मंगलवार विशेष: हनुमानजी की विभिन्न मुद्रावाली ये तस्वीरें आपके सारे संकट दूर करती हैं! जानें किस मुद्रा वाली फोटो कहां लगाएं.
घर के भीतर मुख्य हाल में हनुमान जी की तस्वीर लगानी है तो सर्वश्रेष्ठ तस्वीर अथवा मूर्ति श्रीराम दरबार की होती है, जिसमें श्रीराम माता जानकी, लक्ष्मण आशीर्वाद देने वाली मुद्रा में होते हैं तथा हनुमान जी श्रीराम जी के चरणों के करीब बैठे होते हैं.
पौराणिक ग्रंथों में पवनपुत्र श्री हनुमान जी के महात्म्य के संदर्भ में उल्लेखित है कि जिस घर में हनुमान जी की प्रतिमा अथवा तस्वीर लगी होती है, वहां किसी भी प्रकार का संकट, दोष, भय, बाधा अथवा भूत-प्रेत आदि नहीं टिक सकते. वेदों में वर्णित हनुमान जी के विभिन्न रूपों का विभिन्न महात्म्य बताया गया है. मान्यता है कि हनुमान जी ने ये सभी रूप लोकहित को ध्यान में रखकर धरे थे.
आइये जानें हनुमान जी के किस रूप में किस तरह का लोकहित निहित है...
रामदरबार में हनुमान
घर के भीतर मुख्य हाल में हनुमान जी की तस्वीर लगानी है तो सर्वश्रेष्ठ तस्वीर अथवा मूर्ति श्रीराम दरबार की होती है, जिसमें श्रीराम माता जानकी, लक्ष्मण आशीर्वाद देने वाली मुद्रा में होते हैं तथा हनुमान जी श्रीराम जी के चरणों के करीब बैठे होते हैं. इसके अलावा पर्वत उठाकर उड़ते हुए हनुमान जी या फिर पंचमुखी हनुमान जी की फोटो भी लगाया जा सकता है. ऐसी तस्वीरें आपके मन में ईश्वर के प्रति विशेष आस्था जागृत करती हैं. लेकिन ध्यान रहे कि एक कमरे में एक ही देवी या देवता की दो या इससे ज्यादा तस्वीरें या मूर्ति रखना दोषपूर्ण होता है.
ध्यानमग्न हनुमान जी
हनुमान जी जब प्रभु श्रीराम का ध्यान करते हैं तो उनकी आंखें बंद रहती हैं और हाथ जुड़े रहते हैं. इस तरह की फोटो या मूर्ति आप अपने स्टडी रूम में लगायें तो निश्चित रूप से आपकी शिक्षा एवं व्यवसाय के कार्यों में एकाग्रता बढ़ती है. इस तरह की तस्वीरें आपके अशांत मन को शांत करती है, और आप एकाग्र होकर अपना कार्य करते हैं. इसके अलावा इस तरह की मुद्रा आपको ध्यान करने के लिए भी प्रेरित करती है.
दक्षिणमुखी हनुमान जी
ज्यादातर घरों अथवा मंदिरों में हनुमान जी की मूर्ति अथवा तस्वीर का मुख दक्षिण की ओर होता है, अथवा हनुमान जी के मंदिर का मुख्यद्वार ही दक्षिण की ओर होता है. दक्षिणमुखी वाले यह हनुमान जी सबसे ज्यादा शुभता का प्रतीक माने जाते हैं. वेदों और पुराणों में स्पष्ट रूप से उल्लेखित है कि हनुमान जी की शक्तियां सबसे ज्यादा दक्षिण की दिशा में देखने सुनने को मिलती है. चूंकि लगभग सभी नकारात्मक अथवा बुरी शक्तियां भी दक्षिण दिशा से ही प्रवेश करती हैं. अगर हनुमान जी का मुख दक्षिण दिशा में होने के कारण बुरी शक्तियां घर में प्रवेश नहीं करतीं. इस तरह की तस्वीर घर के मुख्य द्वार पर लगाना श्रेयस्कर होता है.
उत्तरमुखी हनुमान जी
मान्यता है कि उत्तरमुखी हनुमान जी की तस्वीर की पूजा करने से सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं और उन सभी की विशेष कृपा आप पर बरसती है. अगर आपके घर में पंचमुखी हनुमान जी की तस्वीर है तो आप इसे घर के मुख्य द्वार अथवा घर के मंदिर में स्थापित करें. कहा जाता है कि इससे आपकी सारी.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.