नई दिल्ली: कोरोना वायरस महामारी के कारण बड़ी संख्या में लोगों का पलायन जारी है. जिसके मद्देनजर सीबीएसई (CBSE) की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले छात्रों को 1 जून से अपने नजदीकी स्कूलों में जाकर रिपोर्ट करने के लिए कहा गया है. इस बीच सोशल मीडिया पर परीक्षा से जुड़ी एक गलत जानकारी वायरल हो रही है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने परीक्षा करवाने के लिए स्कूलों से एक ऐप खरीदने के लिए कहा है.
प्रेस सूचना ब्यूरो की फैक्ट चेक (PIB Fact Check) यूनिट ने एक ट्वीट में स्पष्ट किया कि सीबीएसई ने स्कूलों को ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया है. यह दावा झूठा और भ्रामक है. सीबीएसई ने न तो किसी ऐप को खरीदने का समर्थन किया है और ना ही इस उद्देश्य के लिए कोई ओएसडी (OSD) नियुक्त किया है. Fact Check: क्या हैंड सेनिटाइजर से कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है? जानिए सच्चाई
दरअसल एक फर्जी पोस्ट में कहा गया है कि सीबीएसई ने सभी स्कूलों को वीएच सॉफ्टवेयर्स (VH Softwares) द्वारा विकसित एक ऐप खरीदकर ऑनलाइन परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया है और इसके लिए डॉ साहिल गहलोत (Dr Sahil Gehlot) को ओएसडी नियुक्त किया है.
Claim-CBSE has directed Schools to conduct online exam by purchasing an app developed by VH Softwares & appointed Dr Sahil Gehlot as OSD for this.#PIBFactcheck - #FakeNews. This is Fake and Misleading. #CBSE neither endorsed this nor has appointed any OSD for this purpose. pic.twitter.com/V1Z025UYq2
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) June 1, 2020
उल्लेखनीय है कि सीबीएसई बोर्ड के छात्र सोमवार से अपने नजदीकी स्कूलों में परीक्षा के लिए रिपोर्ट कर रहे है. हालांकि यह उन छात्रों पर लागू होगा जो दिल्ली, मुंबई, चंडीगढ़ समेत किसी भी शहर से पलायन करके अपने गांव अथवा घरों को लौटे है. इसके जरिए उन छात्रों की शेष रह गई सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं ली जाएगी. इसके लिए छात्रों को जून के पहले सप्ताह में कभी भी अपने नजदीकी सरकारी स्कूल में अपने ब्यौरे समेत अन्य जानकारियां देनी पड़ेगी. 10वीं और 12वीं की परीक्षा छात्रों के वर्तमान स्थल पर ही कराने का प्रयास कर रही है सीबीएसई : निशंक
कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण बहुत सारे छात्र अपने घर लौट गए. कई होस्टल खाली हो गए. खुद नवोदय विद्यालय में पढ़ने वाले 3000 छात्रों को केंद्र सरकार की सहायता से उनके घरों को भेजा गया था. इसलिए सीबीएसई ने नए सिरे से ऐसे छात्रों के लिए नजदीकी स्कूलों में बोर्ड परीक्षा सेंटर बनाने का फैसला लिया है. पहले ही सीबीएसई दसवीं और बारहवीं की बाकी रह गई बोर्ड परीक्षाओं की डेटशीट जारी हो चुकी है.