Muhurat Trading 2023: क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग? जानें दिवाली पर अधिक धन कमाने का ‘शुभ मुहूर्त’! और स्टॉक एक्सचेंज का दिवाली ऑफर!
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दिवाली जैसे पांच दिवसीय महापर्व पर एक्सचेंजों में आयोजित होने वाले शेयर बाजार में मुहूर्त ट्रेडिंग का विशेष महत्व होता है. बाजार में ट्रेड पंडितों को इस अवसर का शिद्दत से इंतजार रहता है, क्योंकि अधिकांश निवेशकों का मानना है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान स्टॉक में पैसा लगाने से उन्हें ज्यादा अच्छा मुनाफा प्राप्त हो सकता है, एवं उनके भाग्य के दरवाजे खुलते हैं. आइये जानते हैं इस संदर्भ में विस्तार से...

क्या है मुहूर्त ट्रेडिंग?

मुहूर्त ट्रेडिंग भारतीय शेयर बाजारों की महत्वपूर्ण व्यापारिक गतिविधियों में एक है, जिसकी धूम मुख्यत दीवाली के समय देखने को मिलती है. इस दिन भारतीय व्यापारी अपना मुनाफा बुक करने और नुकसान से बचने के लिए करते हैं. गौरतलब है कि हिंदू कैलेंडर के अनुसार इसका समय सूर्योदय, दोपहर एवं सूर्यास्त के समय अलग-अलग होता है. व्यापार का यह स्वरूप भारतीय शेयर बाजारों में कई वर्षों से प्रचलित है. पिछले दिनों स्टॉक व्यापार के वैकल्पिक तरीके के रूप में इस प्रमुखता मिली है. इसका मुख्य उद्देश्य उन निवेशकों को अपने धर्म (हिंदू, मुस्लिम एवं क्रिश्चियन) के आधार पर दिवाली, दशहरा आदि अवसरों पर भाग लेने की अनुमति देता है.

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का दिवाली ऑफर

मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आम तौर पर दिवाली पर लक्ष्मी-पूजन के दिन शाम को आयोजित किया जाता है. इस दिन बाजार नियमित कारोबार के लिए बंद रहते हैं, पर प्रतीकात्मक रूप से की जाने वाली मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए बाजार केवल एक-डेढ़ घंटे की अवधि के लिए ही खुले रहते हैं. बाजार पर कारोबारियों की अगाध श्रद्धा एवं विश्वास को देखते हुए देश के प्रमुख शेयर बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सेंच ने वर्ष 2023 की दिवाली के दिन होने वाले मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र की तारीख और समय की घोषणा कर दी है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के मुताबिक इस बार नए संवत का मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र 12 नवंबर 2023 को शाम 06.00 PM से 07.15 PM तक चलेगा.

कौन और कैसे उठा सकता है मुहूर्त ट्रेडिंग का लाभ?

भारत में दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र लंबे अरसे से चली आ रही है. हिंदू परंपरा के अनुसार हर कार्य को एक निश्चित समय पर किया जाना चाहिए. सैकड़ों वर्षों से ज्योतिषीय सुझावों का पालन करने वाले हिंदुओं का मानना है कि भारत में वित्तीय बाजार ऐसे समय में ही बंद रहे हैं, जब कोई बड़ी घटना घटती है. ट्रेड पंडितों के अनुसार निवेशक चाहें तो दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र से लाभान्वित हो सकते हैं, खासकर वे जो भारी तादाद में शेयर बाजार खरीदना या बेचना चाहते हैं, क्योंकि अधिकांश फुटकर निवेशकों को बाजार व्यापार का ज्ञान काफी कम है, क्योंकि उनका ज्यादा समय यह तलाशने में निकल जाता है कि व्यापार के लिए कौन सा दिन या तिथि शुभ साबित हो सकता है. उदाहरण के लिए शुक्रवार और शनिवार का दिन स्टॉक एक्सचेंज के लिए सबसे बुरे दिन होते हैं, हालांकि प्रत्येक स्टॉक की अपनी मुहूर्त तिथि होती है, इसलिए आपको स्टॉक में किसी भी प्रकार का लेनदेन करने से पहले उस पर ज्यादा से ज्यादा जांच-पड़ताल जरूर करना चाहिए.

मुहूर्त ट्रेडिंग से जुड़ने से पूर्व इन बातों का रखें ध्यान

अपना ट्रेडिंग खाता पंजीकृत करवाएं: यदि आपके पास अभी भी दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग के लिए एनएसई/बीएसई खाता नहीं है, तो सुनिश्चित करें कि आपको दिवाली से पूर्व पंजीकृत करवा लेना चाहिए.

अपने खातों की दोबारा जांच करें: सुनिश्चित करें कि ट्रेडिंग शुरू होने पर पहचान प्रमाण और पते के प्रमाण जैसे सभी केवाईसी दस्तावेज़ अच्छी तरह से आपने देख लिया है. गलत अथवा अधूरी जानकारी होने पर एक्सचेंजों को भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है.

वॉल्यूम स्तर की जांच करेंः वॉल्यूम स्तर विशिष्ठ परिसंपत्तियों के प्रति निवेशकों की रुचि के स्तर को दर्शाता है, जो सीधे तौर पर मुहूर्त व्यापार समय के दौरान कीमतों को प्रभावित करता है.

दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग बेहतर अवसर हो सकता हैः मुनाफा को देखते हुए आपको दिवाली मुहूर्त ट्रेडिंग एनएसई सत्र में ट्रेडिंग करने का प्रयास करना चाहिए क्योंकि यह अधिकतम लाभ कमाने का अच्छा अवसर है.