चीन में हमेशा अजीबो गरीब घटनाएं सुनने को मिलती रहती हैं. एक बार फिर चौंका देनेवाली घटना सामने आई हैं. यहां रहने वाले एक व्यक्ति को पिछले 30 सालों से सिरदर्द और चक्कर आ रहे हैं. डॉक्टर के पास जाने के बाद उन्होंने बताया कि, उन्हें मिर्गी की समस्या है. जिसके बाद शख्स पिछले 30 साल से मिर्गी की दवाई खा रहा था. लेकिन फिर जो सच सामने आया वो हैरान करने वाला था. वेबसाइट asiaone.com के अनुसार 59 वर्षीय, झांग गुआंगडोंग प्रांत के एक पहाड़ी गांव में रहने वाले शख्स ने पहली बार 1979 में गंभीर सिरदर्द और चक्कर का अनुभव किया. उस समय वे अपने दोस्तों के साथ बैठे थे और गेम खेल रहे थे. उनके कंधों और पैरों में अचानक दर्द शुरू हो गया. उनके मुंह से झाग निकलने लगा और वे बेहोश हो गए.
बेहोश होने के बाद जांग को ग्वांगझू के एक अस्पताल ले जाया गया. यहां डॉक्टरों ने भी बताया कि उन्हें मिर्गी की समस्या है. उन्होंने मिर्गी के अनुसार दवाईयां दी, लेकिन सिरदर्द, चक्कर आना, शरीर में झुनझुनी और मुंह से झाग लेने की समस्या कम ही नहीं हो रही थी. साल 2015 में उनकी समस्याएं बहुत बढ़ गईं. चक्कर आने के बाद वो बेहोश होकर गिर जाते थे. जिसके बाद फिर वो डॉक्टर के पास वापस गए. लेकिन डॉक्टर ने उन्हें होने का कारण ही बताया. जिसके बाद वो दूसरे डॉक्टर के पास गए. वहां झांग का एमआरआई स्कैन कराया. तब उनके सिरदर्द का असली कारण सामने आया. झांग के दिमाग में 3 सेंटीमीटर लंबा परजीवी मिला. सर्जरी द्वारा परजीवी को निकाला गया. सबसे आश्चर्य की बात यह है कि यह परजीवी पिछले छह वर्षों से उनके दिमाग में जीवित है. इसे देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए.
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झांग का ऑपरेशन करनेवाले डॉक्टर यान ज़ुआकियांग के अनुसार, यह परजीवी नदी का पानी पीने या आधा पका हुआ झींगा खाने से पैदा हो सकता है. झांग ने खुद बातया कि वो गांव में नदी का पानी पीते थे और झींगे भी बहुत खाते थे. डॉक्टरों का मानना है कि परजीवी की वजह से झांग को सिरदर्द हुआ.