देश में कोरोना (COVID-19) की दूसरी लहर अपना खतरनाक रूप ले चुकी है. अप्रैल के महीने में नए मरीजों की संख्या लगातार रिकॉर्ड तोड़ रही है. इस बीच सोशल मीडिया पर कोरोना की जुड़ी बहुत सी खबरें आग की तरह फैल रही हैं. ऐसी ही एक खबर सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है. वायरल खबर में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार आंकड़ों को छिपाने के लिए राज्यों पर दबाव बना रही है. खबर में दावा किया जा रहा है कि भारत में कोरोना से मौतों की वास्तविकता संख्या 5 गुना अधिक है और असल संख्या छिपाने के लिए राज्य सरकारों पर केंद्र दबाव बना रहा है. Fact Check: पुडुचेरी के छात्र ने ढूंढा कोरोना का घरेलू इलाज, WHO ने दी स्वीकृति? जानें क्या है वायरल पोस्ट का सच.
PIB फैक्ट चेक ने इस वायरल खबर की सत्यता की जांच की. PIB ने बताया कि, "यह दावा फर्जी है. PIB ने अपने फैक्ट चेक में इस दावे को पूरी तरह फर्जी और निराधार बताते हुए कहा, 'यह दावा फर्जी है. COVID-19 संबंधी आंकडें सभी राज्य सरकारों द्वारा स्वतंत्र रूप से प्रदान किए जा रहे हैं और इस पर केंद्र सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है. New Symptoms of Covid: अचानक थकान, प्लेटलेट्स में गिरावट भी कोविड के लक्षण.
PIB का ट्वीट
दावा: #कोरोनावायरस से जुड़े डेटा को छिपाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों पर दबाव बनाया जा रहा है।#PIBFactCheck: यह दावा #फर्जी है। #COVID19 सम्बन्धी आँकड़े सभी राज्य सरकारों द्वारा स्वतंत्र रूप से प्रदान किए जा रहे हैं और इस पर केंद्र सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है। pic.twitter.com/aJfXeTqstC
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 26, 2021
बता दें कि सोशल मीडिया पर इन दिनों कोरोना, कोरोना से जुड़े इलाज, लॉकडाउन, कर्फ्यू आदि लो लेकर तरह-तरह की फेक न्यूज तेजी से फैल रही है. हम आपसे अपील करते है कि किसी भी खबर को बिना जांच-पड़ताल के सच न मानें न ही शेयर करें. किसी भी खबर या पोस्ट पर विश्वास करने से पहले उसकी प्रामाणिकता की जांच जरुर कर लें. अफवाह फैलाने वालों से सावधान रहें.
Fact check
कोरोना वायरस से जुड़े डेटा को छिपाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों पर दबाव बनाया जा रहा है.
यह दावा फर्जी है. COVID-19 संबंधी आंकडें सभी राज्य सरकारों द्वारा स्वतंत्र रूप से प्रदान किए जा रहे हैं.