फोटो: जब दिल्ली पुलिस से अपनी लाठी के दम पर भीड़ गया बुढा किसान, बना आंदोलन का चेहरा
(Photo credit: PTI news agency's Ravi Choudhary)

नई दिल्ली: देश के दों महापुरुषों महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो हमारे अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जानेवाले किसानों की समस्या को बयां करने के लिए काफी है. कर्जमाफी समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन करने दिल्ली पहुंचे किसानों को यूपी और दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया. जिससे यहां किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई. प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस ने किसानों पर रबर बुलेट और बाद में लाठीचार्ज भी किया. इसी बीच एक ऐसा किसान दिखा जिसने पुलिस के डंडे का जवाब अपनी लाठी से देने का फैसला किया. यह तस्वीर खूब वायरल हो रही है.

सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रहे फोटो में साफ़ देखा जा सकता है कि कैसे पुलिस से घिरा एक बुढा किसान अपनी लाठी उठाकर जवाब देने की कोशिश कर रहा है. हालांकि किसान की पहचान अभी तक नहीं मालूम की जा सकी है लेकिन आनेवाले समय में यह तस्वीर देश में जारी किसानों के संघर्ष का एक नया चेहरा बन गया है. इस तस्वीर को लेकर लोग मोदी सरकार पर जमकर निशाना साध रहे है.

समाचार एजेंसी पीटीआई के फोटो जर्नलिस्ट रवि चौधरी ने यह तस्वीर खिंची है. तस्वीर में एक किसान अपनी लाठी उठाकर पुलिस कर्मियों से भिड़ता हुआ दिखाई डे रहा है. किसान की यह तस्वीर मोदी सरकार के खिलाफ किसानों के प्रतिरोध के रूप में प्रदर्शित की जा रही है.

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किसान क्रांति पदयात्रा को यूपी-दिल्ली बॉर्डर पर रोक दिया गया. जिससे किसान भड़क गए. किसान अपने ट्रैक्टर्स से बैरिकेडिंग को तोड़ने की कोशिश करने लगे. हालात को काबू करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया. इसमें कई किसान चोटिल हुए. खबरों के मुताबिक पुलिस ने पहले किसानों पर पानी की बौछार की. फिर आंसू गैस के गोले छोड़े. किसान फिर भी तितर-बितर नहीं हुए और डटे रहे, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. एक घायल किसान ने मीडिया को बताया है कि उसके पैर में गोली लगी है.

दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी को चारों तरफ से सील कर दिया है. गाजीपुर और महाराजपुर बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है. बता दें कि किसानों को रियायती दर पर बिजली देने और किसानों का कर्ज माफ करने की मांग को लेकर दो अक्टूबर को किसानों ने राजघाट से संसद तक मार्च करने का एलान किया था.