Chaitra Navratri 2025: क्यों मनाया जाता है चैत्र नवरात्रि? जानें आठ दिन की नवरात्रि में मां दुर्गा की नौ शक्तियों की पूजा का क्रम!
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Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि सनातन धर्म के विशिष्ठ आध्यात्मिक महापर्वों में एक है. इस दिन मां दुर्गा की नौ शक्तियों की पूजा-अनुष्ठान का विधान है. चैत्र नवरात्रि के ये नौ दिन शक्ति का आशीर्वाद, सुख एवं शांति, तथा आध्यात्मिक विकास की चाहत रखनेवाले साधकों के लिए बेहद फलदायी और प्रमाणिक माना जाता है.

शारदीय नवरात्रि की तरह चैत्रीय नवरात्रि पूजा कलश स्थापना से शुरू होकर नौवें दिन मां सिद्धीदात्री की पूजा के बाद समाप्त होती है. हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025, रविवार से शुरु होकर 6 अप्रैल 2025 को रामनवमी पर पूरी होगी. तमाम ज्योतिषियों के अनुसार इस वर्ष नवरात्रि आठ दिन की होगी. आइये जानें इन आठ दिनों में नौदुर्गा की पूजा का क्रम क्या होगा. साथ ही जानेंगे चैत्र माह में क्यों मनाया जाती है नवरात्रि?ये भी पढ़े:Chaitra Navratri 2024: इन दो मुहूर्तों में कर सकते हैं कलश स्थापना? जानें कलश स्थापना की आवश्यक सामग्री, विधि एवं इसका महात्म्य!

क्यों मनाया जाता है चैत्र नवरात्रि

हिंदू शास्त्रों में चैत्र नवरात्रि का विशेष महत्व वर्णित है. खगोलशास्त्रियों के अनुसार चैत्र नवरात्रि के बाद सूर्य राशि परिवर्तन करते हैं. सूर्य 12 राशियों का भ्रमण पूरा कर नये चक्र के भ्रमण हेतु पहली राशि मेष में गोचर करते हैं. सूर्य और मंगल दोनों अग्नि तत्व वाले हैं, इसलिए इनके संयोग से ग्रीष्म ऋतु शुरु होती है. चैत्र नवरात्रि से नववर्ष शुरू होती है. चैत्र नवरात्रि का धार्मिक दृष्टिकोण से भी खास महत्व बताया गया है, पौराणिक ग्रंथों के अनुसार चैत्र नवरात्रि के पहले दिन आदिशक्ति प्रकट हुई थीं, और देवी के कहने पर ब्रह्माजी ने सृष्टि की रचना की थी. इसलिए चैत्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा से हिंदू नववर्ष का आरंभ माना जाता है.

इस वर्ष 2025 चैत्र नवरात्रि आठ दिनों की होगी. देखें सिलसिलेवार मां दुर्गा की नौ शक्तियों की पूजा का क्रम

दिन तिथि वार देवी पूजा

प्रतिपदा 30 मार्च 2025 रविवार मां शैलपुत्री

द्वितिया 31 मार्च 2025 सोमवार मां ब्रह्मचारिणी मां चंद्रघंटा

तृतीया 01 अप्रैल 2025 मंगलवार मां कूष्मांडा

चतुर्थी 02 अप्रैल 2025 बुधवार मां स्कंदमाता

पंचमी 03 अप्रैल 2025 गुरुवार मां कात्यायनी

षष्ठी 04 अप्रैल 2025 शुक्रवार मां कालरात्रि

सप्तमी 05 अप्रैल 2025 शनिवार मां महागौरी

अष्टमी 06 अप्रैल 2025 रविवार मां सिद्धीदात्री, रामनवमी