाखंड को खत्म करने, जाति प्रथा को तोड़ने और विधवा विवाह को लेकर समाज एक नई अलख जगाई थी. इस साल उनकी जयंती 26 फरवरी 2022 को मनाई जाएगी. दरअसल हिंदू पंचांग के अनुसार, स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को गुजरात के राजकोट के करीब स्थित टंकारा में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था, जबकि अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक, उनका जन्म 12 फरवरी 1824 को हुआ था. वो शादी करके गृहस्थ जीवन नहीं जीना चाहते थे, इसलिए वो साल 1846 में एक रात बिना किसी को बताए घर छोड़कर देश भ्रमण पर निकल गए. आर्य समाज की स्थापना करने वाले महर्षि दयानंद सरस्वती ने ही स्वराज का नारा दिया था, जिसे लोकमान्य तिलक ने आगे बढ़ाया. अपनी विलक्षण प्रतिभा और समाज के लिए किए गए महत्वपूर्ण कार्यों के चलते ही आज भी दयानंद सरस्वती लोगों के दिलों में बसते हैं.
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