World Mental Health Day 2019: क्या है स्माइलिंग डिप्रेशन, विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर जानें इस बीमारी के संकेत

कई बार व्यक्ति भीतर से तो उदास महसूस करता है, लेकिन वो अपने चेहरे पर खुशी और मुस्कान बनाए रखता है. उस व्यक्ति की मुस्कान को देखकर कोई भी नहीं कह सकता है कि वो अवसाद से पीड़ित है. आपको जानकर हैरानी होगी कि भीतर से उदास होने के बावजूद लोगों के सामने मुस्कुराना स्माइलिंग डिप्रेशन का संकेत है.

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2019 (Photo Credits: Pixabay)

World Mental Health Day 2019: भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग डिप्रेशन यानी अवसाद (Depression) से घिरे हुए नजर आते हैं. आमतौर पर अवसाद उदासी, सुस्ती और निराशा के भाव से जुड़ा होता है. हालांकि डिप्रेशन से जूझ रहे लोग इन चीजों को महसूस भी करते हैं. लेकिन वो इसे मामूली सी समस्या समझकर नजरअंदाज कर देते हैं. कई बार व्यक्ति भीतर से तो उदास (Sad) महसूस करता है, लेकिन वो अपने चेहरे पर खुशी और मुस्कान (Happiness and Smile on Face) बनाए रखता है. उस व्यक्ति की मुस्कान को देखकर कोई भी नहीं कह सकता है कि वो अवसाद से पीड़ित है. आपको जानकर हैरानी होगी कि भीतर से उदास होने के बावजूद लोगों के सामने मुस्कुराना स्माइलिंग डिप्रेशन (Smiling Depression) का लक्षण है.

दरअसल, शारीरिक तौर पर स्वस्थ रहने के लिए व्यक्ति का मानसिक तौर पर स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. दुनियाभर के लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस यानी वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे (World Mental Health Day) मनाया जाता है. विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के इस खास अवसर पर चलिए हम आपको बताते हैं स्माइलिंग डिप्रेशन के सामान्य संकेत.

1- खाने की आदत में बदलाव

साइलेंट डिप्रेशन का सबसे पहला लक्षण है आपके खान-पान से जुड़ी आदतों में अचानक से बदलाव आना. अगर आप सामान्य से ज्यादा या कम भोजन करते हैं तो यह खतरे की घंटी है. कुछ लोग एकांत के लिए खाने की ओर रूख करते हैं, जबकि कुछ लोगों को भूख कम लगती है और वो खुद को भोजन से दूर कर लेते हैं.  यह भी पढ़ें: तनाव से पाना चाहते हैं निजात तो जरूर ट्राई करें ये 5 टिप्स, दिमाग फौरन हो जाएगा स्ट्रेस फ्री

2- शारीरिक ऊर्जा की कमी

स्माइलिंग डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को अक्सर थकान और शारीरिक कमजोरी का एहसास हो सकता है. करीब 90 फीसदी अवसादग्रस्त लोगों में यह समस्या देखी जाती है. डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति नींद की कमी, भूख की कमी या दवाइयों के दुष्प्रभाव का सामना कर सकते हैं, जिससे उन्हें शारीरिक ऊर्जा की कमी महसूस हो सकती है.

3- नशीले पदार्थों का सेवन

अगर आप शराब, सिगरेट और ड्रग्स जैसे मादक पदार्थों का सेवन करते हैं तो यह स्माइलिंग डिप्रेशन का संकेत भी हो सकता है. उदासी और तनाव को मिटाने के लिए कई लोग इन मादक पदार्थों का सेवन करते हैं. हालांकि उन्हें यह पता नहीं होता है कि वो ऐसा क्यों कर रहे हैं.

4- पसंदीदा एक्टीविटी में अरुचि 

जिन हॉबिज यानी पसंदीदा गतिविधियों को करके पहले आपको खुशी का एहसास होता था. अचानक से उन गतिविधियों में दिलचस्पी कम होना, इस बात की ओर इशारा करता है कि आप स्माइलिंग डिप्रेशन के शिकार हो गए हैं.

5- दर्द की शिकायत

स्माइलिंग डिप्रेशन के संकेत के तौर पर पीड़ित व्यक्ति को शरीर में लगातार असहनीय दर्द की शिकायत हो सकती है. स्माइलिंग डिप्रेशन से पीड़ित लोग थकान, खाने की आदतों में बदलाव के अलावा सिरदर्द, पाचन समस्याओं, पुराने दर्द और पीठ दर्द का अनुभव कर सकते हैं.

6- चिड़चिड़ापन और गुस्सा

स्माइलिंग डिप्रेशन के संकेत के तौर पर आपको चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है और गुस्सा भी आ सकता है. दरअसल, अवसादग्रस्त व्यक्तियों के मूड में बार-बार बदलाव होना आम बात है. अगर कोई व्यक्ति अपनी इस स्थिति को छुपाने की कोशिश कर रहा है तो वह अपने गुस्से को निष्क्रिय रूप से व्यक्त कर सकता है. यह भी पढ़ें: कहीं आप डिप्रेशन के शिकार तो नहीं, अगर दिखे ये 5 लक्षण तो न करें नजरअंदाज

7- सेक्स ड्राइव में कमी

डिप्रेशन सिर्फ शारीरिक स्वास्थ्य को ही प्रभावित नहीं करता है, बल्कि यह सेक्स ड्राइव को भी कम कर सकता है. डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति को थकान, एनर्जी की कमी जैसी समस्याएं होती हैं, जिसका नकारात्मक प्रभाव उनकी सेक्स लाइफ पर प़ड़ता है.

गौरतलब है कि अधिकांश लोग इस बात को स्वीकार नहीं कर पाते हैं कि वो किसी तरह की मानसिक स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं. यहां तक कि कई लोग स्माइलिंग डिप्रेशन शब्द सुनना तक पसंद नहीं करते हैं. हालांकि अधिकांश लोगों में स्माइलिंग अवसाद के लक्षण देखे जा सकते हैं, लेकिन इन लक्षणों को पहचानकर समय पर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है, ताकि यह समस्या आगे चलकर गंभीर न बने.

नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स  पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

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