Coconut Oil As Lube: बिना किसी दर्द के सेक्स (Sex) का लुत्फ उठाने के लिए प्राइवेट पार्ट (Private Part) में पर्याप्त ल्यूब्रिकेशन (Lubrication) का होना बेहद जरूरी माना जाता है. दरअसल, ल्यूब्रिकेशन यानी चिकनाई के कई फायदे हैं. एक ओर जहां इससे सेक्स वास्तव में सहज और आसान होता है तो वहीं दूसरी तरफ यह हस्तमैथुन यानी मास्टरबेशन (Masturbation) के अनुभव को भी शानदार बनाने में मदद करता है. कुछ ल्यूब (Lube) संवेदनशीलता को बढ़ाकर कामोत्तेजना की खुशी को भी दोगुनी करने में सहायता प्रदान करते हैं. खासकर जिन महिलाओं के प्राइवेट पार्ट यानी वेजाइना में ल्यूब्रिकेशन की कमी होती है, उनके लिए मार्केट में मिलने वाले ल्यूब्रिकेंट्स किसी सौगात से कम नहीं हैं. इनके उपयोग से महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में पर्याप्त ल्यूब्रिकेशन होता है, जिससे सेक्स के दौरान उन्हें दर्द नहीं होता है और वो सेक्स को अच्छी तरह से एन्जॉय कर पाती हैं.
हालांकि जब भी बात सही ल्यूब के चयन की आती है तो बहुत से लोग नारियल तेल को इसका सबसे बेहतर विकल्प मानते हैं. लोगों का मानना है कि नारियल तेल प्राकृतिक ल्यूब (Coconut Oil As Lube) की तरह काम करता है और इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता है, लेकिन क्या नारियल तेल (Coconut Oil) का ल्यूब के तौर पर इस्तेमाल करना सुरक्षित है? चलिए जानते हैं. यह भी पढ़ें: क्या करें जब सेक्स के दौरान महिला पार्टनर के प्राइवेट पार्ट में फंस जाए कंडोम?
नारियल तेल का इस्तेमाल कितना सुरक्षित?
बेशक नारियल तेल के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन क्या इसका इस्तेमाल जननांगों पर किया जा सकता है? दरअसल, मार्केट में उपलब्ध ल्यूब का इस्तेमाल आमतौर पर वो महिलाएं करती हैं जिनमें बढ़ती उम्र, दवाओं के सेवन या हार्मोनल बदलाव के कारण ल्यूब्रिकेशन की कमी आ जाती है. अगर आप नारियल तेल को ल्यूब के तौर पर इस्तेमाल करने की सोच रही हैं तो आपको इसके बारे दोबारा सोचने की जरूरत है.
- दरअसल, ऐसा कोई अध्ययन नहीं है जो यह साबित करता हो कि नारियल तेल का ल्यूब के तौर पर इस्तेमाल करना आपके प्राइवेट पार्ट को किसी भी नुकसान से मुक्त रखता है, जबकि मार्केट में मिलने वाले ल्यूब एफडीए द्वारा अनुमोदित होते हैं जो प्राइवेट पार्ट को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं.
- वेजाइना में नारियल तेल का ल्यूब के तौर पर इस्तेमाल करना एलर्जी का कारण भी बन सकता है. इससे आपको मितली, उल्टी, एक्जिमा, दस्त और एनाफिलेक्सिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं. अगर इस तरह के कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो फौरन डॉक्टर से संपर्क करें.
- इससे आपके प्राइवेट पार्ट में संक्रमण हो सकता है. दरअसल, नारियल तेल आपके वेजाइना के पीएच लेवल को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि नारियल तेल क्षारीय होता है जबकि प्राइवेट पार्ट का पीएच अम्लीय होता है. नारियल तेल का अगर आप ल्यूब के तौर पर उपयोग करते हैं तो बैक्टीरियल इंफेक्शन या वेजाइनल इंफेक्शन हो सकता है. यह भी पढ़ें: Sex Tips: क्वारेंटाइन के दौरान कैसे पाएं बेस्ट ऑर्गेज्म? हस्तमैथुन करते समय ऐसे करें वाइब्रेटर का इस्तेमाल
गौरतलब है कि रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज के दौरान कई महिलाएं चिकनाई के लिए ल्यूब का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन नारियल तेल को ल्यूब के तौर पर इस्तेमाल करने के बजाय ऑइल बेस्ड या फिर वॉटर बेस्ड ल्यूब का इस्तेमाल करना बेहतर विकल्प हो सकता है. इनकी कई वैरायटी मार्केट में उपलब्ध हैं, जिनका उपयोग किया जा सकता है.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.