VIDEO: हिमाचल का 'पुष्पा' कौन? बादल फटते ही सामने आई वन माफिया की करतूत, डैम में लकड़ियों के ढेर ने खोली पोल

Flash Flood Kullu 2025: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की बंजार और सैंज घाटियों में 25 जून को आई भीषण बाढ़ ने न सिर्फ घर-बार और जिंदगियां बहा दीं, बल्कि एक और बड़ा सच भी सामने लाया. बाढ़ के बाद जो मंजर देखने को मिला, उसने सबको झकझोर कर रख दिया. खड्डों से लेकर नदी-नालों और मंडी के पंडोह डैम तक हर जगह कटी हुई लकड़ियों के ढेर नजर आए. पूरा डैम जंगल में तब्दील नजर आया. अब सवाल उठता है कि हिमाचल का ‘पुष्पा’ कौन है? कौन हैं वे लोग जो जंगलों को काटकर मोटा मुनाफा कमा रहे हैं.

यह सवाल अब सिर्फ राजनीतिक नहीं, बल्कि प्राकृतिक और सामाजिक चिंता का विषय बन गया है.

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पहाड़ों में इतनी सारी लकड़ियाँ कौन काट रहा है?

हिमाचल सरकार बताए, कौन है वहां का पुष्पा ?

कांग्रेस विधायक ने उठाए सवाल

यही सवाल खुद सत्ताधारी पार्टी के विधायक भी उठा रहे हैं. शिमला के ठियोग से कांग्रेस विधायक कुलदीप सिंह राठौर ने इस पूरे मामले को लेकर अपनी ही सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है. उन्होंने साफ-साफ कहा, "पंडोह डैम में जो लकड़ियां जमा हुई हैं, वो कोई प्राकृतिक लकड़ी नहीं हैं. ये वन माफिया के अवैध कटान का नतीजा है. पिछले साल भी ऐसी ही तस्वीरें सामने आई थीं, लेकिन सरकार ने कुछ नहीं किया. अब फिर वही हो रहा है.”

राठौर का आरोप है कि वन विभाग अपनी जिम्मेदारी निभाने में पूरी तरह नाकाम रहा है. उन्होंने याद दिलाया कि 2023 में भी मंडी के थुनाग इलाके में बाढ़ के दौरान भारी मात्रा में पेड़ बहकर बाजार तक पहुंच गए थे. उस समय भी मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए थे, लेकिन मामला ठंडे बस्ते में चला गया.

सख्त जांच और कार्रवाई की मांग

अब फिर से वही कहानी दोहराई जा रही है. इस बार भी वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें बाढ़ के पानी में पेड़ बहते साफ नजर आते हैं. ऐसे में सवाल यह है कि जब जंगलों से पेड़ इस तरह बह रहे हैं, तो क्या यह जंगल कटान का सीधा प्रमाण नहीं है?

विधायक राठौर ने मुख्यमंत्री से तुरंत सख्त जांच और कार्रवाई की मांग की है. साथ ही, उन्होंने प्रदेश में हर साल आने वाली मौसमी आपदाओं को लेकर भी चिंता जताई.