नयी दिल्ली, 7 नवंबर : दिल्ली के गुरुद्वारों में रविवार को विशेष प्रार्थना के साथ सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर के 400वें ‘प्रकाश पर्व’ (जयंती) समारोहों की शुरूआत होगी. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने शनिवार को यह जानकारी दी.
समिति के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि इस अवसर पर आने वाले महीनों में कई कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे.
उन्होंने कहा कि दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के लगभग चार सौ सिख संगठन और परमार्थ संस्थाएं, गुरुद्वारा शीश गंज साहिब पर होने वाले उत्सव में भाग लेंगे जहां गुरु तेग बहादुर ने बलिदान दिया था.
सिरसा ने कहा कि कार्यक्रम का समापन गुरुद्वारा रकाब गंज पर होगा जहां गुरु तेग बहादुर का अंतिम संस्कार हुआ था.
उन्होंने कहा कि महोत्सव की रुपरेखा बनाने के लिए 101 सदस्यों की कार्यकारी समिति का गठन किया गया है जिसमें सिख इतिहासकार, अकादमिक और नामचीन हस्तियां शामिल होंगी.
उन्होंने कहा कि तख्त श्री हरमिंदर, पटना साहिब प्रबंधन समिति के अध्यक्ष अवतार सिंह हित, कार्यकारी समिति के अध्यक्ष होंगे. सिरसा ने बताया कि गुरु तेग बहादुर के जीवन और दर्शन पर प्रकाश डालने के लिए संगोष्ठी तथा व्याख्यानों का आयोजन किया जाएगा. सिरसा ने कहा कि गुरु तेग बहादुर के जीवन और उनकी शिक्षा पर दिल्ली में अगले साल एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया जाएगा.
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उन्होंने कहा कि अमृतसर में गुरु तेग बहादुर की जन्मस्थली से ‘पंज प्यारे’ के नेतृत्व में ‘नगर कीर्तन’ शुरू होगा और गुरु के जीवन से जुड़े तमाम बड़े शहरों तथा स्थानों से होते हुए 15 दिन का सफर तय कर दिल्ली का रकाबगंज गुरुद्वारा पहुंचेंगा.
सिरसा ने कहा कि मार्च 2021 में इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में ‘कीर्तन दरबार’ का आयोजन किया जाएगा जिसमें गुरु हरिकिशन स्कूलों के 1,100 छात्र एक साथ ‘शबद’ और ‘कीर्तन’ का वाचन करेंगे.
उन्होंने कहा कि गुरु तेग बहादुर के जीवन और दर्शन पर एक लेजर शो भी आयोजित किया जाएगा.