नई दिल्ली:- साल का आखिरी सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2019) सुबह 8 बजकर तीन मिनट लगना शुरू हो गया. इस आखिरी सूर्य ग्रहण को वैज्ञानिकों ने ‘रिंग ऑफ फायर’ का नाम दिया है. ग्रहण का अद्भुत नजारा देखने के लिए बड़ी संख्या में लोगों ने स्पेशल ग्लास का उपयोग किया. सूर्य ग्रहण का अद्भुत नजारा गुरजात के अहमदाबाद, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु के हिस्सों देखा गया. ग्रहण के कारण ओडिशा (Odisha) की सरकार ने 26 दिसंबर यानी आज के दिन सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ राजस्व और मजिस्ट्रेट कोर्ट (एक्जीक्यूटिव) को बंद करने का ऐलान किया है. साथ ही राज्य के सभी शिक्षण संस्थान भी गुरुवार को बंद रहेंगे. अमेरिकी स्पेस एजेंसी ने NASA ने ग्रहण को देखने के दौरान सवाधानी बरतने की सलाह दी है. जिसमें कहा गया है कि सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखने की गलती ना करें. विकिरण से बचाने वाले काले चश्मे का उपयोग करें.
अहमदाबाद
ओडिशा ( भुवनेश्वर)
केरल ( कोच्ची )
वहीं भारत के अलावा सूर्य ग्रहण का नजारा पूर्वी यूरोप, उत्तरी-पश्चिम ऑस्ट्रेलिया और पूर्वी अफ्रीका में भी देखा जा सकेगा. बता दें कि सूर्य ग्रहण की वलयाकार अवस्था दोपहर 12 बजकर 29 मिनट पर समाप्त होगी जबकि ग्रहण की आंशिक अवस्था दोपहर एक बजकर 36 मिनटर पर समाप्त होगी. अगला सूर्य ग्रहण भारत में 21 जून, 2020 को दिखाई देगा. इससे पहले साल में 6 जनवरी और 2 जुलाई को सूर्यग्रहण हुआ था. यह भी पढ़ें:- सूर्य ग्रहण 2019: ग्रहण काल में क्या करें, क्या न करें?
Tamil Nadu: Solar eclipse witnessed in Chennai pic.twitter.com/7cDz6NSgmc
— ANI (@ANI) December 26, 2019
गौरतलब हो कि नए साल 2020 की शुरुआत होते ही जनवरी महीने में चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) लगने वाला है. भले ही सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण (Chandra Grahan) को वैज्ञानिक नजरिए से एक खगोलीय घटना के तौर पर देखा जाता है, लेकिन ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण का व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ता है और अलग-अलग राशियों पर इनका अलग-अलग प्रभाव देखा जाता है. साल 2020 के आगाज होने के बाद नए साल में कुल 6 ग्रहण लगने वाले हैं, जिनमें पहला चंद्र ग्रहण 10 जनवरी 2020 को लगेगा और साल 2020 का आखिरी ग्रहण 14 दिसंबर को लगेगा.