Fact Check: कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ जिस दिन पीएम मोदी (PM Modi) ने देशवासियों को संबोधित करते हुए लॉकडाउन 2 (Lockdown 2) की घोषणा की थी, उसी दिन महज कुछ घंटों बाद मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन (Bandra Railway Station) पर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी. प्रवासी मजदूरों को गुमराह कर बांद्रा स्टेशन के बाहर लोगों की भारी भीड़ इकट्ठा करने के आरोप में विनय दुबे (Vinay Dubey) नाम के एक शख्स को हिरासत में लिया गया था. अब हिरासत में लिए गए विनय दुबे के पिता के नाम और धर्म को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. इस वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि विनय दुबे असल में मुस्लिम (Muslim) है, उसके पिता नाम महमूद खान है और लोगों को गुमराह करने के लिए उसने हिंदु नाम रखा हुआ है.
दरअसल, ट्विटर पर तेजी से वायरल हो रहे पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि विनय दुबे की मां सरिता ने मुसलमान से शादी की थी, विनय के पिता का नाम महमूद खान है. इसका नाम विनय दुबे जानबूझकर रखा गया, जिससे हिंदू भाई-बहन गुमराह हो जाएं. ये जेहादियों का महत्वपूर्ण पैंतरा है हिंदुत्व और देश को क्षति पहुंचाने के लिए. तो ऐसे गद्दार बहरुपियों को बेनकाब करें. यह भी पढ़ें: Fact Check: कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई को दिखाने के लिए अमेरिकी CEO ने बनाया नया मैप? जानिए पूरी सच्चाई
विनय दुबे के मुस्लिम होने का दावा
मुम्बई में मुसलमानों की भीड़ जमा करने वाला
विनय दुबे की माँ ने मुसलमान से शादी की थी,विनय दुबे के बाप का नाम "महमूद" है!
इसका नाम विनय दुबे नाम जानबूझकर रखा गया जिससे कि इसे हिन्दू ब्राह्माण समझकर बहुत से हिन्दू भाई बहन गुमराह हो जाये....
ये जिहादियों का सडयंत्र है 👇🏻👇🏻#Mumbai pic.twitter.com/rfVBZQWhBT
— Rajiv Goswami 🇮🇳 (@OfficialRajiv1) April 17, 2020
वायरल पोस्ट
महाराष्ट्र में मजदूरों की भीड़ जुटाने वाले की हकिगत,
नाम : विनय दुबे
माँ का नाम: सरिता...?
बाप का नाम : महमूद खान
माँ......👇...बाप.👇..खुद.👇..विनय दुबे CAA का विरोध करता हुआ साथ मे माँ, बाप। pic.twitter.com/fKr7evNdd8
— 🇮🇳 सांवलाराम सुथार 🇮🇳 (@savlaramrss) April 18, 2020
देखें ट्वीट
ये गुत्थी सुलझाओ
बाप का नाम महमूद
बेटा विनय दुबे कैसे ?? pic.twitter.com/3UMQjMj4EJ
— कमला बेनीवाल (@Kamla__Beniwal) April 18, 2020
हालांकि सोशल मीडिया पर विनय दुबे के मुसलमान होने का दावा करने वाले पोस्ट की हकीकत के बारे में जब जानने की कोशिश की गई तो पता चला कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा पूरी तरह से गलत है, जबकि हकीकत तो यह है कि विनय दुबे हिंदू है और उसके पिता नाम जटाशंकर दुबे है जो मुंबई में ही रिक्शा चलाते हैं. रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में जटाशंकर ने अपनी बचत में से 25 हजार रुपए कोरोना वायरस पीड़ितों की मदद के लिए सीएम रिलीफ फंड में दान किए थे. यह भी पढ़ें: Fact Check: कोरोना संकट के बीच हेलीकॉप्टर के जरिए केंद्र सरकार द्वारा हर शहर में रुपए फेंके जाने का मैसेज हुआ वायरल, PIB फैक्ट चेक ने बताया सच
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विनय दुबे नवी मुंबई के एरोली का रहने वाला है और वह खुद को एक समाज सेवक बताता है. विनय दुबे साल 2019 में कल्याण सीट से महाराष्ट्र विधानसभा का चुनाव भी लड़ चुका है. चुनावी मैदान में वो बतौर निर्दलीय उम्मीदवार उतरा था, लेकिन शिवसेना उम्मीदवार के हाथों उसे हार का सामना करना पड़ा. यहां देखें भारत निर्वाचन आयोग में दर्ज विनय दुबे का व्यक्तिगत विवरण
ECI की वेबसाइट से स्क्रीनशॉट
बहरहाल, विनय दुबे मुसलमान है और उसके पिता का नाम महमूद है, इस दावे के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा पोस्ट फेक है और उसमें किए जा रहे तमाम दावे पूरी तरह से गलत हैं. गौरतलब है कि विनय दुबे 'चलो घर की ओर' कैंपेन चला रहा था और उसने हाल ही में अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट शेयर किया था, जिसके बाद बांद्रा रेलवे स्टेशन पर घर जाने के लिए प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ उमड़ी थी. इस घटना के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था.
Fact check
बांद्रा रेलवे स्टेशन के बाहर लोगों की भीड़ इकट्ठा करने वाला विनय दुबे मुस्लिम है और उसके पिता का नाम महमूद खान है.
सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा बिल्कुल गलत है, क्योंकि विनय दुबे हिंदू है और उसके पिता का नाम जटाशंकर दुबे है