इसरो ने आज एक और उपलब्धि की दिशा में बड़ा कदम बढ़ा दिया है. गगनयान मिशन के लिए क्रू मॉड्यूल का टेस्ट सफल रहा है। सुबह दो बार लॉन्च टेस्ट में बाधा आई लेकिन इसरो के वैज्ञानिकों ने खामी को झट से दूर कर लिया। बाद में टेस्ट सफल रहा.

गगनयान को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सतीश धवन स्पेस सेंटर से सफलतापूर्वक लॉन्च किया. क्रू मॉड्यूल बंगाल की खाड़ी में पैराशूट की मदद से उतरा, जिसे भारतीय नौसेना ने रिकवर किया. इस उड़ान के दौरान इसरो ने सिक्वेंसिंग, टेलिमेट्री, एनर्जी आदि पहलुओं की जांच की जो अंतरिक्ष में मानव भेजने की चुनौतियों को समझने में मददगार होंगे.

क्या है मिशन गगनयान?

मिशन गगनयान के तहत अंतरिक्ष यात्रियों को धरती से 400 किलोमीटर दूर अंतरिक्ष में भेजा जाएगा जहां तीन दिनों तक अंतरिक्ष यात्री धरती की कक्षा के चक्कर लगाएंगे. इसके बाद इन अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित धरती पर लैंड कराया जाएगा. गगनयान में अंतरिक्ष यात्रियों को ले जाने वाले कैप्सूल को बंगाल की खाड़ी में वापस लैंड किया जाएगा जहां भारतीय नौसेना इन्हें ढूंढकर सुरक्षित बचाएगी.

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