Vegetable-Themed Condoms: सुरक्षित यौन संबंध का महत्व समझने वाले लोग कंडोम का इस्तेमाल करना नहीं भूलते हैं. बेशक कंडोम के इस्तेमाल से यौन संचारित रोगों और अनचाहे गर्भ का खतरा टल जाता है. मार्केट में कई फ्लेवर्स के कंडोम उपलब्ध हैं, लेकिन अब जल्द ही मार्केट में सब्जी-थीम वाले कंडोम (Vegetable-Themed Condoms) की एंट्री हो सकती है. दरअसल, द हॉर्टिकल्चरल सोसायटी (The Horticultural Society) के नेतृत्व में सब्जी-थीम वाले कंडोम अभियान की शुरुआत की गई है, जिसका मकसद सेक्स लाइफ (Sex Life) और इंटीमेसी (Intimacy) में नया रोमांच लाना है. इस संगठन ने विभिन्न फलों (Fruits) और सब्जियों (Vegetables) के फ्लेवर में कंडोम (Condom) की एक स्वस्थ श्रेणी का उत्पादन किया है. बगीचे के केंद्र से देखने में कंडोम के ये पैकेट असल में बीज की तरह दिखते हैं. सब्जी थीम वाले कंडोम को देखने के बाद तो यही लगता है कि गर्भनिरोधक (Contraception) के एक नए युग की जल्द ही शुरुआत होने वाली है.
सब्जी-थीम वाले कंडोम उन लोगों के बीच बहस को भड़काने के लिए डिजाइन किए गए हैं, जो यह समझते हैं कि असुरक्षित यौन संबंध उनके लिए चिंता का विषय नहीं है. कई रिपोर्ट्स से पता चलता है कि यूके में 65 साल से अधिक उम्र के लोगों में यौन संचारित रोगों के संचरण में बढ़ोत्तरी हुई है. इस तथ्य के बावजूद कि एसटीडी/एचआईवी रोकथाम के विभिन्न साधन उपलब्ध हैं. कंडोम एसटीडी/एचआईवी जैसे रोगों की रोकथाम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह भी पढ़ें: Penis Shaped Waffles: यहां मिलता हैं पुरुषों के लिंग जैसा वफल, लड़कियों में है हिट
जी हां, कंडोम एसटीआई/एचआईवी की रोकथाम के लिए अधिक महत्वपूर्ण होते जा रहे हैं, क्योंकि स्थायी नसबंदी अब अधिक आम हो गई है. इसके साथ ही आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली का प्रचार भी हो रहा है. हालांकि हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में एक नए प्रकार के अंडरवियर को स्वीकृति दी गई है जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि यह उपयोगकर्ताओं को ओरल सेक्स के दौरान एसटीआई से बचाने में मदद करता है.
रिलेट वेजी कंडोम उन अध्ययनों के जवाब में बनाए गए थे, जिनसे पता चला था कि 60 के दशक के अच्छे स्वास्थ्य और आर्थिक रूप से संपन्न लोग पहले से कहीं अधिक सेक्स कर रहे हैं. पिछले साल 52 फीसदी लोगों ने कंडोम नहीं खरीदने की बात स्वीकार की थी, बावजूद इसके उनका मानना है कि वो यौन रूप से बेहद साहसी हैं. अधिकांश ब्रितानियों (51 फीसदी) को सेक्स के मुद्दे पर बातचीत करना मुश्किल लगता है, क्योंकि इससे उन्हें असहज महसूस होता है.
रिलेट द्वारा रिपोर्ट किए गए सर्वेक्षण के अनुसार, 65 वर्ष और उससे अधिक आयु के 43 फीसदी व्यक्ति अपने जीवन में किसी भी समय की तुलना में अब अपनी कामुकता में अधिक सुरक्षित और मुक्त हैं, जबकि आधे से अधिक का मानना है कि वे यौन रूप से साहसी हैं. 2020 में एक सर्वेक्षण में पाया गया कि मिलेनियल्स महीने में सिर्फ एक बार या उससे अधिक बार सेक्स करते हैं. यह भी पढ़ें: Penis Plants! पुरुषों के प्राइवेट पार्ट की तरह दिखने वाले पेनिस प्लांट का महिलाओं में बढ़ा क्रेज, परेशान पर्यावरण अधिकारियों ने की यह अपील
हालांकि, सर्वेक्षण में यह भी पाया गया है कि 65 वर्ष से अधिक आयु के 80 फीसदी लोगों ने पिछले छह महीनों में कंडोम नहीं खरीदा है और पिछले 10 सालों में इस आयु वर्ग में एसटीआई जैसे यौन संचारित रोगों में वृद्धि हुई है. एज यूके के अनुसार, पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड ने बताया कि महामारी से पहले 65 से अधिक आयु के लोगों में सिफलिस के मामलों में 86 फीसदी की वृद्धि हुई थी, फिर भी 65 साल की आयु से अधिक लोगों में 38 फीसदी लोग सुरक्षित सेक्स पर चर्चा करने से बचते हैं, क्योंकि यह उन्हें असहज बनाता है.