आज, 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा है. इस अवसर पर भारत के हर राज्य के 10 प्रमुख पर्यटन स्थलों की लिस्ट देखें. यह लिस्ट पर्यटकों को भारत की विविधता और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को समझने में मदद करती है. उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक, हर राज्य में अद्भुत स्थलों की भरपूरता है, जैसे कि हिमाचल प्रदेश के मनाली से लेकर गोवा के खूबसूरत समुद्र तटों तक.
1. उत्तर प्रदेश
ताज महल (आगरा): मुग़ल सम्राट शाहजहां द्वारा निर्मित, यह सफेद संगमरमर का अद्भुत मकबरा प्रेम का प्रतीक है. इसे विश्व के सात अजूबों में गिना जाता है.
वाराणसी: गंगा नदी के तट पर स्थित, यह सबसे प्राचीन धार्मिक शहर है. यहां की गंगा आरती और घाट विश्व प्रसिद्ध हैं.
फतेहपुर सीकरी: मुग़ल सम्राट अकबर द्वारा बनवाया गया यह शहर अब एक धरोहर स्थल है. बुलंद दरवाजा और सलीम चिश्ती की दरगाह यहां के प्रमुख आकर्षण हैं.
अयोध्या: भगवान राम की जन्मस्थली के रूप में विख्यात, यह धार्मिक नगरी हिंदू धर्म के लिए विशेष महत्त्व रखती है.
कुशी नगर: यह भगवान बुद्ध के निर्वाण स्थल के रूप में प्रसिद्ध है. यहाँ पर कई बौद्ध मंदिर और स्तूप हैं.
मथुरा: भगवान कृष्ण की जन्मभूमि के रूप में विख्यात, यहां के मंदिरों और होली उत्सव को देखने के लिए श्रद्धालु आते हैं.
झांसी का किला: यह रानी लक्ष्मीबाई के साहस और बलिदान का प्रतीक है. इसे बुंदेलखंड की शान भी कहा जाता है.
संगम (प्रयागराज): गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों का संगम स्थल है. यहां कुंभ मेले का आयोजन होता है.
सारनाथ: यह वह स्थान है जहां भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था. यहां बौद्ध धर्म के कई ऐतिहासिक स्थल हैं.
वृन्दावन: भगवान कृष्ण की लीलाओं से जुड़ा यह स्थान भक्तों के लिए विशेष महत्त्व रखता है. यहाँ कई पुराने मंदिर हैं.
2. राजस्थान
जयपुर: गुलाबी नगरी जयपुर अपने महलों और किलों के लिए मशहूर है. हवा महल, आमेर किला और सिटी पैलेस यहां के प्रमुख आकर्षण हैं.
उदयपुर: झीलों की नगरी उदयपुर अपने खूबसूरत झीलों और महलों के लिए प्रसिद्ध है. यहां का सिटी पैलेस और लेक पैलेस प्रसिद्ध हैं.
जैसलमेर: थार रेगिस्तान के किनारे स्थित यह शहर अपने स्वर्ण किले और रेगिस्तान सफारी के लिए मशहूर है.
जोधपुर: 'ब्लू सिटी' के नाम से जाना जाने वाला जोधपुर, मेहरानगढ़ किले और उम्मेद भवन के लिए प्रसिद्ध है.
माउंट आबू: राजस्थान का एकमात्र हिल स्टेशन, माउंट आबू अपनी प्राकृतिक सुंदरता और दिलवाड़ा मंदिर के लिए प्रसिद्ध है.
चित्तौड़गढ़: यह राजस्थान का सबसे बड़ा किला है और रानी पद्मिनी के जौहर की कहानी से जुड़ा हुआ है.
रनथंभौर राष्ट्रीय उद्यान: यहां बाघों को उनके प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता है. यह वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग है.
पुष्कर: यह ब्रह्मा जी के एकमात्र मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. यहां हर साल विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मेला लगता है.
बीकानेर: यहां का जूनागढ़ किला और ऊंट उत्सव खास आकर्षण हैं. यहां के भुजिया और रसगुल्ले भी प्रसिद्ध हैं.
सवाई माधोपुर: यह रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान का प्रवेश द्वार है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता और किला इसे विशेष बनाते हैं.
3. महाराष्ट्र
गेटवे ऑफ इंडिया (मुंबई): यह ऐतिहासिक स्मारक मुंबई का प्रमुख पर्यटक स्थल है. इसे 20वीं सदी की शुरुआत में ब्रिटिश शासन के दौरान बनाया गया था.
एलिफेंटा की गुफाएं: मुंबई के पास स्थित यह गुफाएं यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं. यहां शिव भगवान की अद्वितीय मूर्तियाँ और गुफाएँ हैं.
अजंता-एलोरा गुफाएं: ये प्राचीन गुफाएँ बौद्ध, जैन और हिंदू धर्म की कलाओं को दर्शाती हैं. ये भारत के सबसे महत्वपूर्ण धरोहर स्थलों में से एक हैं.
शिवाजी महाराज का किला (रायगढ़): छत्रपति शिवाजी महाराज द्वारा निर्मित यह किला मराठा साम्राज्य की शान है. यहां से अद्भुत नजारा देखने को मिलता है.
शनि शिंगणापुर: यह गाँव अपने खुले दरवाजों वाले घरों और भगवान शनि के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. यहां चोरी नहीं होने का अजीबोगरीब विश्वास है.
माथेरान: मुंबई के पास स्थित यह हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता और ट्रेकिंग के लिए मशहूर है.
नासिक: यहां का त्र्यंबकेश्वर मंदिर और कुंभ मेला विशेष धार्मिक महत्व रखता है. यहां की अंगूर वाइनरी भी प्रसिद्ध है.
लोनावला-खंडाला: ये हिल स्टेशन मुंबई और पुणे के बीच स्थित हैं और अपनी हरी-भरी पहाड़ियों और झीलों के लिए प्रसिद्ध हैं.
ताड़ोबा राष्ट्रीय उद्यान: महाराष्ट्र का सबसे पुराना और सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान, जो बाघों के लिए प्रसिद्ध है.
सिद्धिविनायक मंदिर (मुंबई): भगवान गणेश को समर्पित यह मंदिर मुंबई का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. यहां हर साल लाखों भक्त आते हैं.
4. कर्नाटक
हम्पी: यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल विजय नगर साम्राज्य की राजधानी थी. यहां के खंडहर और वास्तुकला अद्भुत हैं.
मैसूर पैलेस: कर्नाटक के मैसूर शहर में स्थित यह पैलेस अपने शाही इतिहास और दीवाली के दौरान होने वाले प्रकाश उत्सव के लिए मशहूर है.
कूर्ग: कर्नाटक का यह हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता, कॉफी के बागान और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है.
बेंगलुरु: भारत का सिलिकॉन वैली कहा जाने वाला यह शहर अपने आधुनिक तकनीकी हब और बगीचों के लिए मशहूर है.
बादामी: यह प्राचीन गुफा मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है, जो चट्टानों को काटकर बनाए गए हैं. यहां का भूतनाथ मंदिर खास आकर्षण है.
गोकर्ण: यह छोटा सा समुद्र तटीय शहर धार्मिक और बीच प्रेमियों दोनों के लिए खास है. यहां के ओम बीच और महाबलेश्वर मंदिर प्रसिद्ध हैं.
श्रीरंगपट्टनम: यह टीपू सुल्तान का ऐतिहासिक शहर है, जहाँ उनका किला और दरगाह देखी जा सकती हैं.
कबिनी वन्यजीव अभयारण्य: यह अभयारण्य हाथियों और बाघों के लिए प्रसिद्ध है. यहां का सफारी विशेष रूप से लोकप्रिय है.
उडुपी: यह शहर भगवान कृष्ण के मंदिर और स्वादिष्ट दक्षिण भारतीय खाने के लिए प्रसिद्ध है.
चिकमंगलूर: यह हिल स्टेशन अपने कॉफी बागानों और साहसिक खेलों के लिए जाना जाता है.
5. तमिलनाडु
मदुरै मीनाक्षी मंदिर: भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित यह मंदिर तमिलनाडु का सबसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है.
महाबलीपुरम: यह यूनेस्को धरोहर स्थल अपने चट्टानों को काटकर बनाए गए मंदिरों और समुद्र तट के लिए प्रसिद्ध है.
ऊटी: यह हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता और चाय के बागानों के लिए प्रसिद्ध है. यहां की नीलगिरी पर्वत श्रृंखला विशेष रूप से लोकप्रिय है.
कोडाईकनाल: तमिलनाडु का यह हिल स्टेशन अपनी शांत झीलों, गार्डन और पहाड़ी दृश्य के लिए प्रसिद्ध है.
कन्याकुमारी: भारत के सबसे दक्षिणी छोर पर स्थित यह शहर सूर्यास्त और संगम के लिए प्रसिद्ध है.
रामेश्वरम: यह शहर भगवान राम के मंदिर और सेतुबंध रामेश्वरम के लिए प्रसिद्ध है. यहां का पंबन ब्रिज एक प्रमुख आकर्षण है.
कुंभकोणम: यह प्राचीन शहर अपने मंदिरों और सांस्कृतिक धरोहरों के लिए मशहूर है.
चिदंबरम: यह मंदिर शहर भगवान शिव के नटराज रूप को समर्पित है. यहाँ हर साल नटराज उत्सव मनाया जाता है.
थंजावुर: यहाँ का बृहदेश्वर मंदिर यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और चोल वंश की शान है.
वल्लुवर कोट्टम (चेन्नई): यह कवि थिरुवल्लुवर की स्मृति में बना भव्य स्मारक है. यहाँ का 133 फुट ऊँचा स्तम्भ प्रमुख आकर्षण है.
6. गुजरात
गिर राष्ट्रीय उद्यान: यह एशियाई शेरों का एकमात्र प्राकृतिक आवास है. यहां शेरों की सफारी सबसे बड़ी आकर्षण है.
साबरमती आश्रम (अहमदाबाद): महात्मा गांधी का यह आश्रम स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ा हुआ है. यह ऐतिहासिक स्थल गांधीजी के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाता है.
कच्छ का रण: यह सफेद रेगिस्तान अपनी रात्रि में चांदनी के दौरान अद्भुत दिखता है. यहाँ का रण उत्सव विश्व प्रसिद्ध है.
सूरत: सूरत अपने डायमंड व्यापार और कपड़ा उद्योग के लिए मशहूर है. यहाँ के बीच और मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं.
सोमनाथ मंदिर: यह भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. इसका धार्मिक और ऐतिहासिक महत्त्व बहुत गहरा है.
पोरबंदर: यह महात्मा गांधी की जन्मस्थली है और यहां की ऐतिहासिक धरोहरें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं.
द्वारका: भगवान कृष्ण की नगरी द्वारका, चार धामों में से एक है. यहाँ का द्वारकाधीश मंदिर प्रमुख धार्मिक स्थल है.
वडोदरा: यहाँ लक्ष्मी विलास पैलेस और सयाजी बाग प्रमुख आकर्षण हैं. यह शहर अपने सांस्कृतिक धरोहर के लिए जाना जाता है.
पावागढ़: यह पहाड़ी स्थल काली माता के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है और इसे यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता दी गई है.
लक्ष्मी विलास पैलेस (वडोदरा): यह एक भव्य महल है, जो अपनी वास्तुकला और संग्रहालय के लिए प्रसिद्ध है.
7. मध्य प्रदेश
खजुराहो: यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल अपनी प्राचीन मंदिरों की मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के मंदिर वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण हैं.
कांची राष्ट्रीय उद्यान: यह उद्यान बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध है. यहाँ की सफारी बाघों और अन्य वन्यजीवों को देखने का बेहतरीन अवसर देती है.
भीमबेटका: यह प्रागैतिहासिक गुफाएं आदिमानवों की चित्रकला के लिए प्रसिद्ध हैं. यह स्थल यूनेस्को द्वारा संरक्षित है.
उज्जैन: यहाँ का महाकालेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है. यहाँ हर 12 साल में कुंभ मेला भी लगता है.
सांची: यह बौद्ध स्तूप यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है और इसे सम्राट अशोक ने बनवाया था.
ओरछा: यहाँ के महल और मंदिर बेतवा नदी के किनारे स्थित हैं. यह स्थल अपनी ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है.
पचमढ़ी: यह मध्य प्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और झरने पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
कांजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान: यह बाघों और हाथियों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का प्राकृतिक वातावरण वन्यजीव प्रेमियों के लिए खास है.
ग्वालियर किला: यह किला भारतीय इतिहास की महत्वपूर्ण धरोहर है. यहाँ की वास्तुकला और संग्रहालय पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं.
मांडू: यह प्राचीन शहर अपनी ऐतिहासिक इमारतों और शानदार वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की 'जहाज़ महल' प्रमुख आकर्षण है.
8. पंजाब
स्वर्ण मंदिर (अमृतसर): सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल, यह मंदिर अपने अद्भुत स्वर्ण संरचना और शांत माहौल के लिए प्रसिद्ध है.
जलियांवाला बाग: भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का यह ऐतिहासिक स्थल ब्रिटिश अत्याचार की कहानी बयां करता है. यहाँ शहीदों की याद में स्मारक बनाया गया है.
वाघा बॉर्डर: यह भारत और पाकिस्तान की सीमा पर स्थित है. यहां रोज शाम को होने वाली बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी खास आकर्षण है.
पंजाब राज्य संग्रहालय (चंडीगढ़): यहां पंजाब की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को दर्शाया गया है. यहाँ की संग्रहित वस्तुएं पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती हैं.
आनंदपुर साहिब: यह सिख धर्म का पवित्र स्थल है और यहाँ होला मोहल्ला उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है.
पटियाला का किला: यह किला अपने शाही इतिहास और भव्य वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का संग्रहालय खास आकर्षण है.
रोपड़: यह ऐतिहासिक स्थल सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ा हुआ है. यहाँ की खुदाई से कई प्राचीन वस्तुएं मिली हैं.
कपूरथला: यहाँ का मोरक्को शैली में बना किला और जगतजीत पैलेस प्रसिद्ध हैं. यहाँ की वास्तुकला पर्यटकों को बहुत आकर्षित करती है.
फिरोजपुर: यह शहर स्वतंत्रता संग्राम के समय से महत्वपूर्ण रहा है. यहाँ के स्मारक और युद्ध स्थल इतिहास को याद दिलाते हैं.
लुधियाना: यहां का रुड़क संग्रहालय पंजाब की संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करता है. यहाँ का हाथ से बने सामान का बाजार भी प्रसिद्ध है.
9. उत्तराखंड
ऋषिकेश: गंगा नदी के किनारे स्थित यह स्थल योग और ध्यान के लिए विश्व प्रसिद्ध है. यहाँ की लक्ष्मण झूला और राफ्टिंग आकर्षण का केंद्र हैं.
हरिद्वार: यहाँ का हर की पौड़ी घाट गंगा आरती के लिए प्रसिद्ध है. यह हिन्दू धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है.
नैनीताल: यह हिल स्टेशन नैनी झील और उसकी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की बोटिंग और झील के किनारे घूमना विशेष अनुभव होता है.
मसूरी: यह हिल स्टेशन अपनी ठंडी हवा और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है. यहाँ की केम्पटी फॉल्स प्रमुख आकर्षण है.
औली: यह स्थान स्कीइंग के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ की हिमालय की चोटियाँ पर्यटकों को मंत्रमुग्ध करती हैं.
केदारनाथ: भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक, यह तीर्थ स्थल अपनी कठिन यात्रा और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है.
बद्रीनाथ: चार धामों में से एक, यह स्थल भगवान विष्णु के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का अलकनंदा नदी भी प्रमुख आकर्षण है.
जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान: यहाँ बाघों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने का मौका मिलता है. यह वन्यजीव प्रेमियों के लिए स्वर्ग है.
रानीखेत: यह हिल स्टेशन अपनी हरी-भरी घाटियों और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का चौबटिया गार्डन प्रमुख आकर्षण है.
चोपता: इसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है. यह स्थान ट्रेकिंग और प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है.
10. बिहार
महाबोधि मंदिर (बोधगया): यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति स्थल के रूप में प्रसिद्ध है. यहाँ बोधि वृक्ष और महाबोधि स्तूप मुख्य आकर्षण हैं.
नालंदा विश्वविद्यालय: प्राचीन भारत के सबसे बड़े बौद्ध शिक्षण संस्थानों में से एक, यह स्थल बौद्ध धर्म और शिक्षा का केंद्र था. इसके अवशेष इतिहास प्रेमियों को आकर्षित करते हैं.
वैशाली: जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर की जन्मस्थली. यहाँ बौद्ध धर्म से जुड़े स्तूप और अशोक स्तंभ भी प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं.
राजगीर: यह स्थल बौद्ध और जैन धर्मों के अनुयायियों के लिए महत्वपूर्ण है. यहाँ स्थित ग्रिधकूट पर्वत और गर्म जल के स्रोत पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं.
पटना साहिब: यह गुरुद्वारा सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह की जन्मस्थली है. यह सिख धर्म का एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है.
पावापुरी: यह जैन धर्म का पवित्र स्थल है, जहाँ भगवान महावीर ने निर्वाण प्राप्त किया था. यहाँ का जल मंदिर प्रमुख आकर्षण है.
तख्त श्री हरमंदिर जी (पटना): यह गुरुद्वारा सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह से जुड़ा हुआ है और सिख तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है.
मधुबनी: मधुबनी कला और पेंटिंग्स के लिए प्रसिद्ध यह शहर कला प्रेमियों के बीच एक प्रमुख केंद्र है.
सोनपुर मेला: यह एशिया का सबसे बड़ा पशु मेला है और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. यहाँ विभिन्न प्रकार के पशु-प्रदर्शन होते हैं.
11. झारखंड
बाबा बैद्यनाथ धाम (देवघर): यह शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और प्रमुख तीर्थ स्थल है. श्रावण महीने में यहाँ भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
हजारीबाग राष्ट्रीय उद्यान: यहां का घना जंगल और वन्यजीव पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण है. यहाँ सफारी के दौरान बाघ और अन्य वन्यजीवों को देखा जा सकता है.
रांची: झरनों का शहर, यहाँ का दसम फॉल्स, हुंडरू फॉल्स और रॉक गार्डन प्रमुख पर्यटन स्थल हैं.
बेतला राष्ट्रीय उद्यान: यहाँ बाघ, हाथी और अन्य वन्यजीवों की प्रचुरता है. यह राष्ट्रीय उद्यान वन्यजीव प्रेमियों के लिए आदर्श है.
नेतरहाट: यह हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता और सूर्यास्त के दृश्य के लिए प्रसिद्ध है. यह झारखंड का छोटा कश्मीर कहा जाता है.
पारसनाथ: जैन धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल, यहाँ का पारसनाथ पहाड़ी जैन तीर्थयात्रियों के लिए महत्वपूर्ण है.
दुमका: संथाल परगना क्षेत्र का यह शहर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. यहाँ का मलूटी मंदिर प्रमुख आकर्षण है.
पालामऊ किला: यह किला इतिहास प्रेमियों के लिए प्रमुख आकर्षण है. यहाँ की वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्त्व विशेष हैं.
जुबली पार्क (जमशेदपुर): टाटा स्टील द्वारा स्थापित, यह पार्क जमशेदपुर का प्रमुख पर्यटक स्थल है. यहाँ की हरियाली और झीलें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं.
बोकारो स्टील सिटी: यह औद्योगिक नगर अपने स्टील प्लांट और शहरी नियोजन के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का जवाहरलाल नेहरू जैविक उद्यान भी प्रमुख पर्यटन स्थल है.
12. हिमाचल प्रदेश
शिमला: हिमाचल की राजधानी और प्रसिद्ध हिल स्टेशन, यहाँ की माल रोड, जाखू मंदिर और क्राइस्ट चर्च प्रमुख आकर्षण हैं. यहाँ का मौसम सालभर पर्यटकों को आकर्षित करता है.
मनाली: यह ब्यास नदी के किनारे स्थित एक सुंदर हिल स्टेशन है. रोहतांग पास, सोलांग वैली और हिडिम्बा मंदिर यहाँ के मुख्य दर्शनीय स्थल हैं.
धर्मशाला: तिब्बती संस्कृति का केंद्र, यहाँ का नामग्याल मठ और तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा का मंदिर प्रमुख हैं. यहाँ से मैक्लॉडगंज भी नजदीक है.
कुल्लू: यहाँ के सेब बागान, कुल्लू दशहरा और ब्यास नदी पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं. इसे "देवताओं की घाटी" भी कहा जाता है.
डलहौजी: यह ब्रिटिश काल का हिल स्टेशन अपनी ठंडी जलवायु और पुराने किलों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के सेंट जॉन चर्च और पंचपुला झरना विशेष आकर्षण हैं.
कसोल: ट्रैकिंग और कैंपिंग के लिए मशहूर, कसोल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और पार्वती घाटी के लिए जाना जाता है. इसे 'मिनी इज़राइल' भी कहा जाता है.
चंबा: यह ऐतिहासिक शहर अपनी चंबा रुमाल और मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का लक्ष्मी नारायण मंदिर प्रमुख धार्मिक स्थल है.
स्पीति घाटी: ठंडे रेगिस्तान के रूप में प्रसिद्ध, यहाँ का की मठ और काजा गाँव खास आकर्षण हैं. यह स्थल ट्रेकिंग और माउंटेनिंग के लिए प्रसिद्ध है.
कुफरी: यह शिमला के पास स्थित एक छोटा हिल स्टेशन है, जहाँ सर्दियों में बर्फबारी और स्कीइंग का आनंद लिया जा सकता है.
खजियार: इसे "मिनी स्विट्जरलैंड" कहा जाता है. यहाँ के हरे-भरे मैदान और झील पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं.
13. केरल
मुन्नार: यह हिल स्टेशन अपनी चाय के बागानों और ठंडी जलवायु के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का एराविकुलम नेशनल पार्क और मट्टुपेट्टी डैम खास आकर्षण हैं.
अलाप्पुझा (अलेप्पी): इसे "पूर्व का वेनिस" कहा जाता है. यहाँ की बैकवाटर नौकाएँ और हाउसबोट्स पर्यटकों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं.
थेक्कडी: यह स्थल पेरियार नेशनल पार्क के लिए प्रसिद्ध है, जहाँ हाथियों और अन्य वन्यजीवों को देखने का मौका मिलता है. यहाँ की स्पाइस प्लांटेशन्स भी प्रमुख आकर्षण हैं.
कोवलम: यह बीच रिसॉर्ट अपने खूबसूरत समुद्र तटों और आयुर्वेदिक रिसॉर्ट्स के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का लाइटहाउस बीच खास आकर्षण है.
कोच्चि: यह ऐतिहासिक शहर अपनी फोर्ट कोच्चि और बैकवाटर टूर के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का यहूदी सिनेगॉग और चीनी मछली पकड़ने के जाल प्रमुख हैं.
वायनाड: यह स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जंगलों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के वायनाड वन्यजीव अभयारण्य और एदक्कल गुफाएँ खास आकर्षण हैं.
कुमारकोम: यह बैकवाटर क्षेत्र पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग है. कुमारकोम पक्षी अभयारण्य और हाउसबोट की सैर पर्यटकों को लुभाती है.
त्रिवेंद्रम: केरल की राजधानी, यहाँ का पद्मनाभस्वामी मंदिर और नयार डेम प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं.
वर्कला: यह समुद्र तट अपनी प्राकृतिक सुंदरता और चट्टानों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का पापनासम बीच और जानार्डन स्वामी मंदिर मुख्य आकर्षण हैं.
थ्रिसूर: यह शहर केरल के सांस्कृतिक केंद्र के रूप में प्रसिद्ध है. यहाँ का वडक्कुनाथन मंदिर और थ्रिसूर पूरम महोत्सव विशेष रूप से चर्चित है.
14. तेलंगाना
हैदराबाद: निजामों का शहर, यहाँ का चारमीनार, गोलकुंडा किला और हुसैन सागर झील प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं. यहाँ की बिरयानी भी विश्व प्रसिद्ध है.
वारंगल: यहाँ का काकतीय काल का वारंगल किला और हजार स्तंभों का मंदिर प्रमुख पर्यटन स्थल हैं. यह शहर ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है.
रामप्पा मंदिर: यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त यह मंदिर अपनी अद्भुत वास्तुकला और नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है.
नलगोंडा: यह प्राचीन शहर अपनी बावड़ी और देवगिरि किला के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के जैन मंदिर भी दर्शनीय हैं.
निजामाबाद: यह शहर अपने निजाम सागर डेम और किला के लिए जाना जाता है. यहाँ का पॉपुलर पोचमपल्ली साड़ी उद्योग भी प्रसिद्ध है.
कोनारक झील: यह झील परिवारिक पिकनिक स्थल के रूप में लोकप्रिय है. यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य लोगों को आकर्षित करता है.
खम्मम: यह स्थल खम्मम किले और पर्णशाला तीर्थ स्थल के लिए प्रसिद्ध है, जो रामायण से जुड़ा है.
मेडक: यहाँ का मेडक किला और चर्च प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं. यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है.
पापनाशम: यह तेलंगाना का धार्मिक स्थल है, जहाँ पर्यटक और श्रद्धालु दोनों आते हैं. यहाँ का जलप्रपात और मंदिर खास आकर्षण हैं.
अदिलाबाद: यह स्थल कवल वन्यजीव अभयारण्य और बासर सरस्वती मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को लुभाती है.
15. आंध्र प्रदेश
तिरुपति: तिरुपति बालाजी मंदिर भारत का सबसे समृद्ध और प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. यहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं.
विशाखापट्टनम: इसे 'विजाग' भी कहा जाता है. यहाँ के रमणीय समुद्र तट, कैलासगिरि और अराकू घाटी प्रमुख आकर्षण हैं.
अमरावती: यह शहर भगवान बुद्ध से जुड़ा हुआ है. यहाँ का अमरावती स्तूप और नया प्रस्तावित राजधानी क्षेत्र दर्शनीय हैं.
कुंचलम्मा: यहाँ स्थित कोंडापल्ली किला और कोंडापल्ली खिलौने प्रमुख आकर्षण हैं. यह आंध्र प्रदेश का एक ऐतिहासिक स्थल है.
लेपाक्षी: यहाँ का वीरभद्र मंदिर और विशाल नंदी प्रतिमा प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं. यह स्थल अपने स्थापत्य और शिल्पकला के लिए प्रसिद्ध है.
गुंटूर: यह स्थल अमरावती स्तूप और उंडावल्ली गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर भी खास आकर्षण है.
श्रीशैलम: यह तीर्थ स्थल भगवान शिव के ज्योतिर्लिंग के रूप में प्रसिद्ध है. यहाँ का मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर प्रमुख धार्मिक स्थल है.
कुर्नूल: बेलम गुफाएँ यहाँ का प्रमुख आकर्षण हैं, जो भारत की सबसे लंबी गुफाओं में से एक हैं. यहाँ की रॉक आर्ट और स्थापत्य अद्वितीय हैं.
राजामुंदरी: गोदावरी नदी के तट पर स्थित यह शहर प्राकृतिक सुंदरता और नदी पर बने पुल के लिए प्रसिद्ध है.
नेल्लोर: यह स्थल रमणीय समुद्र तटों और जलाशयों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का श्री राघवेन्द्र स्वामी मंदिर भी विशेष आकर्षण है.
16. जम्मू और कश्मीर
श्रीनगर: यह कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी है. यहाँ की डल झील, निशात बाग, शालीमार बाग और शिकारा सवारी प्रमुख आकर्षण हैं.
गुलमर्ग: यह विश्व प्रसिद्ध स्कीइंग स्थल है. सर्दियों में यहाँ बर्फबारी का आनंद लिया जा सकता है, जबकि गर्मियों में यहाँ की हरियाली लुभावनी होती है.
पहलगाम: यह अमरनाथ यात्रा का प्रमुख पड़ाव है. यहाँ की लिद्दर नदी, बेताब घाटी और अरु वैली विशेष रूप से प्रसिद्ध हैं.
वैष्णो देवी: यह स्थल हिन्दू धर्म का प्रमुख तीर्थ स्थल है. यहाँ की यात्रा कठिन होती है, लेकिन भक्त इसे खास श्रद्धा के साथ करते हैं.
सोनमर्ग: इसे 'सोने की घाटी' कहा जाता है. यहाँ के ग्लेशियर और झीलें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. यह ट्रेकिंग के लिए भी प्रसिद्ध है.
जम्मू: जम्मू और कश्मीर की शीतकालीन राजधानी, यहाँ का रघुनाथ मंदिर, बहु किला और अमर महल संग्रहालय खास दर्शनीय स्थल हैं.
पटनीटॉप: यह रमणीय स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और साहसिक गतिविधियों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की स्कीइंग और पैराग्लाइडिंग मशहूर हैं.
लेह-लद्दाख: यहाँ के मठ, पेंगोंग झील, नुब्रा वैली और खारदुंग ला पास प्रमुख आकर्षण हैं. यह क्षेत्र बाइकर्स और साहसिक पर्यटकों के लिए स्वर्ग माना जाता है.
अमरनाथ: भगवान शिव के इस गुफा मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु जाते हैं. यहाँ के बर्फानी शिवलिंग को देखने के लिए विशेष यात्रा होती है.
कुपवाड़ा: यह स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और घने जंगलों के लिए प्रसिद्ध है. यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए एक अनछुआ स्थान है.
17. गोवा
पणजी: गोवा की राजधानी, यहाँ के मीरामार बीच, चर्च और पुराने गोवा के बेसिलिका चर्च प्रमुख आकर्षण हैं.
कोल्वा: यह गोवा का प्रसिद्ध समुद्र तट है, जो अपनी सफेद रेत और नारियल के पेड़ों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ पर्यटक पानी के खेलों का भी आनंद लेते हैं.
कालंगुट: इसे गोवा का सबसे बड़ा समुद्र तट कहा जाता है. यहाँ की नाइटलाइफ और बाजार भी बहुत लोकप्रिय हैं.
अंजुना: यहाँ का समुद्र तट और बुधवार का हिप्पी बाजार खास आकर्षण हैं. यहाँ पर्यटक योग और मेडिटेशन के लिए भी आते हैं.
दूधसागर जलप्रपात: यह भारत के सबसे ऊँचे जलप्रपातों में से एक है. मॉनसून के दौरान इसका दृश्य बेहद सुंदर होता है.
वागाटोर: यह तट अपने प्राकृतिक सौंदर्य और शांत माहौल के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की चट्टानें और शाम का दृश्य खास आकर्षण हैं.
मोरजिम: यह कछुओं के लिए एक संरक्षित क्षेत्र है. यहाँ के शांत समुद्र तट पर आने वाले कछुए पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
बागा: यह समुद्र तट नाइटलाइफ के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के क्लब, बार और कैसिनो पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं.
पालोलेम: यह गोवा का एक शांत और सुंदर तट है, जहाँ की झोपड़ियाँ और पानी के खेल विशेष आकर्षण हैं.
चपोरा किला: यह किला अपने ऐतिहासिक महत्व और 'दिल चाहता है' फिल्म के कारण प्रसिद्ध है. यहाँ से समुद्र का दृश्य अद्भुत होता है.
18. अरुणाचल प्रदेश
तवांग: यह बौद्ध धर्म का महत्वपूर्ण स्थल है. यहाँ स्थित तवांग मठ एशिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ है. तवांग का प्राकृतिक सौंदर्य और झीलें पर्यटकों को आकर्षित करती हैं.
जीरो वैली: यह स्थल अपनी अनूठी अपातानी जनजाति और हरे-भरे धान के खेतों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का जीरो फेस्टिवल भी विशेष आकर्षण का केंद्र होता है.
बोमडिला: यह हिल स्टेशन अपनी खूबसूरत घाटियों, बौद्ध मठों और ऑर्किड अभयारण्य के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ से हिमालय की बर्फ से ढकी चोटियों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है.
इटानगर: अरुणाचल प्रदेश की राजधानी, यहाँ का इटा किला और गंगा झील (ग्याकर सिनी) प्रमुख आकर्षण हैं. यह शहर आधुनिकता और पारंपरिक संस्कृति का संगम है.
पासीघाट: यह अरुणाचल का सबसे पुराना शहर है. यहाँ सियांग नदी और प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है. यहाँ रिवर राफ्टिंग का मजा लिया जा सकता है.
नामदफा नेशनल पार्क: यह जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है और यहाँ बाघ, तेंदुआ, हाथी और कई दुर्लभ वनस्पतियाँ पाई जाती हैं. यह देश का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान है.
रोइंग: यहाँ का मेहो झील और मिष्मी पहाड़ियाँ प्रमुख आकर्षण हैं. यह स्थल ट्रेकिंग और एडवेंचर के लिए प्रसिद्ध है.
अनिनी: यह दूरस्थ क्षेत्र अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांति के लिए प्रसिद्ध है. यह स्थल पर्वतीय वातावरण का अद्भुत अनुभव प्रदान करता है.
सेला पास: यह एक प्रसिद्ध पर्वतीय दर्रा है, जो तवांग को जोड़ता है. यहाँ की सेला झील और बर्फ से ढके पहाड़ विशेष रूप से सुंदर हैं.
बुमला पास: यह स्थल भारत और चीन की सीमा पर स्थित है. यहाँ का ऐतिहासिक महत्व और प्राकृतिक दृश्य अद्वितीय हैं.
19. असम
कामाख्या मंदिर: यह गुवाहाटी में स्थित प्रसिद्ध शक्ति पीठ है, जहाँ लाखों श्रद्धालु आते हैं. यह मंदिर तांत्रिक साधना के लिए भी जाना जाता है.
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान: यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल एक सींग वाले गैंडे के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ बाघ, हाथी और विभिन्न पक्षी भी देखे जा सकते हैं.
माजुली: यह दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है और यहाँ की सांस्कृतिक धरोहर, विशेषकर सत्रों की परंपराएँ, पर्यटकों को आकर्षित करती हैं. यह स्थल ब्रह्मपुत्र नदी के बीच स्थित है.
मानस राष्ट्रीय उद्यान: यह यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल अपने वन्यजीवों और घास के मैदानों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ बाघ, हाथी और दुर्लभ गोल्डन लंगूर पाए जाते हैं.
सिबसागर: यह ऐतिहासिक शहर अहोम राजवंश की राजधानी था. यहाँ के रंग घर, तालातल घर और शिवडोल मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं.
दीफू: यह शांत हिल स्टेशन अपनी आदिवासी संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के हरे-भरे जंगल पर्यटकों को लुभाते हैं.
हाफलांग: यह असम का एकमात्र हिल स्टेशन है, जहाँ की खूबसूरत घाटियाँ, पहाड़ियाँ और झीलें विशेष आकर्षण हैं. यहाँ का हाफलांग झील पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है.
ब्रह्मपुत्र नदी क्रूज: गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी पर क्रूज का आनंद लिया जा सकता है. यह सैर नदी के सुंदर दृश्यों और गोधूलि की झलक के लिए प्रसिद्ध है.
उमानंदा मंदिर: ब्रह्मपुत्र नदी के बीच स्थित यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है. यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है.
शिवसागर: यह स्थल ऐतिहासिक महत्व का है और अहोम साम्राज्य की धरोहर को संरक्षित करता है. यहाँ का शिवडोल मंदिर और रंग घर मुख्य आकर्षण हैं.
20. छत्तीसगढ़
चित्रकोट जलप्रपात: इसे भारत का "नियाग्रा" कहा जाता है. यह बस्तर जिले में स्थित है और बारिश के मौसम में इसका दृश्य बेहद लुभावना होता है.
कांकेर: यह स्थल अपनी आदिवासी संस्कृति और कांकेर किले के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ पर्यटक आदिवासी हस्तशिल्प और कला का आनंद ले सकते हैं.
बस्तर: यह स्थल अपनी आदिवासी संस्कृति और दशहरा महोत्सव के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के जंगल, गुफाएँ और जलप्रपात खास आकर्षण हैं.
कांकेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान: यह अभयारण्य अपनी जैव विविधता और वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ बाघ, तेंदुआ, और हाथी जैसे वन्यजीव देखे जा सकते हैं.
मैत्री बाग: यह भिलाई में स्थित चिड़ियाघर और उद्यान है. यहाँ पर्यटक जानवरों को देख सकते हैं और बच्चों के लिए खास आकर्षण है.
मैराडुम झील: यह स्थल अपनी प्राकृतिक सुंदरता और बोटिंग के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की शांति और हरे-भरे वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करता है.
रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी, यहाँ का महंत घासीदास संग्रहालय और जंगल सफारी प्रमुख आकर्षण हैं. यह शहर आधुनिकता और सांस्कृतिक धरोहर का संगम है.
काली घाटी: यह स्थल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. यहाँ का काली मंदिर और हरे-भरे जंगल प्रमुख आकर्षण हैं.
डोंगरगढ़: यह स्थल माँ बम्लेश्वरी देवी के मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. यह एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहाँ सालभर श्रद्धालु आते हैं.
अमरकंटक: यह स्थल नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के जलप्रपात और जंगल पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं.
21. हरियाणा
चंडीगढ़: हरियाणा की राजधानी, यह शहर अपनी खूबसूरत वास्तुकला और सुचारु रूप से योजनाबद्ध बुनियादी ढांचे के लिए जाना जाता है. यहाँ रॉक गार्डन और सुखना झील प्रमुख आकर्षण हैं.
सिरसा: यह शहर अपने धार्मिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है, विशेषकर डेरा सच्चा सौदा. यहाँ के धार्मिक आयोजनों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते हैं.
कुरुक्षेत्र: यह स्थल महाभारत का ऐतिहासिक स्थान है. यहाँ का धर्मक्षेत्र और ब्रह्म सरोवर श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखते हैं.
फरीदाबाद: यह औद्योगिक शहर अपनी मेट्रो रेल प्रणाली और कई शॉपिंग मॉल्स के लिए जाना जाता है. यहाँ का सूरजकुंड मेला विशेष रूप से प्रसिद्ध है.
पंचकुला: यह हिल स्टेशन का नज़ारा प्रस्तुत करता है और यहाँ से हिमालय की पहाड़ियों का खूबसूरत दृश्य दिखाई देता है. यहाँ के म्यूजियम और पार्क भी देखने लायक हैं.
सोनीपत: यह ऐतिहासिक शहर अपने खिलाड़ियों के लिए जाना जाता है. यहाँ का पातालेश्वर महादेव मंदिर और अन्य धार्मिक स्थल प्रमुख आकर्षण हैं.
यमुनानगर: यह शहर अपनी कागज और कागज उत्पाद उद्योग के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का रामपुरा किला और जलालाबाद का किला ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं.
गुरुग्राम: यह शहर अपने उच्च तकनीकी उद्योग और विश्व स्तरीय शॉपिंग मॉल के लिए जाना जाता है. यहाँ का साइबर हब और गोल्फ कोर्स विशेष रूप से लोकप्रिय हैं.
महेंद्रगढ़: यहाँ के शाही किलों और हरे-भरे खेतों का अद्भुत दृश्य देखने को मिलता है. यह स्थान ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर का संग्रह है.
रोहतक: यह शहर अपने शैक्षणिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों के लिए जाना जाता है. यहाँ के देवी मंदिर और पार्क पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
22. मणिपुर
इंफाल: मणिपुर की राजधानी, यहाँ का कंगला किला और लोकटक झील प्रमुख आकर्षण हैं. यह स्थल सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है.
लोकटक झील: यह झील अपने फलों और लिली के फूलों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के संगम पर तैरते घर और मत्स्य पालन पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
कांगला किला: यह ऐतिहासिक किला मणिपुर की रानी के समय का है. यहाँ की स्थापत्य कला और इतिहास में रुचि रखने वालों के लिए यह एक अद्भुत स्थल है.
मोराम: यह स्थल प्राकृतिक सौंदर्य और पर्वतीय वातावरण का अद्भुत अनुभव प्रदान करता है. यहाँ की हरियाली और शांति पर्यटकों को लुभाती है.
सैहोंग: यह एक शांत स्थल है जहाँ पर्यटक प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं. यहाँ का वातावरण ध्यान और योग के लिए उपयुक्त है.
तिरुपुका: यह एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. यहाँ का राधा कृष्ण मंदिर और जनजातीय संस्कृति विशेष रूप से देखने लायक हैं.
खांगबोक: यह गाँव अपनी अद्वितीय संस्कृति और आदिवासी जीवनशैली के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का स्थानीय बाजार भी आकर्षण का केंद्र है.
पांगई: यह एक हिल स्टेशन है जहाँ से पहाड़ों और जंगलों का शानदार दृश्य दिखाई देता है. यह ट्रैकिंग और एडवेंचर के लिए उपयुक्त है.
फालांग: यह स्थान अपनी अनोखी जनजातीय संस्कृति और त्योहारों के लिए जाना जाता है. यहाँ के मेले और समारोह खास अनुभव प्रदान करते हैं.
खारम: यह स्थल प्रकृति प्रेमियों के लिए आदर्श है. यहाँ की हरी-भरी घाटियाँ और झरने पर्यटकों को लुभाते हैं.
23. मेघालय
शिलॉन्ग: मेघालय की राजधानी, इसे 'पूर्व का स्कॉटलैंड' कहा जाता है. यहाँ की पहाड़ियाँ, झीलें और जलप्रपात पर्यटकों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं.
मावल्यान्नांग: इसे एशिया का सबसे साफ गाँव माना जाता है. यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य और स्वच्छता पर्यटकों को आकर्षित करती है.
लिविंग रूट ब्रिज: यह अद्वितीय पुल मेघालय के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के जनजातीय लोग पेड़ों की जड़ों का उपयोग करके पुल बनाते हैं.
नोहकालिकाई जलप्रपात: यह जलप्रपात अपनी ऊँचाई और सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का दृश्य पर्यटकों के लिए अद्भुत अनुभव प्रदान करता है.
चेरापुंजी: इसे पृथ्वी का सबसे बारिश वाला स्थान माना जाता है. यहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती और जलवायु पर्यटकों को लुभाती है.
सह्ह्लांग: यह एक प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर स्थल है. यहाँ के झरने और हरे-भरे जंगल विशेष आकर्षण का केंद्र हैं.
डॉनकिर्क: यह स्थान अद्वितीय जनजातीय संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहाँ के मेले और त्योहार स्थानीय जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
मावफलांग: यहाँ का मावफलांग वन्यजीव अभयारण्य जैव विविधता का अद्भुत उदाहरण है. यहाँ की वनस्पतियाँ और वन्यजीव खास आकर्षण रखते हैं.
उमियम झील: यह झील शिलॉन्ग के पास स्थित है और यहाँ का दृश्य बहुत खूबसूरत है. यहाँ बोटिंग और जलक्रीड़ाएँ का आनंद लिया जा सकता है.
स्नोखलांग: यहाँ का स्नोखलांग जलप्रपात प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का अनुभव प्रदान करता है. यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है.
23. मिजोरम
आइज़ोल: मिजोरम की राजधानी, यह शहर अपनी पहाड़ी स्थिति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का लुंगलाई हिल और आइज़ोल किला प्रमुख आकर्षण हैं.
साइकुल: यह एक खूबसूरत स्थल है जो अपनी झीलों और पहाड़ी वातावरण के लिए जाना जाता है. यहाँ के ट्रैकिंग और कैम्पिंग अनुभव पर्यटकों को लुभाते हैं.
ललचुंग: यहाँ का ललचुंग झील और आसपास की हरियाली प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत उदाहरण हैं. यह एक शांतिपूर्ण स्थान है जहाँ पर्यटक आराम कर सकते हैं.
लमडिंग: यह क्षेत्र जनजातीय संस्कृति और परंपरा के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के उत्सव और समारोह अद्वितीय अनुभव प्रदान करते हैं.
हल्फांग: यह प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यहाँ के जलप्रपात और हरे-भरे जंगल पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
कैलासहर: यह एक शांत और सुरम्य गाँव है जहाँ की प्राकृतिक खूबसूरती देखने लायक है. यहाँ के जलप्रपात और पिकनिक स्पॉट्स परिवार के साथ जाने के लिए अच्छे हैं.
दुइपुई: यहाँ की पहाड़ियाँ और अद्भुत दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं. यह स्थान ट्रैकिंग और एडवेंचर के लिए उपयुक्त है.
तुइलुआंग: यह स्थान अपनी लोक संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है. यहाँ के मेले और उत्सव स्थानीय जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
नालकट: यहाँ की पहाड़ियों पर स्थित यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का अनुभव प्रदान करता है. यह एक आदर्श पिकनिक स्थल है.
24. नागालैंड
कोहिमा: नागालैंड की राजधानी, यह स्थान अपने अद्वितीय त्योहारों और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का हॉर्नबिल महोत्सव विशेष रूप से लोकप्रिय है.
डिमापुर: नागालैंड का सबसे बड़ा शहर, यहाँ के ऐतिहासिक स्थल जैसे किला और संग्रहालय देखने लायक हैं. यह स्थल सांस्कृतिक विविधता का अनुभव प्रदान करता है.
वोक्हा: यह शहर अपनी प्राकृतिक सुंदरता और जनजातीय संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहाँ के पर्वतीय क्षेत्र और जलप्रपात पर्यटकों को लुभाते हैं.
त्सुन्ग्री: यहाँ का त्सुन्ग्री झील अपनी मनोहारी सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यह जगह पिकनिक और जलक्रीड़ाओं के लिए आदर्श है.
मोकोकचुंग: यह स्थान अपनी अद्वितीय जनजातीय परंपराओं के लिए जाना जाता है. यहाँ के त्यौहार और मेले स्थानीय जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं.
पेनजेर: यह गाँव अपनी हरी भरी घाटियों और जलप्रपातों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य देखने लायक है.
झुइंगहबो: यहाँ की पहाड़ियाँ और अद्भुत दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. यह ट्रैकिंग और एडवेंचर के लिए उपयुक्त है.
नागालैंड आदिवासी म्यूजियम: यह संग्रहालय नागालैंड की जनजातीय संस्कृति और इतिहास को प्रदर्शित करता है. यहाँ का दौरा करना एक शिक्षाप्रद अनुभव है.
सादिया: यह एक खूबसूरत गाँव है जहाँ की प्राकृतिक सुंदरता और शांति पर्यटकों को लुभाती है. यहाँ का वातावरण ध्यान और योग के लिए उपयुक्त है.
डिफू: यह क्षेत्र अपने अद्वितीय फूलों और जंगली जीवन के लिए जाना जाता है. यहाँ के प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं.
25. ओडिशा
भुवनेश्वर: ओडिशा की राजधानी, इसे मंदिरों का शहर कहा जाता है. यहाँ का लिंगराज मंदिर और उलीपी संजीवनी मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं.
पुरी: यह धार्मिक स्थल जगन्नाथ मंदिर के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का रथ यात्रा हर साल लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करती है.
कोणार्क: यहाँ का सूर्या मंदिर UNESCO विश्व धरोहर स्थल है. इसकी वास्तुकला और डिजाइन अद्भुत हैं, जो कला प्रेमियों के लिए आकर्षण का केंद्र है.
कटक: यह शहर अपनी ऐतिहासिक धरोहर और कुटक शिल्प के लिए जाना जाता है. यहाँ का बाराबती किला और मॉलसरी नदी दर्शनीय हैं.
चिलिका झील: यह एशिया की सबसे बड़ी खारी झील है. यहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य और पक्षी प्रवास देखने लायक हैं.
सुंदरगढ़ यहाँ के वन्यजीव अभयारण्य और झरने प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव प्रदान करते हैं. यह स्थान ट्रैकिंग और एडवेंचर के लिए आदर्श है.
धेनकनाल: यहाँ के जलप्रपात और हरे-भरे पहाड़ों का दृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है. यह स्थान पिकनिक और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए उपयुक्त है.
गंजाम: यह क्षेत्र अपनी अद्भुत हस्तशिल्प और स्थानीय संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहाँ के मेले और त्यौहार विशेष अनुभव प्रदान करते हैं.
कंधमाल: यह स्थान अपनी आदिवासी संस्कृति और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की पहाड़ियाँ और जलप्रपात अद्भुत हैं.
उदया: यह एक शांत स्थल है जहाँ पर्यटक आराम कर सकते हैं. यहाँ के स्थानीय बाजार और खानपान पर्यटकों के लिए खास होते हैं.
26. सिक्किम
गंगटोक: सिक्किम की राजधानी, गंगटोक अपनी अद्भुत पहाड़ी दृश्यों और तिब्बती संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का रुमटेक मठ और त्सांगू झील पर्यटकों के बीच लोकप्रिय हैं.
पेलिंग: यह स्थल कंचनजंघा पर्वत का नजारा पेश करता है. यहाँ के जलप्रपात और भव्य मठ देखने लायक हैं.
नाथुला पास: यह एक प्रसिद्ध पर्वतीय दर्रा है जो भारत और तिब्बत को जोड़ता है. यहाँ का ठंडा मौसम और अद्भुत दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करते हैं.
युक्सोम: यह सिक्किम का पहला राजधानी स्थान है और यहाँ से कंचनजंघा की चोटियाँ दिखाई देती हैं. यह ट्रैकिंग और एडवेंचर के लिए एक आदर्श स्थल है.
ज़ूलुक: यह एक सुरम्य गांव है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य और चाय बागानों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के रास्ते और हरे-भरे पहाड़ अद्भुत हैं.
लाचुंग: यह एक खूबसूरत स्थान है जो अपनी खूबसूरत नदियों और पहाड़ों के लिए जाना जाता है. यहाँ का युमथांग घाटी विशेष रूप से देखने लायक है.
लाचेन: यह स्थान नाथुला के नजदीक है और यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता अद्भुत है. यहाँ के बर्फीले पहाड़ और ताजगी भरा वातावरण पर्यटकों को लुभाते हैं.
सिक्किम चाय बागान: सिक्किम में चाय की खेती बहुत प्रसिद्ध है. यहाँ की चाय बागान और स्वादिष्ट चाय का अनुभव अनूठा है.
कंचनजंघा नेशनल पार्क: यह पार्क जैव विविधता और वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के ट्रैकिंग ट्रेल्स और अद्भुत दृश्य प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करते हैं.
बुद्ध पार्क: यहाँ का 130 फुट ऊँचा बुद्ध प्रतिमा पर्यटकों को आकर्षित करता है. यह स्थान शांति और ध्यान के लिए एक आदर्श स्थल है.
27. त्रिपुरा
अगरतला: त्रिपुरा की राजधानी, यह शहर अपनी सांस्कृतिक विविधता और ऐतिहासिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का उगन चंद्र किले और नेहरू कल्चरल सेंटर दर्शनीय हैं.
उज्बारी: यहाँ का उज्बारी किला और हरी-भरी पहाड़ियाँ पर्यटकों को लुभाते हैं. यह स्थान ट्रैकिंग और फोटोग्राफी के लिए आदर्श है.
चौदुमा: यह एक सुंदर स्थान है जो अपनी जलवायु और हरे-भरे वातावरण के लिए जाना जाता है. यहाँ के झरने और पहाड़ शानदार हैं.
कामितपुर: यहाँ का कामितपुर किला और ऐतिहासिक स्थल संस्कृति प्रेमियों को आकर्षित करते हैं. यह एक शांतिपूर्ण पर्यटन स्थल है.
रुद्रसागर झील: यह झील अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का वातावरण पिकनिक और जलक्रीड़ाओं के लिए उपयुक्त है.
सिपाहीजाला वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी: यह स्थल जैव विविधता और वन्यजीवों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के ट्रैकिंग ट्रेल्स और जलप्रपात देखने लायक हैं.
बिशालगढ़: यहाँ का बिशालगढ़ किला और अद्भुत नजारे पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं. यहाँ की स्थानीय संस्कृति भी अद्वितीय है.
डंबुर झील: यह झील अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जानी जाती है. यहाँ के जलप्रपात और ट्रैकिंग ट्रेल्स अद्भुत हैं.
टिपराम: यह स्थान अपनी अद्वितीय जनजातीय संस्कृति और परंपराओं के लिए जाना जाता है. यहाँ के त्यौहार और मेले विशेष अनुभव प्रदान करते हैं.
तिप्रिका: यह एक खूबसूरत गाँव है जहाँ की पहाड़ियाँ और जलप्रपात देखने लायक हैं. यहाँ का वातावरण ध्यान और योग के लिए उपयुक्त है.
28. पश्चिम बंगाल
कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी, यह शहर अपनी सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का विक्टोरिया मेमोरियल और हुगली नदी का किनारा विशेष आकर्षण है.
दार्जिलिंग: यह हिल स्टेशन अपनी चाय बागानों और कंचनजंघा के दृश्य के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का टॉय ट्रेन सफर अद्भुत अनुभव प्रदान करता है.
सांतोशपुर: यह स्थान अपने जलप्रपात और प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. यहाँ के पिकनिक स्पॉट्स परिवार के साथ जाने के लिए अच्छे हैं.
कालिम्पोंग: यह हिल स्टेशन अपने सुंदर दृश्य और तिब्बती संस्कृति के लिए जाना जाता है. यहाँ के बौद्ध मठ और चाय बागान देखने लायक हैं.
सूरजकुंड: यहाँ का सूरजकुंड जलप्रपात और प्राकृतिक वातावरण पर्यटकों को आकर्षित करते हैं. यह एक आदर्श पिकनिक स्थल है.
शांति निकेतन: रवींद्रनाथ ठाकुर की स्थापना द्वारा स्थापित, यह स्थान कला और संस्कृति का अद्वितीय केंद्र है. यहाँ का विश्वभारती विश्वविद्यालय दर्शनीय है.
मंदिर श्रीरामकृष्ण: यह स्थान धर्म और संस्कृति का प्रतीक है. यहाँ के मंदिर और ध्यान स्थान शांति और एकाग्रता का अनुभव प्रदान करते हैं.
बांकुड़ा: यहाँ की झीलें और पहाड़ियाँ पर्यटकों को लुभाते हैं. यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य और शांति का अनुभव प्रदान करता है.
खड़गपुर: यहाँ का आईआईटी खड़गपुर और रेलवे स्टेशन अद्वितीय हैं. यह एक महत्वपूर्ण शैक्षिक और औद्योगिक केंद्र है.
कोलाघाट: यह स्थल अपनी नदियों और जलप्रपात के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का वातावरण पिकनिक और जलक्रीड़ाओं के लिए उपयुक्त है.
29. दिल्ली
भारत का राजनीतिक केंद्र: दिल्ली भारत की राजधानी है और यहाँ संसद, राष्ट्रपति भवन, और विभिन्न मंत्रालयों के कार्यालय हैं. यह स्थान राजनीति, प्रशासन, और संस्कृति का महत्वपूर्ण केंद्र है.
ऐतिहासिक स्थल: दिल्ली में कई ऐतिहासिक स्थल हैं, जैसे लाल किला, कुतुब मीनार, और हुमायूँ का मकबरा. ये स्थल भारतीय इतिहास की समृद्धि को दर्शाते हैं.
मार्केट्स और फूड: दिल्ली की गलियाँ और बाजार, जैसे चांदनी चौक और कनेॉट प्लेस, खाने के अनगिनत विकल्पों से भरी हैं. यहाँ के चाट, पराठे, और बिरयानी प्रसिद्ध हैं.
संस्कृति और कला: दिल्ली में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम और मेले आयोजित होते हैं, जैसे इंडिया गेट पर गणतंत्र दिवस परेड और दिल्ली हाट. यहाँ की कला और हस्तशिल्प अद्वितीय हैं.
फार्म्स और गार्डन्स: लोधी गार्डन, नेहरू प्लैनेटेरियम, और सुखनगर जैसे स्थान प्रकृति प्रेमियों के लिए अद्भुत हैं. यहाँ की हरियाली और शांत वातावरण सुकून प्रदान करते हैं.
शॉपिंग मॉल्स: दिल्ली में विभिन्न आधुनिक मॉल हैं, जैसे साकेत और गुड़गांव में, जहाँ ब्रांडेड सामान और खाने की विविधता उपलब्ध है.
धार्मिक स्थल: दिल्ली में विभिन्न धार्मिक स्थल हैं, जैसे बौद्ध स्तूप, जामा मस्जिद, और गुरुद्वारा बंगला साहिब, जो यहाँ की धार्मिक विविधता को दर्शाते हैं.
टूरिस्ट अट्रैक्शन्स: यहाँ की कई ऐतिहासिक और सांस्कृतिक स्थलों के अलावा, दिल्ली में राष्ट्रीय संग्रहालय और राष्ट्रीय कला गैलरी भी देखने लायक हैं.
33. अंडमान निकोबार द्वीप समूह
प्राकृतिक सौंदर्य: अंडमान निकोबार द्वीप समूह अपनी खूबसूरत समुद्र तटों, सफेद रेत, और क्रिस्टल क्लियर पानी के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ के समुद्री जीवन और प्रवाल भित्तियाँ भी आकर्षण का केंद्र हैं.
हवलॉक द्वीप: यह द्वीप अपने शानदार समुद्र तटों, जैसे राधानगर बीच, के लिए जाना जाता है. यहाँ डाइविंग और स्नॉर्कलिंग का अनुभव अद्भुत है.
लक्षद्वीप का अनुभव: यहाँ के द्वीपों पर पारंपरिक मछली पकड़ने की विधि और स्थानीय संस्कृति का अनुभव किया जा सकता है. यहाँ के स्थानीय बाजारों में ताजे समुद्री खाने की विविधता भी देखने को मिलती है.
अंडमान का इतिहास: अंडमान द्वीपों का इतिहास जेलर द्वीप और सेलुलर जेल के माध्यम से जुड़ा है. यह स्थान भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को दर्शाता है.
सागरीय खेल: यहाँ विभिन्न जलक्रीड़ा गतिविधियाँ उपलब्ध हैं, जैसे कैनोइंग, कयाकिंग, और बोटिंग. यह स्थान एडवेंचर प्रेमियों के लिए आदर्श है.
समुद्री जीव विज्ञान: यहाँ के समुद्रों में विभिन्न प्रकार के समुद्री जीव और प्रवाल भित्तियाँ हैं. समुद्री जीवों का अवलोकन करने के लिए यह एक बेहतरीन जगह है.
राधानगर बीच: यह समुद्र तट सफेद रेत और नीले पानी के लिए प्रसिद्ध है. यह स्थान सुकून और विश्राम के लिए आदर्श है.
भारतीय संस्कृति का संगम: अंडमान निकोबार में विभिन्न जनजातियाँ और संस्कृतियाँ हैं, जो यहाँ की विविधता को दर्शाती हैं.
फ्लोरा और फौना: यहाँ की अद्भुत वनस्पतियों और जीवों की प्रजातियाँ प्राकृतिक प्रेमियों को आकर्षित करती हैं. यहाँ के राष्ट्रीय उद्यान और समुद्री पार्क विशेष रूप से देखने लायक हैं.
पर्यटन गतिविधियाँ: अंडमान में रिसॉर्ट्स और होटलों की सुविधाएँ उपलब्ध हैं, जहाँ पर्यटक आराम कर सकते हैं और स्थानीय संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं.
34. लक्षद्वीप
समुद्री सौंदर्य: लक्षद्वीप अपने सफेद रेत के समुद्र तट और नीले पानी के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ की प्राकृतिक सुंदरता हर साल लाखों पर्यटकों को आकर्षित करती है.
कवरत्ती: यह लक्षद्वीप का प्रशासनिक केंद्र है और यहाँ के समुद्री तट और स्थानीय संस्कृति का अनुभव किया जा सकता है. कवरत्ती में शानदार रिसॉर्ट्स और समुद्री गतिविधियाँ उपलब्ध हैं.
कायाकिंग और स्नॉर्कलिंग: लक्षद्वीप में जलक्रीड़ा गतिविधियाँ, जैसे स्नॉर्कलिंग, डाइविंग, और कयाकिंग, का अनुभव किया जा सकता है. यहाँ के समुद्री जीवन को देखना अद्भुत है.
उधमकादव: यहाँ का उधमकादव द्वीप सुंदर जलवायु और शांतिपूर्ण वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. यहाँ का ताजगी भरा जल और सुरम्य समुद्र तट पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं.
फोटोग्राफी: लक्षद्वीप के अद्भुत दृश्यों और समुद्र तटों की फोटोग्राफी करना एक अद्भुत अनुभव है. यहाँ का वातावरण शांत और सुंदर है.
समुद्री जीवों का अवलोकन: यहाँ के समुद्र में विभिन्न प्रकार के समुद्री जीव और प्रवाल भित्तियाँ देखने को मिलती हैं. यह स्थान समुद्री जीव विज्ञान के अध्ययन के लिए भी उपयुक्त है.
सांस्कृतिक विविधता: लक्षद्वीप में विभिन्न जनजातियाँ और संस्कृतियाँ हैं, जो यहाँ की विविधता को दर्शाती हैं. यहाँ के त्योहार और परंपराएँ विशेष अनुभव प्रदान करते हैं.
रेम्स और रिसॉर्ट्स: लक्षद्वीप में कई रिसॉर्ट्स और होटल हैं, जहाँ पर्यटक आराम कर सकते हैं और स्थानीय संस्कृति का अनुभव कर सकते हैं.
गुब्बारे की सवारी: यहाँ पर्यटक गुब्बारे की सवारी का अनुभव कर सकते हैं, जिससे उन्हें लक्षद्वीप के सुरम्य दृश्यों का अद्भुत दृश्य दिखाई देता है.
पारंपरिक मछली पकड़ने की विधि: लक्षद्वीप की स्थानीय मछली पकड़ने की विधि और उनके ताजे समुद्री खाने का अनुभव करना एक विशेष अनुभव है.