Raksha Bandhan Message in Hindi: हिंदू समुदाय के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक, रक्षा बंधन भाई और बहन के बीच संबंधों का सम्मान करने के दिन के रूप में मनाया जाता है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, रक्षा बंधन श्रावण के चंद्र कैलेंडर माह के अंतिम दिन पड़ता है. इस साल रक्षा बंधन 22 अगस्त को मनाया जा रहा है. इस बार राखी बांधने का मुहूर्त दोपहर 01:44 बजे से शाम 04:20 बजे तक का है. रक्षा बंधन की उत्पत्ति देवी-देवताओं के युग तक जाती है. एक लोकप्रिय किंवदंती के अनुसार, द्रौपदी ने भगवान कृष्ण की कलाई पर कपड़े का एक टुकड़ा बांधा था, जब उन्हें दुष्ट राजा शिशुपाल को मारने के दौरान चोट लगी थी. बदले में कृष्ण ने उनकी रक्षा करने का वचन दिया. मध्यकालीन इतिहास में राखी की एक घटना प्रचलित हैं. जब गुजरात के बहादुर शाह के हमले में मेवाड़ की रानी कर्णावती ने सम्राट हुमायूँ को राखी भेजी और उससे मदद मांगी. हुमायूं ने कर्णावती की राखी की लाज रखी और बिना समय बर्बाद किए रानी की मदद के लिए दौड़ पड़े. यह भी पढ़ें: Raksha Bandhan 2020 Wishes & HD Photos: रक्षा बंधन के शुभ अवसर पर इन मनमोहक हिंदी GIF Greetings, Facebook Messages, WhatsApp Stickers, Images, Wallpapers को भेजकर अपने भाई-बहन से जताएं प्यार
इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं, उनकी आरती करती हैं और उनकी कलाई पर राखी बांधती हैं. राखी भाई बहन के प्यार का प्रतिक है. राखी के बदले भाई अपनी बहन को उपहार देता है और किसी भी परिस्थिति में उसकी रक्षा करने का वादा करता है. जो भाई बहन एक दूसरे से दूर रहते हैं वो एक दूसरे को राखी Quotes, Sharyari, Greetings भेजकर शुभकामनाएं देते हैं.
1. चंदन का टीका रेशम का धागा,
सावन की सुगंध बारिश की फुहार,
भाई की उम्मीद बहना का प्यार,
मुबारक हो आपको रक्षा-बंधन का त्योहार
2. सबसे प्यारी मेरी बहना,
सुख में दुःख में साथ रहना,
जीवन की खुशिया है तुमसे,
तुम हो तो फिर क्या कहना
रक्षा बंधन की शुभकामनाएं
3. दुनिया में सबसे प्यारी तू है बहना,
तू कभी नाराज़ मुझसे मत रहना
रक्षा बंधन की शुभकामनाएं
4. भाई जैसा दुनिया में कोई नहीं रुलाता भी है,
और मनाता भी है
रक्षा बंधन की शुभकामनाएं
5. फूलो का तारों का सबका कहना है,
एक हज़ारो में मेरी बहना है,
सारी उम्र हमें संग रहना है
रक्षा बंधन की शुभकामनाएं
राजस्थानी और मारवाड़ी समुदायों में, अपने भाई की पत्नी की चूड़ी पर 'लुंबा राखी' बांधने की रस्म होती है. ऐसा माना जाता है कि चूंकि पत्नी पति की अर्धांगनी होती है, इसलिए उसके बिना अनुष्ठान अधूरा माना जाता है. साथ ही, भाभी अपने ननंद की भलाई सुनिश्चित करने के लिए अपने पति की जिम्मेदारी को समान रूप से साझा करती है. यह अनुष्ठान अन्य भारतीय समुदायों में भी तेजी से पकड़ बना रहा है.