जून की पहली तारीख को दुनिया भर में विश्व दुग्ध दिवस मनाया जाता है. जहां तक भारत की बात है, यहां 26 नवंबर को राष्ट्रीय दूध दिवस मनाते हैं. विश्व दुग्ध दिवस मनाने का मुख्य मकसद है, आम लोगों को दूध के पौष्टिक तत्वों, एवं इससे तैयार डेयरी प्रोडक्ट को लेकर जागरूक करना है. विश्व दुग्ध दिवस की शुरुआत साल 2001 में संयुक्त राष्ट्र के विभाग खाद्य एवं कृषि संगठन द्वारा की गई थी. गौरतलब है कि अधिकतम दुग्ध उत्पादन करने वाले देशों में भारत शिखर पर है. यहां प्रतिदिन 18.61 करोड़ टन दुग्ध का उत्पादन होता है, और प्रति व्यक्ति पर 406 ग्राम दूध की खपत बताई जाती है. यहां हम दूध के महत्व पर बात करते हुए जानेंगे कि आखिर दूध को इतना महत्वपूर्ण क्यों बताया जाता है.
विभिन्न शोधार्थियों के अनुसार दूध एक संपूर्ण डाइट है. इसका प्रत्यक्ष प्रमाण यह है कि नवजात शिशु पैदा होने से लेकर दो साल तक केवल माँ के दूध पर निर्भर रहता है. डॉक्टर्स भी स्वीकारते हैं कि जो शिशु माँ का दूध एक से डेढ़ साल तक पीता है, उसकी शारीरिक एवं मानसिक ग्रोथ अपेक्षाकृत बेहतर होती है. लिहाजा कह सकते हैं कि दूध में मानव विकास के सभी आवश्यक पोषक तत्व होते हैं. आहार विशेषज्ञों के अनुसार दूध में आयरन, आयोडीन, कैल्शियम, जिंक,प्रोटीन, फास्फोरस, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन ए, विटामिन बी-12, विटामिन डी, वसा, राइबोफ्लेविन समेत कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो मानव शरीर के हर अंग को स्वस्थ एवं सक्रिय रखने में मदद करता है. इसलिए डॉक्टर और आहार विशेषज्ञ लोगों नियमित दूध पीने के सलाह देते हैं.
* इम्युनिटी बढ़ाता है!
पिछले दिनों कोरोना संक्रमण से बचने के लिए अधिकांश चिकित्सक गाय के दूध में हल्दी मिलाकर पीने की सलाह देते थे, क्योंकि हल्दी और दूध दोनों ही इम्यूनिटी बढ़ाने के प्रबल स्रोत माने जाते हैं. इसे गोल्डन मिल्क भी कहते हैं. प्रत्येक व्यक्ति को नियमित रूप से दूध में हल्दी मिलाकर पीना चाहिए ताकि आपकी इम्यूनिटी पॉवर शरीर में किसी रोग को पनपने ना दे.
* ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखता है!
गाय के दूध में प्रचुर मात्रा में पोटैशियम होता है, जो ब्लड प्रेशर के स्तर को कंट्रोल करता है. ब्लड प्रेशर ही नहीं बल्कि कोलेस्ट्रॉल, रक्त की कमी, ब्लड शुगर जैसी तमाम हृदय से जुड़ी समस्याओं में गाय के दूध के निरंतर सेवन से राहत मिलती है. हृदय रोगियों को दिन में एक समय गाय का दूध (भैंस का नहीं) अवश्य पीना चाहिए,
* गले में खिच-खिच होने पर!
गले में किसी तरह का खराश अथवा दर्द हो रहा है तो गरमा-गरम दूध में चुटकी भर पीसी काली मिर्च घोल कर पीने से गले को राहत मिलती है. अगर गले में कफ अथवा खाँसी की शिकायत है तो गरम दूध में एक चुटकी जायफल का पाउडर मिलाकर पियें, शीघ्र फायदा होगा. यह भी पढ़ें: World Milk Day 2022 Wishes: विश्व दुग्ध दिवस की इन हिंदी WhatsApp Stickers, Facebook Messages, Quotes, GIF Images के जरिए दें शुभकामनाएं
* पेट से जुड़ी समस्याएं!
पेट से जुड़ी कई समस्याओं कब्ज, गैस, अपच, जलन एवं जठर आदि की समस्याएं हैं तो रात में सोने से पूर्व गाय का गरमा गरम दूध जरूर पीना चाहिए. आराम मिलेगा.
* बालों को स्वस्थ एवं चमकदार बनाता है
बहुत से लोग अपने बालों को सुंदर और ग्लोइंग बनाने के लिए कच्चे दूध का इस्तेमाल करते हैं. दही से बालों को धोने से डैंड्रफ दूर होते हैं. साथ ही बालों को हेल्दी भी बनाते हैं.
* हड्डियां मजबूत होती है!
दूध में भरपूर मात्रा में कैल्शियम और पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी के तत्व निहित होते हैं. ये दोनो ही तत्व हड्डियों को मजबूत बनाते हैं. गौरतलब है कि विटामिन डी युक्त दूध का दोनों समय सेवन करने से हड्डियों की प्रमुख समस्याओं ऑस्टियोपीनिया, ऑस्टियोपोरोसिस और ऑस्टियो आर्थराइटिस की जोखिमों को कम करता है.
* त्वचा को चमकदार बनाने के लिए!
बहुत सारे फेस मास्क एवं पैक बनाने, प्राकृतिक मायस्चराइजर में दूध का इस्तेमाल किया जाता है. हल्दी-दूध, दूध-बेसन, मसुरदाल-दूध के पेस्ट का इस्तेमाल करने से चेहरे की त्वचा में निखार एवं चमक आती है. इसके पेस्ट का इस्तेमाल कर हम डेड सेल हटाते हैं, उसकी जगह नये सेल का निर्माण होता है, जिससे त्वचा ताजा दम रहती है.