कोरोना वायरस (Coronavirus) के साथ-साथ देश के कई राज्यों के किसान टिड्डियों के आंतक (Locust Attack) से जूझ रहे हैं. पाकिस्तान से भारत में घुसपैठ करने के बाद टिड्डियों के विशाल झुंड (Locust Swarms) ने अब तक राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में फसलों को नष्ट किया है. हालांकि टिड्डी दल (Tiddi dal) को नियंत्रित करने और उन्हें भगाने के लिए कीटनाशकों से लेकर तमाम तरह के उपाय किए जा रहे हैं. टिड्डियों के भारत में घुसपैठ की खबरों के सुर्खियों में आने के बाद से ट्विटर पर भी कई मजेदार प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं. इन सबके बीच सोशल मीडिया पर टिड्डी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो खेत में हल चलाती (Plowing in Field) दिख रही है. दरअसल, फसलों को नुकसान पहुंचाने के लिए टिड्डी को यह सजा (Punishment For Destroying Crops) दी गई है.
इंटरनेट पर वायरल हो रहे वीडियो में एक टिड्डी को माचिस की तिल्लियों से बने हल (Ploughing Toy) में बैल की तरह बांधा गया है और वो इस हल से खेत में जुताई करती दिख रही है. टिड्डी जैसे-जैसे आगे बढ़ती है, छोटे-छोटे पहिए वाला यह हल आगे खिसकता है. इस वीडियो के साथ कैप्शन लिखा है- प्रिय टिड्डी तुम हमारी फसलों को नुकसान पहुंचाओगे तो हम तुमसे हल चलवाएंगे. जाहिर सी बात है कि फसलों को नुकसान पहुंचाने के लिए टिड्डी को यह सजा दी गई है. भले ही इस वीडियो के देख आपको हंसी आ जाए, लेकिन यह जानवरों, छोटे जीवों के प्रति दुर्व्यवहार को दर्शाता है. यह भी पढ़ें: Locust Attack: टिड्डियों को भगाने के लिए स्थानीय लोगों ने निकाला नायाब तरीका, वीडियो देख आप इस आधुनिक समाधान की करेंगे सराहना
देखें वीडियो-
प्रिय टिड्डी तुम हमारी फसलों को नुक़सान पहुँचाओगे तो हम तुमसे हल चलवायेंगे !
Dear #Tiddi if you damage our crops we will make you plough our fields !#Jugad #Jugadrocks #TiddiAttack #LocustAttack #LocustSwarms #LocustInvasion #locustattacks #locusts #mondaythoughts pic.twitter.com/dgG7uj5TSy
— RAHUL SRIVASTAV (@upcoprahul) June 8, 2020
गौरतलब है कि टिड्डियों के आतंक से प्रभावित क्षेत्रों में इनसे निपटने के लिए कीटनाशकों के छिड़काव के उपाय किए गए हैं, जबकि कई जगहों पर बर्तनों को पीटकर, पुलिस के सायरन को बजाकर, संगीत और डीजे बजाकर टिड्डियों को दूर भगाने की कोशिश की गई. राजस्थान और मध्य प्रदेश में खेतों पर कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया, ताकि टिड्डियों के आंतक से छुटकारा मिल सके और फसलों को बर्बाद होने से बचाया जा सके.