Fact Check: केंद्र सरकार ने किसान आंदोलन दबाने के लिए जैमर लगाए हैं? सोशल मीडिया पर वायरल इस खबर की जानें सच्चाई

कोरोनामहामारी के बाद से सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों की तादाद बढ़ गई है, आए दिन इंटरनेट पर लोगों को गुमराह करने के लिए फर्जी खबरें वाय्राल होती रहती हैं. ऐसी ही फर्जी खबर सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रही है, वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि,'केंद्र सरकार ने किसानों के आन्दोलन को दबाने के लिए जैमर लगाए हैं.

पीआईबी फैक्ट चेक, (फोटो क्रेडिट्स: ट्विटर)

कोरोनामहामारी के बाद सेशल मीडिया पर फर्जी खबरों की तादाद बढ़ गई है, आए दिन इंटरनेट पर लोगों को गुमराह करने के लिए फर्जी खबरें वायरल होती रहती हैं. ऐसी ही फर्जी खबर सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रही है, इस वायरल पोस्ट में दावा किया गया है कि,'केंद्र सरकार ने किसानों के आन्दोलन को दबाने के लिए जैमर लगाए हैं. इंटरनेट पर एक पेपर की कटिंग वायरल हो रही है, ये कौन से पेपर की कटिंग है ये समझ नही आ रहा है, लेकिन इस पर जो लिखा हुआ है साफ साफ दिखाई दे रहा है. इस पेपर के टुकड़े पर लिखा है कि किसान आन्दोलन और भारत बंद को दबाने के लिए सरकार ने सिंघु बॉर्डर और जगह-जगह पर जैमर लगा दिए हैं ताकि किसानों से जुड़ी खबरें सोशल मीडिया पर ज्यादा न जा सके. इसका किसानों ने भारी विरोध किया है.

इस वायरल पोस्ट की प्रमाणिकता के बारे में पीआईबी ने एक पोस्ट के जरिए जानकारी दी है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, केंद्र सरकार ने किसान आन्दोलन दबाने के लिए जैमर नहीं लगाए हैं. ये खबर फर्जी है. यह भी पढ़ें: Fact Check: सरकार ऑनलाइन क्लास के लिए सभी छात्रों को मुफ्त इंटरनेट प्रदान कर रही है? जानें वायरल पोस्ट का सच

देखें ट्वीट:

सोशल मीडिया पर वायरल खबरों को तब तक आगे किसी को भी फॉरवर्ड न करें, जब तक आप उसकी प्रमाणिकता न जांच लें. ऐसी फर्जी खबरें आए दिन इन्टरनेट पर वायरल होते हैं और लोगों में दहशत फैलाते हैं. प्रेस सूचना ब्यूरो ने इंटरनेट पर वायरल गलत सूचनाओं और फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के लिए दिसंबर 2019 में फैक्ट चेक शाखा का शुभारंभ किया. इसका मुख्य उद्देश्य सरकार की नीतियों और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रसारित होने वाली योजनाओं से संबंधित गलत सूचना की पहचान करना है. सरकार बार -बार ऐसे फर्जी वायरल पोस्ट को शेयर न करने के लिए कहती है.

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