Sex Tips: किस समय सेक्स करना ज्यादा आनंददायक होता है? जानें इस संदर्भ में आयुर्वेद क्या कहता है!
आयुर्वेद पर लोगों का रुझान एवं विश्वास प्राचीनकाल से रहा है. कहा तो यहां तक जाता है कि तमाम चिकित्सा पद्धति का जन्म भी आयुर्वेद से ही हुआ है. इस चिकित्सा पद्धति में हर शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं का समाधान बताया जाता है.
आयुर्वेद पर लोगों का रुझान एवं विश्वास प्राचीनकाल से रहा है. कहा तो यहां तक जाता है कि तमाम चिकित्सा पद्धति का जन्म भी आयुर्वेद से ही हुआ है. इस चिकित्सा पद्धति में हर शारीरिक एवं मानसिक समस्याओं का समाधान बताया जाता है. यहां तक कि आयुर्वेद में सेक्स क्रिया के लिए भी तमाम बातें उल्लेखित हैं. इसके अंतर्गत सेक्स के लिए अलग-अलग समय और उससे होनेवाली लाभ-हानियों का भी वर्णन है. आयुर्वेद सेक्स क्रिया को शारीरिक एवं मानसिक आनंद के साथ-साथ शरीर को पोषण देने की भी वकालत करता है. एक कपल्स के बीच मधुर रिश्तों को सुचारु रखने के लिए समय-समय पर शारीरिक संबंध बनाते रहना चाहिए.
आयुर्वेद के अनुसार सेक्स केवल बच्चे पैदा करने के लिए नहीं बल्कि पति-पत्नी के बीच रिश्तों में सौहार्द एवं अच्छा तालमेल भी बनाता है.आइए जानें आयुर्वेद के अनुसार सेक्स के लिए सही समय क्या है. यह भी पढ़ें: Tips for Being Bold in Bed: बेड पर बोल्ड होने के लिए अपनाएं ये टिप्स, आपका पार्टनर हो जाएगा उत्तेजित
सेक्स के लिए बेहतरीन समय?
* आयुर्वेद की मानें तो प्रातःकाल 06 से 08 बजे (दो घंटे) के दरम्यान पुरुष सबसे ज्यादा उत्तेजित होते हैं, यद्यपि इस समय महिलाएं नींद में होती हैं, वे नींद को ज्यादा अहमियत देती हैं. लेकिन पुरुष चाहे तो उसे सेक्स के लिए हंसी-खुशी तैयार कर सकता है.
* दोपहर 2 बजे से 4 बजे तक महिलाओं का रिप्रोडक्टिव सिस्टम काफी सक्रिय रहता है. अगर महिला पार्टनर की ओर से भरपूर आनंद प्राप्त करना चाहते हैं तो सेक्स के लिए यह बहुत अच्छा समय साबित हो सकता है.
* वर्तमान में भाग-दौड़ वाली जिंदगी में सेक्स के लिए कोई भी वक्त दे पाना मुश्किल होता है. इस हिसाब से देखा जाये तो डिनर के बाद पहले दो से तीन घंटे सेक्स के लिए सबसे बेहतर माना जाता है. इस समय महिला एवं पुरुष पार्टनर दिन भर के तनाव को सेक्स करके खत्म करना चाहते या चाहती हैं. इस समय सेक्स करने के बाद अच्छी नींद भी आती है. हांलाकि वैज्ञानिकों के नजरिए से रात आराम करने के लिए होती है, क्योंकि उस समय हमारे शरीर को आराम की जरूरत होती है. दिन भर की भागदौड़ के बाद भी अगर हम रात में भी अपनी पूरी ऊर्जा सेक्स में लगा देंगे तो शरीर को आराम नहीं मिल पाएगा. यह भी पढ़ें: Sex Tips: महिलाएं अपनाएं ये उत्तेजक सेक्स टिप्स, आपके पुरुष पार्टनर के उड़ जाएंगे होश
* आयुर्वेद इस दलील को नहीं मानता कि सेक्स करने से शरीर में वात दोष बढ़ता है, अगर रात में सोने से पूर्व किसी कारणों से जो सेक्स नहीं कर पाते, उसके लिए प्रातः 7 से 9 बजे तक का समय बेहतर होता है, बशर्ते महिला पार्टनर का पूरा सहयोग मिलना चाहिए.
* मौसम के हिसाब से देखा जाए तो शीत एवं बसंत ऋतु में सेक्स करने का अलग ही आनंद प्राप्त होता है. इसमें कपल्स ज्यादा इन्जॉय करते हैं.
यह समय सेक्स के लिए परम अनुकूल नहीं होता.
* आयुर्वेद के अनुसार ग्रीष्म ऋतु अथवा पतझड़ के मौसम में वात बढ़ जाता है, इस वजह से सेक्स और आर्गेज्म की फ्रिक्वेंसी कम करनी पड़ती है. ऐसे में सेक्स का भरपूर आनंद नहीं मिलता. यह भी पढ़ें: Sex Tips: सेक्स लाइफ को स्मूथ और ऑर्गैजम बढ़ाने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
* खाली पेट अथवा हैवी डायट के बाद सेक्स का परमोत्कर्ष प्राप्त नहीं होता, साथ ही पाचन क्रिया बिगड़ सकती है, सिर दर्द एवं गैस की शिकायत परेशान कर सकती है. आयुर्वेद के अनुसार सेक्स से पूर्व हल्का भोजन करें ताकि शरीर को सेक्स के अनुरूप बना सके.
नोट- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए और लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं, इसलिए लेख में दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.