Locust Attack: टिड्डियों को भगाने के लिए स्थानीय लोगों ने निकाला नायाब तरीका, वीडियो देख आप इस आधुनिक समाधान की करेंगे सराहना
टिड्डियों के हमले से निपटने का नायाब तरीका (Photo Credits: Twitter)

Locust Attack: पाकिस्तान (Pakistan) में तबाही मचाने के बाद भारत में दाखिल हुआ टिड्डियों का दल (Locust Swarm) परेशानी का सबब बनता जा रहा है. राजस्थान (Rajasthan) में आने वाली हवा या रेगिस्तानी तूफान की मदद से भारत में घुसे टिड्डियों के दल (Tiddi Dal) ने अब तक राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. हालांकि केंद्र और राज्य सरकार अपने-अपने स्तर पर टिड्डियों के हमले (Locust Attack) को नियंत्रित करने की तमाम कोशिशें कर रही है. इसके साथ ही फसलों को बचाने और टिड्डियों को भगाने के लिए ढोल-ड्रम, थाली, डीजे, पुलिस सायरन का इस्तेमाल किया जा रहा है, क्योंकि तेज आवाज सुनकर टिड्डे भाग जाते हैं. इस बीच टिड्डियों को भगाने वाले आधुनिक समाधान या यूं कह लें कि एक देसी जुगाड़ का वीडियो वायरल हो रहा है.

सोशल मीडिया पर टिड्डियों को भगाने का एक देसी व आधुनिक जुगाड़ वाला वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में बोतल, टीन के डब्बे का इस्तेमाल करके टिड्डियों को भगाने का एक बेजोड़ जुगाड़ स्थानीय लोगों ने बनाया है. हालांकि यह वीडियो कहां का है यह तो नहीं ज्ञात है, लेकिन इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के अधिकारी प्रवीण कास्वां (IFS Parveen Kaswan) ने इस टिकटॉक वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया है.

देखें वीडियो-

इसके साथ उन्होंने कैप्शन लिखा है- आधुनिक समस्या के लिए आधुनिक समाधान की आवश्यकता है. टिड्डियों के लिए सबसे अच्छा स्थानीय इनोवेशन... करीब 15 सेकेंड का यह वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर आप भी इस आधुनिक जुगाड़ वाले समाधान की सराहना करने पर मजबूर हो जाएंगे. यह भी पढ़ें: टिड्डी दल का आक्रमण: टिड्डियों से जुड़ी ये बातें शायद ही जानते होंगे आप, एक बार जरुर पढ़ें

गौरतलब है कि हर साल पाकिस्तान से भारत में टिड्डियों की घुसपैठ के कई मामले सामने आते हैं. हर साल हजारों-लाखों टिड्डियों का दल घुसपैठ करके देश के सीमावर्ती क्षेत्रो में फसलों और वनस्पतियों को तबाह कर देते हैं. इस साल पहली बार देश में टिड्डियों ने 11 अप्रैल को घुसपैठ की, जबकि आमतौर पर यह दल जून से नवंबर तक देश के सीमावर्ती इलाकों में सक्रीय रहता है.