चीनी वायरोलॉजिस्ट डॉ. ली-मेंग यान (Dr Li-Meng Yan) ने पिछले हफ्ते चीन पर आरोप लगाया था कि उसने कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने के लिए उचित प्रिकॉशन नहीं लिए और साइंटिफिक प्रूफ के साथ ये दावा किया है कि COVID-19 वुहान के लैब में बना है. एक हफ्ते से भी कम समय के बाद, उनके ट्विटर अकाउंट को कंपनी ने "ट्विटर नियमों" का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर सस्पेंड कर दिया है.
वायरोलॉजिस्ट ने सोशल मीडिया पर ये दावा किया कि SARS CoV-2 वुहान के लैब में बना है, जिसके बाद चीनी वायरोलॉजिस्ट के सोशल मीडिया पर फॉलोअर्स और लाइक्स बढ़ गए. डॉ.यान ने एक टॉक शो में खुलासा किया था कि जब वह दुनिया को महामारी के बारे में सचेत करना चाहती थीं, तो चीनी अधिकारियों द्वारा धमकी दिए जाने के बाद उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए अमेरिका भागना पड़ा था. डॉ. ने चीनी अधिकारियों पर उसके बारे में अफवाहें फैलाने और उसकी सारी जानकारी को डिलीट करने के लिए लोगों को नियुक्त करने का भी आरोप लगाया था.
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उन्होंने दावा किया कि जब वह वुहान में न्यूमोनिया (Pneumonia) के प्रकोप की जांच करने के लिए गई थी, तो उसने कोरोनोवायरस के बारे में जानकारी हासिल की. उसने अधिकारियों को सचेत करने की कोशिश की लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन से कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने चीनी अधिकारियों पर उनकी चेतावनियों को नजरअंदाज करने और महामारी के माध्यम से दुनिया को पीड़ित करने का आरोप लगाया, जबकी इससे बचा जा सकता था.
डॉ. ली-मेंग यान ने अपने वीडियो में ये दावा किया है कि,"यह वायरस प्रकृति से नहीं है," अपने वीडियो में उन्होंने जोर दिया. “जीनोम अनुक्रम (genome sequence) मानव फिंगर प्रिंट की तरह है. तो इसके आधार पर आप इन चीजों को पहचान सकते हैं. मैं सबूतों के साथ लोगों को यह बताने की कोशिश कर रही हूं कि यह चीन के लैब से क्यों आया है, इन्होने ही इसे बनाया है. "