Matrimony Based On Mutual Love: देश की सबसे बडी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को पति- पत्नी के वैवाहिक विवाद से संबंधित एक याचिका पर सुनवाई करते हुए बड़ी टिप्पणी की है. जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस सीटी रविकुमार की खंडपीठ ने कहा विवाह आपसी प्रेम और स्नेह पर आधारित है न कि नियमों और शर्तों पर. ऐसे में कोर्ट क्या कर सकता है. दरअसल महिला ने कोर्ट में सऊदी रह रहे अपने पति को लेकर याचिका दायर की है. महिला का आरोप है कि उसका पति उसके साथ नहीं रहा है और वह सऊदी में है. वह विदेश से आ नहीं रहा है. ऐसे में वह कहा जाए. इसी बात को लेकर महिला ने कोर्ट में याचिका दायर की है. हालांकि मामले में एक बार कोर्ट ने दोनों को साथ रहने को लेकर मध्यस्थता कर चुका है. लेकिन महिला चाहती है कि कोर्ट इस मामले में फिर से हस्तक्षेप करे. हालांकि महिला की याचिका पर कोर्ट सुनवाई के लिए फिर से राजी हो गया है और इस मामले पर अब अगली सुनवाई 30 मार्च को होगी. हालांकि कोर्ट ने महिला और पति के वकील को इससे पहले 6 फरवरी को एक बार फिर से दोनों के बीच मध्यस्थता कराने को लेकर कहा है. कोर्ट ने अपने आदेश में कहा कि महिला का पति वर्चुअल रहे.
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Matrimony Based On Mutual Love And Affection; Not On Terms And Conditions: Supreme Court @Rintumariam https://t.co/SMBWgZaje7
— Live Law (@LiveLawIndia) January 30, 2023
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