हमारे देश में सदियों से नारियल का आध्यात्मिक एवं औषधीय महत्व रहा है. इसे अगर प्रकृति प्रदत्त उपहार कहा जाये तो गलत नहीं होगा. नारियल के हर हिस्से की बड़ी अहमियत है. यह देर से पचने वाला, मूत्राशय शोधक, ग्राही, पुष्टिकारक, बलवर्धक, रक्तविकार नाशक, दाहशामक तथा वात-पित्त नाशक है. इसकी तासीर ठंडी होने के कारण इसका पानी तमाम शारीरिक समस्याओं से राहत दिलाता है. इसका उपयोग कॉस्मेटिक्स बनाने के लिए भी किया जाता है. इसकी महत्ता को देखते हुए प्रत्येक वर्ष 2 सितंबर को विश्व नारियल दिवस मनाया जाता है.
विश्व नारियल दिवस का इतिहास
नारियल की बहुमुखी उपयोगिता एवं इसकी मांग को ध्यान में रखते हुए 2 सितंबर 1969 को एशियाई व प्रशांत नारियल समुदाय (APCC) की शुरुआत हुई थी. इसी दिन इंडोनेशिया के जकार्ता में APCC की स्थापना भी हुई थी. इसके बाद से संपूर्ण विश्व में निरंतर विश्व नारियल दिवस मनाया जा रहा है. मुख्य रूप से, एशियाई और प्रशांत क्षेत्रों में यह दिवस मनाया जाता है, क्योंकि इन क्षेत्रों में दुनिया के सबसे अधिक नारियल उत्पादन केंद्र हैं. इस वर्ष हम विश्व नारियल दिवस की 52वीं वर्षगांठ मनायेंगे.
क्या है इस दिवस विशेष का उद्देश्य
नारियल की सार्वभौम उपयोगिता को देखते हुए इसकी उपज, महत्व एवं जन-जन तक सुलभ करवाने एवं इसके प्रति जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से विश्व नारियल दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी, ताकि नारियल के कच्चे माल का निर्यात कर संपूर्ण विश्व में इसका उत्पादन किया जा सके. नारियल की खेती और उद्योग से अच्छा रोजगार दिलाया जा सकता है. इस दिवस को मनाने का एक अन्य उद्देश्य नारियल की खेती और उत्पादकता को बढ़ावा देना है. यह भी पढ़ें :NATIONAL TEACHERS DAY 2021: 5 सितंबर को ही क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय शिक्षक दिवस? जानें शिक्षक दिवस का इतिहास एवं महत्व!
जानें नारियल की उपयोगिता
नारियल का हर हिस्सा बेहद उपयोगिता एवं लाभदायक होता है. हमारे शरीर को जितने भी तत्व की जरूरत होती है, वह सभी नारियल के पानी में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है. एक औसत नारियल में लगभग 200 एमएल पानी प्राप्त होता है. अधिकांश चिकित्सकों के अनुसार नारियल में रेडियम व कोबाल्ट पाया जाता है, इसीलिए कैंसरग्रस्त मरीजों को उनके डायट में आवश्यक रूप से शामिल करने की सलाह डॉक्टर देते हैं. इसके अलावा नारियल में हृदय, यकृत गुर्दे, मुंह के छाले आदि रोगों से भी राहत दिलाता है. कोरोना काल में मरीजों को नारियल पानी पीने का सुझाव विशेषज्ञ देते हैं, क्योंकि इसके सेवन से इम्युनिटी मजबूत होती है. नारियल पानी एवं इसकी गरी में पौष्टिक जल के साथ-साथ प्रोटीन, वसा, खनिज तत्व, कैल्शियम, फास्फोरस, आयरन, एवं प्रचुर मात्रा में विटामिन-सी भी पाया जाता है. शरीर में पानी की कमी होने या रक्त की तरलता कम होने पर डॉक्टर आवश्यक रूप से नारियल पानी पीने का सुझाव देते हैं. इसके अलावा डायरिया, उल्टी या दस्त होने पर भी नारियल पानी लाभदायक साबित होता है. नारियल पानी सेहत के साथ-साथ त्वचा को खूबसूरत एवं ग्लोरियस बनाने के लिए भी किया जाता है. जो लोग चेहरे पर मुंहासों की समस्या से परेशान रहते हैं, उन्हें नारियल पानी से रात में सोने से पूर्व चेहरे पर रूई के फाहे से लगाकर अगले दिन सुबह चेहरा धो लेना चाहिए. इससे चेहरे पर नेचुरल चमक आती है.