कोलकाता में अनिल कपूर की फिल्म नायक जैसा एक मामला सामने आया है. जिस तरह फिल्म में अनिल कपूर एक दिन के प्रधानमंत्री बने थे उसी तरह बारहवीं कक्षा की एक छात्रा को एक दिन का डिप्टी कमिश्नर बनाया गया. ऋचा सिंह नाम की छात्रा बारहवीं में 99.25% से पास हुई. ऋचा इंस्पेक्टर राकेश सिंह की बेटी हैं. ऋचा ISC (इंडियन स्कूल सर्टीफिकेट) परीक्षा में पूरे देश में चौथा स्थान ले आई हैं. कोलकाता पुलिस विभाग ने ऋचा को बधाई दी और उन्हें सम्मानित करने के लिए एक दिन का डिप्टी कमिश्नर बनाया.
ऋचा ‘जी.डी.बिरला सेंटर फॉर एजुकेशन’ स्कूल की छात्रा हैं. मंगलवार 7 मई को आईएससी के नतीजे आए जिसमें उन्होंने 99.25% अंक पाए. परीक्षा में उनके बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए ‘कोलकाता पुलिस विभाग’ ने 8 मई को उन्हें ‘साउथ ईस्ट डिविजन’ का एक दिन का डिप्टी कमिश्नर बनाकर सम्मामित किया. बता दें कि ऋचा सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक डिप्टी कमिश्नर के पद पर थीं.
Richa Singh d/o Rajesh Singh , Addl OC Gariahat PS has scored 99.25% in ISC . We felicitate her by letting her take the chair of DC SED for a while. Congratulations Richa. pic.twitter.com/BSAPFDx5Xa
— DC SED Kolkata Police (@KPSoutheastDiv) May 8, 2019
Congratulations Richa!!
Richa Singh, daughter of Insp. Rajesh Kumar Singh, Addl. OC, Gariahat PS, secured the fourth position across India at the ISC Examinations this year.
She was felicitated this afternoon by @CPKolkata , Dr. @RajeshKumarIPS for her academic excellence. pic.twitter.com/KIJ8BtCH0S
— Kolkata Police (@KolkataPolice) May 8, 2019
Proud Moment :
Richa Singh
Daughter of Shri Rajesh Kumar Singh ( Addl. OC Gariahat PS)
Scored 99.25% in ISC Examination 2019 from G D Birla Centre for Education.
We congratulate her for her success and wish her good luck for her upcoming bright future. pic.twitter.com/P2KpdzE6xv
— DC SED Kolkata Police (@KPSoutheastDiv) May 7, 2019
रिचा के पिता राजेश सिंह गरियाहाट थाने के एडिशनल ऑफिसर इन चार्ज हैं. एक दिन के लिए कमिश्नर बनी ऋचा ने अपने पिता को जल्दी घर आने का आदेश दिया. भविष्य के बारे पूछने पर उन्होंने बताया कि वो आगे की पढ़ाई इतिहास और सामाजशास्त्र में करना चाहेंगी. साथ ही वो यूपीएससी की भी तैयारी करना चाहती हैं. ऋचा की इस कामयाबी से उनके पिता बहुत खुश हैं.